डॉ राकेश पाठक-
एमपी की सीधी पुलिस ने पत्रकारों का ये हाल किया है… BJP विधायक के खिलाफ़ ख़बर लिखने पर FIR दर्ज़
सीधी जिले की पुलिस ने पत्रकारों को थाने में बुलाकर अर्धनग्न अवस्था में खड़ा कर दिया है। इनमें से ज्यादातर यूट्यूब चैनल चलाते हैं।
सबसे बाएं दाढ़ी वाले हैं कनिष्क तिवारी। कनिष्क बघेली में अपने यूट्यूब चैनल पर खबरें चलाते हैं। उनके चैनल के सवा लाख सब्सक्राइबर हैं।
बताया गया है कि इन पत्रकारों ने भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला के खिलाफ ख़बरें चलाई थीं जिससे शुक्ला नाराज़ थे। उनके कहने पर सीधी पुलिस ने कनिष्क और उनके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
पुलिस का कहना है कि ये लोग फर्जी आईडी से भाजपा सरकार और विधायकों के खिलाफ लिखते और ख़बरें दिखाते हैं।
फ़िलहाल इस तस्वीर से मीडिया जगत में हड़कंप मचा हुआ है!
कनिष्क तिवारी के बारे में बताया जा रहा है कि वे न्यूज़ नेशन के भी पत्रकार हैं। देखें ये-
एक टिप्पणी ये भी-
मध्यप्रदेश के सीधी में पुलिस ने गज़ब का कारनामा कर दिखाया। पुलिस यूट्यूबर पत्रकारो को पकड़ कर थाने लाई फिर उन्हें अर्धनग्न करके उनका फ़ोटो सेशन किया। मतलब मध्यप्रदेश तो हमारे यूपी से बहुत पीछे है। हमारे यहां तो बड़े मीडिया संस्थानों के पत्रकारों को सीधे जेल भेज दिया जाता है। MP पुलिस को यूपी पुलिस से सीखना चाहिए।
Comments on “एमपी पुलिस ने यूट्यूब चैनल वाले पत्रकारों का ये क्या हाल कर दिया!”
सीधी के सभी पत्रकारों को भी यूपी के बलिया की तरह एक होना चाहिये, ऐहसान फरामोश उस नेता औऱ नेता के टुकड़ों पर पलने वाले उक्त कोतवाल को सबक सिखाना चाहिये। सत्ता के नशे में चूर विधायक का सीधी की जन्ता को ..…… की माला पहनाकर स्वागत करना चाहिए साथ ही उक्त कोतवाल को भी सबक सिखाना जरूरी है। जिससे इसकी सात पीढ़ी याद रखे कि बेकसूर लोगो को फसाना क्या होता है।
मप्र के पत्रकारों अब भी समय है
राहुल सिसौदिया- पत्रकार
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=326690362783567&id=100011018974926
रुड़की में चालान को लेकर बड़ा फर्ज़ी वाडा हो रहा है आये दिन फ़र्जी चालान काटे जा रहे है गहि तक नही बल्कि RC होने के बावजूद भी गाड़ी सीज की जा रही है और चालान में RC का ना होना मौके पर लिखा जा रहा है जबकि RC मौके पर मौजूद है ।
कोई सोशल मीडिया के जरिये अपनी बात रखता है। कोई लेख लिखकर, तो कोई बाजार में बोलकर। लेकिन सिर्फ यूट्यूब के पत्रकार होने के नाते इस तरह की बर्बरता पुलिस द्बारा की जा रही है। तो पत्रकार संगठनों को इसका विरोध करना चाहिए
यह तो पत्रकारिता जगत का ही अपमान है
TI को लाइन हाजिर किया गया आरक्षक को भी लाइन हाजिर किया गया लेकिन उस विधायक का क्या जिसके कहने पर ये सब हुआ है सरकार सो रही है क्या…?
Ti एक अच्छा आदमी है मनोज सोनी ने बहुत से लोगो की मदद भी को है मैं सीधी में बहुत दिनों तक रहा हु यह सब राजनैतिक दबाव में आकर किया होगा TI भी दबाव में रहा होगा इसकी भी पड़ताल किया जाना चाहिए