यशवंत सिंह-
हरिद्वार में गंगा नहान और मुफ्त पकवान के साथ इस बार दस रुपये भी कमाए, देखें वीडियो
इसी सहजता को जीने के लिए हरिद्वार जाता हूं… इस एक वीडियो के दो तीन अलग अलग दृश्य समझाने के लिए काफी हैं कि हरिद्वार मेरे जैसों को क्यों पसंद आता है… इन दृश्यों में कुछ भी प्लानिंग के साथ नहीं है.. सब अनायास है, मौलिक है, सहज है…
प्लांड ये था कि ज्यादा से ज्यादा शूट किया जाएगा… लेकिन ये ज्यादा से ज्यादा शूट करने वाला काम भी मुझे बड़ा चिरकुट लगने लगा है… इसलिए बस उतना ही शूट किया गया जितने से हम जो बताना सुनाना चाहते हैं उसके लिए विजुवल मिल जाएं…
गाजीपुर के अपने साथी उमेश श्रीवास्तव जी अपने 49वें जन्मदिन के मौके पर आज मेरे साथ हरिद्वार रहे. उनने काफी कुछ फोटोग्राफी की. शूट किया. खासकर फ्री वाला प्रसाद पाने का जो पूरा वीडियो है, जो मेरे गंगा स्नान का वीडियो है, जो रिक्शे वाला वीडियो है, सबने उन्होंने अपने दिमाग से बनाया… जब बन रहा था तो मुझे लगा कि ये बढ़िया कंटेंट शूट कर रहे हैं, इस पर लिखूंगा…
अगर उमेश जी न होते और अकेला होता तो शायद कुछ भी शूट न करता या एकाध वीडियो बनाता… नहाता खाता और चुपचाप होटल वापस आ जाता….
इस चुपचाप की अवस्था में पहुंचना/होना भी ग़ज़ब है. ये वो अवस्था है जब किसी चीज में आकर्षण न हो… और न किसी चीज के प्रति विकर्षण… सब कुछ एक रहस्यमयी तरीके से खुद ब खुद संचालित होता लगता है… उसमें अपन का चुपचाप चलना और जीना भी….
हरिद्वार मैं क्यों जाता हूं… ये वीडियो देख लेंगे तो थोड़ा क्या, पूरा समझ जाएंगे…
हरिद्वार के इस टूर के कुछ अन्य वीडियो देखें…