यशवंत सिंह-
‘हर अधिकारी में एक अमिताभ ठाकुर होता है पर सबके पास नूतन ठाकुर जैसी पत्नी नहीं होती!’
उपरोक्त बात अमिताभ ठाकुर से एक बड़े अफ़सर ने कही थी। उन अफ़सर का नाम भी लिया अमिताभ ने।
इस इंटरव्यू के उत्तरार्ध में तीन सवाल नूतन ठाकुर को लेकर है।
अमिताभ ठाकुर जब जेल में थे तो नूतन का असली व्यक्तित्व सामने आया। एक महिला कितने मोर्चों पर अकेली जूझ रही थी।
अमिताभ ने कहा- मुझे गर्व है, घमंड है कि मैं नूतन ठाकुर का पति हूँ।
एक ऐसा इंटरव्यू जिससे पता चलता है कि जेल भेजकर अमिताभ को डराया न जा सका। वे जेल में रहते हुए जेल के भीतर के उत्पीड़न-दुखों के ख़िलाफ़ मुखर थे। तभी तो जेल अधीक्षक को कहना पड़ा- तुम यहाँ रहनुमा बनकर तो आए नहीं हो!
इंटरव्यू देखना शुरू करेंगे तो फिर देखते ही रह जाएँगे…
ज़बरिया रिटायर और ज़बरिया क़ैदी अमिताभ ठाकुर ने जेल से निकलने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में क्या कुछ कहा, सुनिए देखिए! Youtube लिंक ये है-
जेल अधीक्षक ने IPS से कहा- ‘तुम यहां रहनुमा बनकर तो आए नहीं हो!’ https://youtu.be/NQss4h-Jsgo