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सियासत

भारी विरोध के बावजूद फ़्रांसीसी व्यंग पत्रिका शार्ली हेब्दो का सम्मान

विरोध के बावजूद पैग़म्बरे इस्लाम का अपमान करने वाली फ़्रांसीसी व्यंग पत्रिका शार्ली हेब्दों को अमरीका के न्यूयार्क में सम्मानित किया गया। बताते हैं कि यह पुरस्कार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से दिया गया। पुरस्कार ‘मेमोरीज ऑफ पोरकुपाइन’ के लेखक एलाइन मबानकोऊ द्वारा प्रदान किया गया। 

<p>विरोध के बावजूद पैग़म्बरे इस्लाम का अपमान करने वाली फ़्रांसीसी व्यंग पत्रिका शार्ली हेब्दों को अमरीका के न्यूयार्क में सम्मानित किया गया। बताते हैं कि यह पुरस्कार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से दिया गया। पुरस्कार 'मेमोरीज ऑफ पोरकुपाइन' के लेखक एलाइन मबानकोऊ द्वारा प्रदान किया गया। </p>

विरोध के बावजूद पैग़म्बरे इस्लाम का अपमान करने वाली फ़्रांसीसी व्यंग पत्रिका शार्ली हेब्दों को अमरीका के न्यूयार्क में सम्मानित किया गया। बताते हैं कि यह पुरस्कार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से दिया गया। पुरस्कार ‘मेमोरीज ऑफ पोरकुपाइन’ के लेखक एलाइन मबानकोऊ द्वारा प्रदान किया गया। 

पेन अमेरिकन सेंटर की ओर से आयोजित यह समारोह इसलिए भी विशेष हो गया कि इस समारोह को टेक्सास में पैगम्बरे इस्लाम (स) पर आयोजित कार्टून प्रतियोगिता के दौरान हुई गोलीबारी के मात्र दो दिनों के अंतराल पर किया गया।  टेक्सास में हुए हमले को देखते हुए समारोह के आयोजनकर्ताओं ने सुरक्षा बढ़ा दी। 

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कई लेखकों के विरोध के बावजूद पेन अमेरिकन सेंटर ने यह पुरस्कार, पत्रिका शार्ली हेब्दो को ही देने का निर्णय किया। पेन ने बताया कि प्रतियोगिता से नाम वापस लेने वाली एक उपन्यासकार रिचेल कुश्नेर, शार्ली हेब्दो की सांस्कृतिक असहिष्णुता से असंतुष्ट हैं।

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