मजीठिया में अपने कर्मचारियों को लॉलीपाप देने के बाद अमर उजाला एक बार फिर धूर्तता पर उतर आया है। खबर है कि अमर उजाला ने ऑनलाइन के लिए अलग कंपनी बना ली है। अमर उजाला डॉट कॉम के सभी कर्मचारियों को अब इस कंपनी में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। गौरतलब है कि अभी तक अमर उजाला अखबार और बेबसाइट दोनों एक ही कंपनी के अंतर्गत चलाए जा रहे थे लेकिन अब आनलाइन के लिए अलग कंपनी बन गई है। नई कंपनी की पूरी जिम्मेदारी तन्मय माहेश्वरी संभालेंगे। खबर यह भी है कि अमर उजाला डॉट कॉम को अलग बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
जैसे बकरे को कटने से पहले खूब खिलाया पिलाया जाता है उसी तरह अमर उजाला भी इस्तीफा दिलवाने के लिए कर्मचारियों को लुभा रहा है। सुनने में आया है कि अभी जल्दी ही डॉट कॉम के कर्मियों को मैनेज करने के लिए मैनेजमेंट ने बाहर लेकर जाकर बढ़िया पार्टी दी थी। जिसके बाद सबको इस्तीफा देने के लिए कहा गया जिसके बाद से डॉट कॉम के सभी कर्मी सकते में है। डॉट कॉम के साथी असमंजस में है कि नई कंपनी में जाने के बाद वे एडिटोरियल में रहेंगे या नहीं। क्योंकि नई कंपनी में सब एडिटर और सीनियर सब एडिटर और डीएनई जैसे पोस्ट नहीं रहेंगे। वहीं नई कंपनी में मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशें नहीं लागू होंगी।
कर्मियों को जल्दी इस्तीफा देने के लिए कहा जा रहा है ताकि उन्हें जल्द से जल्द नई कंपनी में शिफ्ट किया जा सके। वहीं कर्मचारी अभी तय नहीं कर पा रहे कि क्या करें क्या न करें। कर्मचारियों को यह भी डर है कि नई कंपनी में उनका डिमोशन भी किया जा सकता है। जैसा कि हमेशा होता रहा है बड़ी मछलियां हमेशा मैनेजमेंट से मिलकर छोटी मछलियों के शिकार पर जुट जाती हैं। अमर उजाला में भी ऊंचे पदों पर बैठे लोग मैनेजमेंट के साथ मिलकर जूनियर कर्मियों से इस्तीफा लेने का प्रयास कर रहे हैं।
लेकिन बात यही नहीं खत्म होती। नई कंपनी बनाकर अमर उजाला बड़ा खेल करने की तैयारी में है। अंदरखाने की खबर यह भी है कि अब अखबार में होने वाली भर्तियां भी अमर उजाला डिजिटल के लिए बनी कंपनी में की जाएगी। कंपनी का यह सारा खेल मजीठिया वेजबोर्ड से बचने के लिए है क्योंकि वेब मीडिया के लिए कोई गाइड लाइन निर्धारित नहीं है। और जैसा कि जानते हैं कि भारत में कानून के हिसाब से भले एक काम न हो पर उसके लूप होल्स का फायदा सबसे पहले उठाया जाता है। इस काम में इन मीडिया संस्थानों से आगे शायद ही कोई हो।
Comments on “अमर उजाला ने बनाई नई कंपनी, डिजिटल वाले होंगे शिफ्ट, प्रिंट का भी नंबर”
BM Pun is the actual in charge of that Company. He is the only person who is responsible for litigation between Agarwal & Maheshwari then death of Atul ji then Blackmail to Rajul Ji. main motive of this person is to ultimate sell of Amar Ujala to third party and earn several crore of Rupees commission. GOD pl help Amar Ujala and their employees from this bastered fellows intention.
badamasi k alawa kuchh nhi, tanmay ko aage kar atul ji k nam par palita lag raha hai.