लखनऊ।। भास्कर डिजिटल में हर दिन गलत खबर चलाने का नया कीर्तिमान बना रहा है। यहां खबर क्या होती है, यह तय करने वाले मुकेश कुमार उर्फ गजेंद्र अहम के शिकार हो गए हैं। वह अन्य छोटे पोर्टलों को दो कौड़ी का पोर्टल बताते हैं। भड़ास पर खबर देखकर भी नाक सिकोड़ने लगते हैं, लेकिन आजकल क्या हो रहा है, यह उनको दिखाई नहीं दे रहा है।
हफ्ते भर पहले यानि बीते शुक्रवार को यूपी विधानसभा की वोटिंग के दौरान भास्कर ने मुख्यमंत्री से ही वोट डलवाकर दिन भर खबर चलाई। लेकिन हकीकत यह है कि मुख्यमंत्री खुद विधानपरिषद के सदस्य हैं वह वोट नहीं डाल सकते, लेकिन भास्कर ने खबर चलाई की मुख्यमंत्री ने डाला वोट। स्क्रीनशाट उपर देखिए।
एक भास्करकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
दैनिक भास्कर की खबर है कि कोहली ने लिंक ट्वीट की जिसमें धोनी पर आरोप हैं। बहुत ही गैर जिम्मेदराना रिपोर्ट… सनसनीखेज और पूर्णतया झूठी रिपोर्ट। दैनिक भास्कर को नहीं पता कि कोई भी यूजर ट्विटर पे कुछ भी नाम रख सकता है। किसी ने कोहली के ट्विटर हैंडल को अपना नाम रख के ट्वीट कर दिया। नोटिफिकेशन हमेशा नाम से आता है।
Dainik Bhaskar’s pathetic Reporting. They Dont know difference between name as handle and real handle
#BoycottBhaskar
https://twitter.com/cric_SKB/status/559245765525008384
Suresh Kumar Bijarniya
[email protected]
भास्कर अपने पहले पेज पर नं 1 अख़बार होने का तो रोज दावा करता है। पर शायद पढ़ने वालों को बेवकूफ समझता है। 19 जनवरी से भास्कर ने ‘नो निगेटिव न्यूज हर सोमवार’ का अभियान शुरु किया है। फ्रंट पेज पर बड़े विज्ञापन के साथ दावा किया है कि ‘आप विश्व के पहले ऐसे पाठक होंगे जिनके सप्ताह की शुरुआत होगी नो निगेटिव सोमवार से’। यह बात हालिया या शुरु से भास्कर से जुड़े पाठकों ने शायद हजम कर ली हो। पर यह बहुत बड़ा झूठ है। इंदौर के बाशिंदे जो बरसों से नईदुनिया और भास्कर दोनों ही पढ़ते आ रहे हैं, वे जानते हैं कि यह पहल नई नहीं है। बरसों पहले भास्कर का प्रतिद्वन्द्वी अखबार नईदुनिया ‘सकारात्मक सोमवार’ शुरु करके बंद भी कर चुका है। नईदुनिया ने 1 जनवरी 2007, जो संयोग से सोमवार का दिन था, ‘सकारात्मक सोमवार’ की शुरुआत की थी, जिसमें सोमवार के दिन पहले पेज पर कोई नकारात्मक खबर नहीं होती थी। नईदुनिया के संपादकीय में ऐसी सकारात्मक पहल के ‘विश्व में पहला’ होने का कोई दावा नहीं किया गया था। पर धृष्टता देखिए कि भास्कर ने नईदुनिया की पहल और संपादकीय नोट की शब्दश: नकल को अपनी अक्ल होने का दावा किया। और तो और अपनी इस पहल को ‘विश्व में पहला’ होने का दावा कितनी बेहयाई से किया। भास्कर के कर्ता-धर्ताओं की स्मृति यदि इतनी कमजोर है, तो अखबार का तो भगवान ही मालिक है। पाठकों के साथ-साथ अब बॉलीवुड सितारों को भी बरगलाकर इस अभियान से जोड़ा जा रहा है। आज आमिर खान जी से साथ एक बड़ा विज्ञापन फिर छापा है। भास्कर नं. 1 होने का दावा चाहे किसी भी आधार पर करे, नं. 1 झूठा उसने खुद को साबित कर दिया है।
इंदौर से एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.