Shashi Shekhar : केजरीवाल के बारे में मेरी सोच गलत थी…. मेरे एक मित्र है, अजीत मिश्रा. कल उनका फोन आया. उन्होंने एक दुखद खबर दी कि उनके एक प्रिय मित्र, मीडियाकर्मी अविनाश (मुजफ्फरपुर, बिहार) को कुछ दिन पहले दिल्ली में एक डीटीसी बस ने ठोकर मार दी. इस दुर्घटना में अविनाश बुरी तरह घायल हो गये थे. उन्हें राहगीरों ने मैक्स अस्पताल पहुंचाया. इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गयी.
अजीत ने बताया कि कुल 11 लाख रूपये का खर्च आया था. लेकिन दिल्ली सरकार की नीति और नियम के कारण स्वर्गीय अविनाश के परिवार को एक पैसा भी खर्च नहीं करना पडा. अजीत एक मीडियाकर्मी और राजनीतिक विश्लेषक भी हैं. कल उन्होंने भारी मन से बात करते हुए कहा कि सर, मैं गलत था, जो केजरीवाल की आलोचना करता था, जब खुद पर बात आती है तब समझ में आता है. मैं तो सोच भी नहीं सकता था कि ऐसा हो सकता है.
अजीत ने बताया कि इस दुर्घटना और उसके बाद प्राइवेट अस्पताल के रवैये ने केजरीवाल सरकार के प्रति उनका नजरिया ही बदल दिया. मैक्स अस्पताल जब वे मित्र को ले कर पहुंचे थे तो डॉक्टरों ने कहा कि आप सिर्फ दुआ कीजिए, बाकी कोई चिंता नहीं करनी है. दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि दुआ काम न आई. खैर.
मित्र अजीत की अपील है कि यदि दिल्ली सरकार में कोई नियम हो तो स्वर्गीय अविनाश के परिवार को कुछ मुआवजा दिया जाना चाहिए, चूंकि डीटीसी बस ने उन्हें ठोकर मारी थी. बकायदा, इस संबन्ध में एफ आई आर भी दर्ज है.
उम्मीद है, दिल्ली सरकार शायद उनकी अपील पर ध्यान दे. बहरहाल, आप विचारधारा का अचार लगाइए….जनता को शिक्षा-स्वास्थय चाहिए, जो दिल्ली में मिल रहा है.
युवा पत्रकार शशि शेखर की एफबी वॉल से.