अणु शक्ति सिंह-
सात साल का बच्चा है। प्राइवेट स्कूल की कथित मालकिन और शिक्षिका उस बच्चे के होमवर्क न करने से इतनी नाराज़ हैं कि वे उसे क्लास के सभी बच्चों से पिटवाती हैं।
उनके ज़हन में उपस्थित हिंसा इतनी तेज़ है कि अगर किसी बच्चे ने धीरे मारा तो उन्हें संतोष नहीं हुआ। वे उस बच्चे को और तेज़ मारने को कहती हैं जिससे मार खा रहे बच्चे का मुँह लाल हो।
हिंसा यहीं नहीं रुकती है। वह कथित शिक्षक एक टिप्पणी देती है। सभी मुस्लिम बच्चों को लेकर, उनकी माँओं को लेकर। वे उन्हें सिरे से नकारा घोषित करती हैं।
ज़हर का अतीव वाला ज़ोर इधर है। मुसलमानों के प्रति नफ़रत। वह नफ़रत जिसकी वजह से अब तक बड़े मारे जा रहे। लिंच हो रहे थे, अब छोटे बच्चों तक पहुँच रही है।
मैं नहीं मानती कि यह नफ़रत अचानक पैदा हो गई। यह नफ़रत उन दिमाग़ों में दशकों से थी। अब उस नफ़रत को एक पैरोकार मिल गया है।
वह पैरोकार जिसे वोट मिलती ही सांप्रदायिकता के उठान से है। लोग जितने सांप्रदायिक होंगे, यह पैरोकार और अधिक फूलेगा-फलेगा।
ज़ाहिर है नफ़रती इस वक़्त और अभी बिना लाज-लिहाज़ के नफ़रत बिखेर रहे हैं।
फ़िलहाल मैं उस बच्चे के बारे में सोच रही हूँ। क्या असर होगा उसके ज़हन पर? कैसे लेगा वह तमाम चीज़ों को?
और वे तमाम लोग जो अल्पसंख्यक हैं और अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं, उन पर क्या बीत रही होगी? डर का स्तर क्या थोड़ा और नहीं बढ़ गया है? क्या वे इसी ख़ातिर अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं?
मैं क्यों अपने बच्चे को स्कूल भेजती हूँ? वही ऐसी नफ़रत सीखकर घर लौटे?
सिद्धार्थ ताबिश-
मुज़फ्फरनगर की ये टीचर अभी तक अरेस्ट हुई कि नहीं?
मैंने बरसों से टीवी पर न्यूज़ नहीं देखी है इसलिए ऐसी ख़बर से मैं अनजान रह जाता हूँ.. चूँकि ये न्यूज़ ऑनलाइन किसी चैनल की हैडलाइन नहीं बनी इसलिए मैं इसे मिस कर गया.. आज देखा तो मन सिहर उठा.. मुज़फ्फर नगर की ये “घिनौनी औरत” तृप्ता त्यागी, अपने क्लास के एक मासूम मुस्लिम बच्चे को दूसरे बच्चों से सिर्फ़ इसलिए पिटवा रही थी क्यूँ वो बच्चा “मुसलमान” घर में पैदा हो गया था।
मैंने जब सर्च किया तो पाया कि इस ख़बर को लगभग हर अखबार ने प्रमुखता से छापा है.. मगर अभी तक इस घिनौनी औरत के खिलाफ कोई भी कार्यवाई नहीं हुई है.. ये शर्मनाक है और भर्त्सना पूर्ण है।
देखते हैं आगे सरकार क्या करती है.. हम जैसों की अब नज़र बनी रहेगी इस ख़बर और इसकी कार्यवाई पर.. बहुत कुछ तय होगा इस बात से अब.. ऐसे लोगों को अगर योगी सरकार छोड़ती है तो फिर ये बात बहुत दूर तक जायेगी।
लेटेस्ट डेवलपमेंट ये है कि तृप्ता त्यागी के कहने पर जिस बच्चे ने उस मुस्लिम बच्चे को मारा था, उसके घर किसान नेताओं ने जा कर दोनो को गले मिलवाया।
Ramchandra Prasad
August 28, 2023 at 2:07 pm
कठुआ की घटना पर भी कुछ कहेंगे?
Ramchandra Prasad
August 28, 2023 at 2:09 pm
कठुआ की घटना पर भी कुछ कहेंगे महाशय?