अमिताभ ठाकुर की मुलायम सिंह यादव को पहली शह। अरबों रुपए के घोटाले में फंसे नॉएडा के इंजीनियर यादव सिंह को मुलायम सिंह और उन के पुत्र अखिलेश यादव लगातार बचाते रहे । पर अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर द्वारा दायर पी आई एल पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने यादव सिंह मामले की सीबीआई जांच के आदेश जारी कर दिए ।
ज़िक्र ज़रूरी है कि अमिताभ ठाकुर को दी गई चार्ज शीट में एक आरोप यह भी है कि वह पी आई एल बहुत करते हैं । जनहित के मुद्दों पर अगर सरकार आंख मूंदेगी , भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे लोगों को बचाने के लिए सारी ताकत लगा देगी , अपने कुकर्मों पर परदे डालने के लिए मीडिया को खरीद लेगी तो अमिताभ ठाकुर जैसे लोगों को , सूर्य प्रताप सिंह जैसे लोगों को जिन की आत्मा अभी मरी नहीं है , सामने आना ही होगा ।
कोई सरकार , कोई सिस्टम इन को नहीं रोक सकता । ज़िक्र ज़रूरी है कि सूर्य प्रताप सिंह को भी अखिलेश सरकार ने कल चार्ज शीट थमा दी है। कहां तो सरकारों को ऐसे ईमानदार अफसरों को शासन में जगह दे कर , इज़्ज़त दे कर उन का बेस्ट लेना चाहिए । कहां इन को प्रताड़ित किया जा रहा है सच कहने के लिए । सूर्य प्रताप सिंह ने सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप खुल कर और प्रमाण सहित लगाए हैं । वह भी फेसबुक पर । सरकार के पास उन के सवालों का कोई जवाब नहीं है । कोई काट नहीं है तो उन पर बेवकूफी के बचकाने आरोप लगा कर सस्पेंड कर रही है , चार्ज शीट दे रही है। सरकार कटघरे में है , यह अधिकारी नहीं । बताईये कि अखिलेश सरकार कि नज़र में यादव सिंह पाक साफ लेकिन अमिताभ ठाकुर और सूर्य प्रताप सिंह दोषी ! अजब है यह भी !
saharian
July 17, 2015 at 6:00 am
बड़े भाई दयानन्द पाण्डेय जी, सहारा इंडिया परिवार के पत्रकारों की दयनीय दशा के बारे मे भी कुछ विचार व्यक्त करें । नाच-गाने पर करोड़ो लुटाने वालों के जमीर को ललकारें ताकि पत्रकारों को उनकी पगार मिल सके।