Amitabh Thakur : मैं अपनी व्यक्तिगत हैसियत में दिल्ली में हाल में घटित हिंसक घटनाओं में दिल्ली पुलिस की भूमिका, परेशानियों, प्रदर्शन तथा चुनौती के संबंध में अध्ययन कर रहा हूँ.
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यूपी के इस आईपीएस आफिसर ने दिल्ली दंगों में पुलिस की भूमिका पर अध्ययन करने का किया एलान
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर दिल्ली दंगों में दिल्ली पुलिस की भूमिका, परेशानियों, प्रदर्शन तथा चुनौती के संबंध में अध्ययन करेंगे. वे यह अध्ययन अपनी व्यक्तिगत हैसियत में करेंगे.
आईजी अमिताभ ठाकुर को जबरिया रिटायर करने की तैयारी!
एक बड़ी चर्चा लखनऊ के गलियारों में तैर रही है. कहा जा रहा है कि बेबाक लिखने-बोलने वाले आईपीएस अधिकारी आईजी अमिताभ ठाकुर को जबरिया रिटायरमेंट देने की तैयारी केंद्र और राज्य की सरकारें कर रही हैं. इस बाबत अंदरखाने कागजी औपचारिकता पूरी की जा रही है.
IPS को फोन कर धमकाने के मामले में पुलिस ने फिर नहीं माना मुलायम को दोषी, पढ़ें सीओ की रिपोर्ट
10 जुलाई 2015 को आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को फोन द्वारा दी गयी धमकी के सम्बन्ध में दर्ज मामले में लखनऊ पुलिस ने मुलायम सिंह यादव को दोषी नहीं माना है. 12 अक्टूबर 2018 को सीजेएम लखनऊ को भेजी अपनी आख्या में विवेचक सीओ बाज़ारखाला अनिल कुमार यादव ने कहा है कि 26 जुलाई 2018 …
आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईपीएस अमिताभ ठाकुर निर्दोष पाए गए
Nutan Thakur : आय से अधिक संपत्ति मामले का कड़वा सच. राजनैतिक दवाब में विजिलेंस ने फर्जी जाँच कर मेरी संपत्ति को भी मेरे पति अमिताभ ठाकुर की संपत्ति बता कर उनकी आय रु० 1,17,99,465 तथा व्यय/संपत्ति रु० 2,16,11,629 बता कर उन पर रु० 98,12,164 के अनानुपतिक आय का मुक़दमा लिखवा दिया था.
असली दबंग आईपीएस : जो न सीएम से डरा, न नेताओं से झुका (देखें वीडियो)
इसे असली दबंग कहते हैं. यह आईपीएस अफसर न सीएम से डरता है और न ही सीएम के पिता यानि नेताजी के धमकाने पर झुकता है.
भाजपा राज में भी अशोक खेमका और अमिताभ ठाकुर के साथ न्याय नहीं हुआ!
Surya Pratap Singh : मेरे सहयोगी अशोक खेमका, IAS ने आज ट्विटर पर निम्न विचार लिखा…..
एयर इंडिया को खुद के निजीकरण और पीएमओ को पीएम की विदेश यात्रा के बारे में नहीं पता!
एयर इंडिया, जिसके निजीकरण के सम्बन्ध में पिछले दिनों लगातार चर्चा चल रही है, को अपने स्वयं के निजीकरण के सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं है. आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने एयर इंडिया से उसके निजीकरण के सम्बन्ध में उसके तथा अन्य कार्यालयों में हुए पत्राचार सहित निजीकरण प्रस्ताव विषयक समस्त अभिलेख देने का अनुरोध किया था. एयर इंडिया के एजीएम (ओए) एस के बजाज ने 11 जुलाई 2017 के अपने पत्र द्वारा बताया कि एयर इंडिया ने किसी प्रस्तावित निजीकरण के सम्बन्ध में किसी भी कार्यालय से कोई पत्राचार नहीं किया है और न ही उसे इस सम्बन्ध में कोई भी पत्र प्राप्त हुआ है. अतः उसे प्रस्तावित निजीकरण के सम्बन्ध में कोई सूचना नहीं है. नूतन के अनुसार यह आश्चर्यजनक है कि जिस कंपनी का निजीकरण प्रस्तावित है, वह ही इस पूरी प्रक्रिया से अलग रखा गया दिख रहा है.
विदेशमंत्री से गुहार पर आयरलैंड में भारतीय छात्र को मदद
आयरलैंड के ट्रिनिटी कॉलेज, डबलिन में भारतीय पीएचडी छात्र लखनऊ निवासी आईआईटी कानपुर के बी टेक स्नातक गोकरण शुक्ला के मामले में यूपी कैडर आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और आयरलैंड में भारतीय एम्बेसी को शिकायत करने के बाद संत विन्सेंट अस्पताल, डबलिन के मनोविज्ञान विभाग से मुक्त कर दिया गया है.
वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्र और चर्चित पुलिस अफसर अमिताभ ठाकुर ने सीएम योगी से की मुलाकात
लखनऊ से खबर आ रही है कि वरिष्ठ पत्रकार और नेशनल वायस चैनल के एडिटर इन चीफ ब्रजेश मिश्र ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. दोनों के बीच देर तक प्रदेश की समस्याओं और पत्रकारिता को लेकर बातचीत हुई. योगी के सीएम बनने के बाद ब्रजेश मिश्र पहले पत्रकार हैं जिन्हें मुख्यमंत्री योगी ने मिलने के लिए बुलाया. ईटीवी को यूपी में चमकाने वाले ब्रजेश मिश्र इन दिनों नेशनल वायस न्यूज चैनल का संचालन कर रहे हैं. चुनाव के दौरान ब्रजेश मिश्र ने पूरे राजनीतिक हालात का सटीक ब्योरा चैनल पर दिया और पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि बीजेपी बहुत ज्यादा सीटों से बहुमत हासिल कर रही है.
अमिताभ ठाकुर के अच्छे दिन शुरू, पुलिस ने रेप के मुकदमे को झूठा मान लिया
Amitabh Thakur : 20 महीने बाद आज पुलिस ने हाई कोर्ट के सामने स्वीकार किया कि मुझ पर और मेरी पत्नी पर लगाया गया बलात्कार का मुक़दमा झूठा पाया गया और उसमे अंतिम रिपोर्ट लगाई जा रही है, लेकिन क्या पुलिस की इस अंतिम रिपोर्ट से 20 महीने तक बलात्कार का झूठा मुलजिम होने का …
अब कैडर परिवर्तन नहीं चाहते आईपीएस अमिताभ ठाकुर
यूपी कैडर आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर अब उत्तर प्रदेश से अपना कैडर परिवर्तन नहीं चाहते हैं. आज उन्होंने सचिव, गृह मंत्रालय, भारत सरकार को पत्र भेज कर कहा कि उन्होंने पूर्व में मुलायम सिंह धमकी के बाद उन्हें और उनके परिवार को कई अत्यंत ताकतवर लोगों से जान को वास्तविक खतरा होने की बात कहते हुए कैडर परिवर्तन हेतु प्रेषित प्रत्यावेदन दिया है.
केंद्र सरकार ने आईपीएस अमिताभ ठाकुर के कैडर परिवर्तन से मना किया
यूपी कैडर आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा मुलयम सिंह धमकी मामले के बाद से उन्हें नौकरी में कई प्रकार से प्रताड़ित किये जाने और कई अत्यंत ताकतवर लोगों द्वारा उन्हें जान को वास्तविक खतरा होने की बात कहते हुए 16 जून 2016 को गृह मंत्रालय, भारत सरकार को अपने कैडर परिवर्तन हेतु प्रेषित अनुरोध को केंद्र सरकार से अस्वीकृत कर दिया है.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर का कैडर केस तीन माह में निस्तारित करने का आदेश
केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) की लखनऊ बेंच ने भारत सरकार को आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा कैडर परिवर्तन हेतु प्रेषित आवेदन पर 03 माह में निर्णय लेने के आदेश दिए हैं. न्यायिक सदस्य जस्टिस विष्णु चन्द्र गुप्ता की बेंच ने यह आदेश अमिताभ की अधिवक्ता डॉ नूतन ठाकुर, केंद्र सरकार के अधिवक्ता शत्रोघन लाल तथा राज्य सरकार के अधिवक्ता सुदीप सेठ को सुनने के बाद दिया.
यूपी में अब मेरा काम कर पाना संभव नहीं : आईपीएस अमिताभ ठाकुर
यूपी कैडर आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने गृह मंत्रालय, भारत सरकार को दुबारा पत्र लिख कर अपना कैडर यूपी के बाहर किसी अन्य राज्य में किये जाने की मांग की है. अमिताभ ने मुलयम सिंह धमकी मामले के बाद से उन्हें नौकरी में कई प्रकार से प्रताड़ित किये जाने और कई अत्यंत ताकतवर लोगों द्वारा …
यादव कुल में लातम-जूतम : कहीं आईपीएस अमिताभ ठाकुर और पत्रकार यशवंत सिंह के श्रापों-आहों का असर तो नहीं!
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में भयंकर ड्रामा चरम पर है. सारे चेहरे बेनकाम हो रहे हैं, मुलायम सिंह यादव से लेकर रामगोपाल यादव तक और शिवपाल यादव से लेकर अखिलेश यादव तक. हर कोई स्वार्थ, लिप्सा और सत्ता की चाहत में किसी भी लेवल पर गिरने को तैयार है. जनता हक्की बक्की देख रही है. उधर, कुछ लोगों का कहना है कि आईपीएस अमिताभ ठाकुर व भड़ास फेम पत्रकार यशवंत सिंह जैसे बहादुर, ईमानदार और सरोकारी लोगों के साथ सपा की इस सरकार के राज में जो जो बुरा बर्ताव किया गया, उसकी आहों व बददुवाओं का असर है कि अखिलेश यादव राज बवंडर में है और यादव कुल के किसी भी व्यक्ति का जीवन शांत नहीं रह गया है.
