आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के होमगार्ड के जवानों के दिन बहुरने वाले हैं। होमगार्ड के जवान अब डंडे के साथ नहीं जल्द ही इंसास राइफल के साथ नजर आएंगे। पंजाब की तर्ज पर नेपाल बॉर्डर पर भी उनकी तैनाती के लिए खाका खींचा जा रहा है। सूबे के खाद्य प्रसंस्करण, होमगार्ड व सैनिक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनिल राजभर आजमगढ़ सर्किट हाउस में गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश के होमगार्डों के मनोबल को ऊंचा करने का हर स्तर पर प्रयास किया जाएगा. होमगार्ड के जवानों को समय से ड्यूटी मिले इसके लिए दूसरी संस्थाओं में प्राइवेट सिक्योरिटी की जगह उनकी तैनाती प्राथमिकता के आधार पर कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनियां नौजवानों का शोषण करती हैं और भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलता है. होमगार्ड के जवानों की क्षमता का बेहतर इस्तेमाल प्रदेश की सुरक्षा के लिए हो इसके लिए तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब के होमगार्ड भारत पाक सीमा पर बीएसएफ के साथ ड्यूटी कर रहे हैं उसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश के होमगार्ड के जवानों को नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा बल के साथ ड्यूटी लगाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।होमगार्ड के जवान अब डंडा वाले नहीं रहेंगे उन्हें आधुनिक हथियार से लैस करने के लिए इंसास राइफल की खरीददारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के होमगार्ड विभाग की गतिविधियों से सीख ली गई है और उनके सिस्टम की अच्छाइयों को शीघ्र ही प्रदेश के होमगार्ड विभाग में लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए भी काम किया जा रहा है प्राथमिकता के आधार पर उनकी समस्याओं को निपटाने के लिए व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सैनिक कल्याण विभाग पूर्व सैनिकों को मजबूत करने के लिए तमाम योजनाओं को चला रहा है जिससे वह स्वावलंबी हो रहे हैं इस सिस्टम का अध्ययन कर यूपी में भी इसे लागू कर किया जाएगा.