उत्तर प्रदेश में जंगलराज का आलम ये हो गया है कि अब जनता तो जनता, अफसर तक सुरक्षित नहीं हैं. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर आज सुबह जब गाजियाबाद से लखनऊ लौटे तो पता चला कि उनके घर में भीषण चोरी हो चुकी है. गोमती नगर स्थित उनके घर में चोरी की ये घटना कोई सामान्य नहीं है. जहां पर अमिताभ ठाकुर का घर है, वहां ढेर सारे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का घर है. मतलब वीआईपी इलाका है. इस इलाके में घुसने और चोरी करने की हिम्मत कोई सामान्य चोर कर ही नहीं सकता.
IPS officer Amitabh Thakur
आईपीएस अमिताभ ठाकुर जनपक्षधर पुलिस अधिकारी हैं और जनता के मुद्दों को लेकर शासन-सरकार से भिड़ते रहते हैं इस कारण उन्हें समय-समय पर परेशान-प्रताड़ित किया जाता रहता है. माना जा रहा है कि अमिताभ ठाकुर के घर चोरी करने वाले चोर कोई सामान्य चोर नहीं हैं बल्कि शासन-सरकार से संरक्षण पाए चोर हैं. इसी कारण उनकी हिम्मत इस घर में चोरी करने की पड़ी. चोरी हो जाए और सरकार-पुलिस पर आंच न आए, इसके लिए पृष्ठभूमि बनाई जा चुकी थी. गोमतीनगर के थानेदार ने एक बार अमिताभ ठाकुर को लिखित में कह दिया था कि आप अपने घर का ध्यान रखें अन्यथा चोरी हो सकती है. तब अमिताभ ठाकुर ने इस हरकत पर ऐतराज जताते हुए शासन-प्रशासन को पत्र लिखा था. पढ़ें ये पुरानी खबर: इन्स्पेक्टर ने आईपीएस को हड़काया, चोरियों का जिम्मेदार बताया
अब जबकि चोरी हो चुकी है, लोगों में चर्चा है कि जिस राज्य में जनता की लड़ाई लड़ने वाले अफसर तक का सुरक्षित नहीं है, वहां आम जन का क्या हाल होता होगा. यूपी में अब आलम ये है कि हर तरफ भ्रष्टों का राज है, भ्रष्टों का शिकंजा है. भ्रष्टों ने भ्रष्टाचार के दायरे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने का अभियान छेड़ रखा है ताकि कोई भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाला ही न रह जाए, सब भ्रष्टाचार की मलाई में डूबकर मिल बांट खाएं.
अपने विभाग के कुछ अफसरों द्वारा बच्चों से मजदूरी कराए जाने के प्रकरण की जांच के लिए अमिताभ ठाकुर गाजियाबाद गए हुए थे. दो दिन तक जांच-पड़ताल की कार्यवाही की. अफसरों को बाल मजदूरी कराने का दोषी पाया और इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट सौंपी. अपना कर्तव्य निभाकर अमिताभ लौटकर आज सुबह लखनऊ पहुंचे. तब उन्हें पता चला कि उनके घर भीषण चोरी हो चुकी है. अमिताभ के साथ उनकी पत्नी नूतन ठाकुर भी गाजियाबाद गई हुई थीं. इनके दो बच्चे घर से दूर अलग-अलग जगहों पर रहकर लॉ की पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में उनका घर बंद था.
सत्ता संरक्षित चोर इसी अवसर की फिराक में थे और मौका देख हाथ साफ कर दिया. साफ-साफ कहा जाए तो ये घटना सामान्य चोरी की नहीं बल्कि इरादतन एक ऐसे आईपीएस अफसर को परेशान करने, दुखी करने की है जो समय-समय पर भ्रष्ट अफसरों, भ्रष्ट नीतियों, भ्रष्ट कार्यवाहियों के खिलाफ बोलता लिखता लड़ता रहता है और पीड़ित जनों की आवाज में अपनी आवाज मिलाकर जनपक्षधरता को बुलंद करता रहता है. यह तय है कि इस चोरी के प्रकरण को सामान्य चोरी के प्रकरण की तरह लखनऊ के अफसर, लखनऊ की मीडिया और लखनऊ के नेता ट्रीट करेंगे. नूतन ठाकुर ने चोरी होने के बाबत अपने एफबी वाल पर शुरुआती जो जानकारी लिखी है, वह इस प्रकार है:
Nutan Thakur : गाज़ियाबाद से वापस आने पर मालूम हुआ कि हमारे लखनऊ स्थित मकान में कल रात भारी चोरी हुई है. When back from Ghaziabad, found that massive burglary has taken place in our Lucknow house.
अंत में हम लोग तो यही कहेंगे कि यूपी में ‘चोरों’ की सरकार है, इसलिए अमिताभ-नूतन तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं.
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह के फेसबुक वॉल से.