राहुल करैया-
चार घण्टे की मेहनत में इतना जरूर पता चला कि रंगमंच कर्मी ओर पत्रकार महोदय दूध के धुले नही है। अनुराग मिश्रा के नाम से फर्जी आईडी बना कर विधायक और उन के बेटे के खिलाफ विवादास्पद ख़बरें पोस्ट की जा रही थी ..
ममता मल्हार-
सीधी मामले की खबर तो मैं तब तक नहीं बनाउंगी जब तक दोनों तरफ से सही बात सामने नहीं आ जाती क्योंकि भेड़चाल में हुआ-हुआ अपन नहीं करते। बाकी पुलिस का कृत्य निंदनीय है। बाकी पत्रकारों से निवेदन है कि मुझे ज्ञान देने के बजाय अपने स्तर पर छानबीन करें और सच्चाई सामने लाएं। यह सब खबर लिखने के कारण तो नहीं ही हुआ है। लल्लनटॉप वालों की बात पर भी गौर करिये।
Comments on “अधनंगा प्रकरण में पुलिस का पक्ष भी जानिए, fb की फ़र्ज़ी id बना कर विधायक को गरिया रहे थे!”
पत्रकार गलत ही थे तो इन्हें अर्ध नग्न क्यों किया गया और इनकी तस्वीरे सोशल मीडिया पर थाने या लॉकअप से किसने डाली । ये पत्रकारों को आमजन की नजर में शर्मिंदा करने का कृत्य था जो सोची समझी प्लानिंग के तहत किया गया । मुझे इस मामले में भरवों से ज्ञान नही प्राप्त करना बस उनसे यही पूछना है कि यदि पत्रकार को अपमानित करना है तो अब बस यही बचा है कि उनकी बहू बेटियों और बीवी को भी इसी हालत में खड़ा कर फोटो सेशन करवा दो बाकी कुछ करने की जरूरत नही यदि उस पत्रकार में सम्मान बचा होगा तो ऐसा होने के बाद या तो आत्महत्या कर लेगा या फिर ऐसे नीचों की हत्या कर हत्यारा बन जायेगा ।
यह जो पुलिस का पक्ष डाल रहा है असल मै इन दल्लो ने ही पत्रकारिता की वाट लगाई है इन जेसे भड़वो के कारण ही पुलिस प्रशासन पत्रकारों के साथ यह सब करने की हिमाक़त कर रहा है इस भड़वे को भी नंगा कर इस की फ़ोटो सार्वजनिक कर सामज़िक हत्या होनी चाहिए तब एस को पता चलेगा दल्ला कही का