गैस्ट्रिक समस्या के लिए काम आने वाले इंजेक्शन को भास्कर ने बताया एन्टी बायोटिक, डॉक्टर्स ने मौज ले ली…
जयपुर। भास्कर में इन दिनों मालिक का दबाव कार्मिकों पर ज्यादा ही असर दिखा रहा है। एक्ससक्लूसिव खोजने के प्रेशर में रिपोर्टर बेसिर पैर की खबरें छाप रहे हैं. बदले में सोशल मीडिया में खुद और अखबार, दोनों की फजीहत करवा रहे हैं.
ताजा मामला अजमेर संस्करण का है. यहां कार्यरत संवाददाता मनीष चौहान ने 15 जनवरी को एक एक्सक्लूसिव खबर फ्लैश की. इसमें उन्होंने बताया कि दर्द में काम आने वाले इंजेक्शन पेंटोप्रोजोल रंग बदलने लगा है, और इसे काम में ना लेने की एडवाइजरी जारी की गई है.
खबर प्रकाशित होते ही डॉक्टर्स ने भास्कर और इस खबर की मौज लेनी शुरू कर दी. दरअसल पेंटोप्रोजोल का इस्तेमाल गेस्ट्रिक समस्याओ के निदान के लिए किया जाता है. इसका किसी तरह के दर्द के इलाज से कोई संबंध नहीं है. ऐसे में लोगों ने इस तरह की गलत तथ्य वाली खबर करने पर भास्कर को झोलाछाप पत्रकारिता का तमगा तक दे डाला.