इन दिनों लाइव इंडिया समूह की हालत बेहद खराब है. चिटफंड घोटाले समेत सैकड़ों केसों में फंसे लाइव इंडिया की मूल कंपनी समृद्धि जीवन के मालिक महेश मोतेवार और उनका पूरा परिवार सीबीआई के शिकंजे में है. महेश मोतेवार को सीबीआई ने रिमांड पर ले रखा है. हजारों करोड़ के घोटाले के मामले में फंसा यह चिटफंड समूह अपने मीडिया वेंचर को बचाने की सारी कोशिशें कर रहा है लेकिन पैसा न दिए जाने से इंप्लाई परेशान हैं. दो महीने की सेलरी बकाया है.
खबर है कि आज एचआर हेड अजय मेहता पंद्रह बीस लोगों के साथ लाइव इंडिया आफिस पहुंचा और लाइव इंडिया के डिजिटल, मैग्जीन व अखबार को बंद करने का फरमान सुना दिया. कारण बताया कंपनी के पास पैसा न होने को. उसने कर्मियों को कहा कि आज उन सभी का आखिरी वर्किंड डे है. इस पर भड़के मीडिया कर्मियों ने कहा कि पहले सबका बकाया दो, तीन महीने का नोटिस पीरियड का एडवांस पैसा दो फिर बंद करो. कर्मियों ने एकजुटता दिखाते हुए पुलिस को फोन कर बुला लिया. मीडियाकर्मियों ने बिना फुल एंड फाइनल हुए आफिस छोड़ने और डिजिटल मैग्जीन अखबार बंद किए जाने का विरोध किया. पता चला है कि करीब साल भर से कंपनी ने किसी भी इंप्लाई का पीएफ नहीं जमा किया है. एक मीडियाकर्मी ने पीएफ की डिमांड की तो यही एचआर हेड अजय मेहता ने उसे निकाल दिया. वह पीड़ित मीडियाकर्मी श्रम विभाग जा रहा है और कंपनी को कानूनी लड़ाई के लिए खींच रहा है.
बताया जा रहा है कि समृद्ध जीवन कंपनी में जिन जिन लोगों ने निवेश किया है और उनकी परिपक्वता अवधि आ गई है, उनके पैसे नहीं दिए जा रहे हैं. कंपनी पर इस किस्म का ग्यारह सौ करोड़ का बकाया हो गया है. महेश मोतेवार और पूरी फेमिली पर सैकड़ों केस हैं लेकिन कंपनी का वसूली का काम जारी है. दिल्ली के करोलबाग से लेकर नोएडा तक में कंपनी प्रतिदिन लोगों से करोड़ों रुपये निवेश करा रही है. महेश मोतेवार की पहली और दूसरी दोनों पत्नियों को सीबीआई ने तलब किया है. महेश मोतेवार के अन्य परिजनों को भी पूछताछ के लिए सीबीआई ने बुलाया है. फिलहाल सबसे चिंताजनक हालत मीडिया वेंचर की है. टीवी, डिजिटल, मैग्जीन, अखबार सभी में कार्यरत लोग अपने भविष्य को लेकर चिंतित है. पैसे न मिलने से रोजाना की जीवनचर्या पर असर पड़ने लगा है.