युवा पत्रकार शेखर कुणाल ने अपनी पीड़ा फेसबुक पर साझा की. उसे भड़ास पर भी प्रकाशित किया गया. इसके बाद उनके पास देश के कई हिस्सों से फोन आए. कई लोगों ने जॉब देने के संदर्भ में बात की. पर कहीं कुछ पक्के तौर पर हुआ नहीं.
इस बीच यूपी के कई शहरों से प्रकाशित नए अखबार अमृत विचार के प्रधान संपादक शंभू दयाल वाजपेयी ने भड़ास पर युवा पत्रकार की पीड़ा पढ़कर अपने स्तर से पहल की.
शंभू दयाल जी ने भड़ास के माध्यम से शेखर कुणाल से संपर्क किया. उन्होंने अमृत विचार अखबार की लखनऊ में होने वाली लांचिंग से उन्हें जुड़ने की पेशकश की.
शेखर कुणाल ने अमृत विचार, लखनऊ के डिजिटल विंग में काम करने का आफर स्वीकार किया. उन्होंने हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुश्किल वक्त में शंभू सर ने जो मदद की है, उसे वह ताउम्र याद रखेंगे और अमृत विचार अखबार के लिए पूरे मनोयोग से काम करेंगे.
ज्ञात हो कि अमृत विचार अखबार के लखनऊ से प्रकाशन की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं. प्रिटिंग के लिए नई मशीन लगनी है. आफिस के लिए जमीन की व्यवस्था हो गई है. जल्द ही अखबार यहां से लांच हो जाएगा.
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One comment on “परेशान और बेरोजगार पत्रकार को मिल गई नौकरी”
Aasha hai ab kunal shekhar un logon ko unka paisa wapas kar denge jinhone bure waqt mai unki madad ki thi… Wo bhi apna pet kaat kar…