आईपीएस को फोन पर धमकाने के मामले में मुलायम की मुश्किलें बढ़ीं, पुलिस रिपोर्ट खारिज, आवाज़ मिलान के आदेश
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को मोबाइल फोन से दी गयी धमकी के सम्बन्ध में दर्ज एफआईआर में हजरतगंज पुलिस द्वारा लगाये गए अंतिम रिपोर्ट को अदालत ने ख़ारिज कर दिया है. सीजेएम लखनऊ संध्या श्रीवास्तव ने अपने आदेश में कहा कि केस डायरी से स्पष्ट है कि विवेचक ने कॉम्पैक्ट डिस्क में अंकित वार्तालाप की आवाज़ का नमूना परीक्षण नहीं कराया है और मात्र मौखिक बयान दर्ज कर के अंतिम रिपोर्ट प्रेषित कर दिया है.
यूपी के जंगलराज से परेशान आईजी अमिताभ ठाकुर ने कैडर चेंज की मांग की
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने गृह मंत्रालय, भारत सरकार को उन्हें उत्तर प्रदेश से किसी अन्य कैडर में भेजने हेतु प्रत्यावेदन दिया है.
यूपी में डीआईजी ने सिपाही को बेवजह पीटा तो न्यायप्रिय आईजी ने डीआईजी के खिलाफ मोर्चा खोला
Amitabh Thakur : डीआईजी फैजाबाद ने सिपाही को पीटा, वर्दी नोची! फैजाबाद पुलिस लाइन के आरक्षी श्री जुबैर अहमद ने आज मेरे पास आ कर बताया कि कल रात 05 जून करीब 12 बजे डीआईजी फैजाबाद श्री विजय कुमार गर्ग ने उन्हें मात्र इसीलिए भद्दी गलियां दीं और मारपीट की क्योंकि वे कथित रूप से …
यूपी के आईजी अमिताभ ठाकुर का आरोप- मथुरा कांड के सबसे बड़े गुनाहगार शिवपाल सिंह यादव!
Amitabh Thakur : स्पष्ट गंभीर प्रशासनिक अकर्मण्यता के चलते इतने सारे लोगों की मौत के जिम्मेदार डीएम और एसएसपी मथुरा का मात्र ट्रांसफर पूर्णतया अपर्याप्त है और न्याय-हित में इनका तत्काल निलंबन अपरिहार्य प्रतीत होता है. मथुरा की घटना गलत पैसे को हासिल करने की हवस और अनैतिक राजनैतिक शह का ज्वलंत उदहारण है. मेरी …
आईजी अमिताभ ठाकुर ने यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन को बेशर्म कहा
Amitabh Thakur : यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन पर 02 क्लास IV कर्मियों को अवैध रूप से घरेलू काम पर रखते हुए, अपने लड़के की शादी में एक बिल्डर द्वारा दिए गए 30 लाख के हीरों का हार चोरी होने के शक में, उन सरकारी कर्मियों को 02 माह के अवैध पुलिस हिरासत में …
भाड़ की औकात बता दिया अकेले चने ने, अमिताभ ठाकुर को बधाई….
Braj Bhushan Dubey : भाड़ की औकात बता दिया अकेले चने ने। अमिताभ ठाकुर को बधाई…. मुख्यमंत्री जी के पिता पर अपराध दर्ज कराने से लेकर अपराधी, तस्कर, रिश्वतखोरों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने वाले अमिताभ ठाकुर सीएम व उनके परिवार का कोप भाजन बन दस माह तक निलम्बित रहे। सत्याग्रह, लिखना पढना और उचित …
अमिताभ ठाकुर आईजी बन कर पूरी ठसक के साथ अपने आफिस में बैठे हैं
लखनऊ : मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान केवल सात दिन की तैनाती पाये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र दुबे को दंगा न सम्भाल पाने को लेकर शासन ने दोषी ठहराया। दुबे को इस आरोप में मुजफ्फरनगर से हटाकर लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कार्यालय में सम्बद्ध कर दिया गया और इसके 15 दिन बाद उन्हें निलम्बित भी …
अपने मित्र Amitabh Thakur की ये फोटो मुझे बहुत पसंद है…
अपने मित्र Amitabh Thakur की ये फोटो मुझे बहुत पसंद है..
जानते हैं क्यों?
इसमें मुझे नए दौर का एक ऐसा डिजिटल हीरो दिखता है
जो अपने चश्मे में पूरा ब्रह्मांड समेटे है
IPS urges no further extension on property return in Lokpal Act
IPS officer Amitabh Thakur has demanded that no further extension be given for providing the annual property return under the Lokpal and Lokayukta Act 2013. In his letter to Secretary, Department of Personnel and Training (DOPT), Government of India, he said that sub-section 4 of section 44 of the Act asks each public servant to provide annual property returns of himself, spouse and dependents, while sub section 6 asks the Department to present this information on the respective Departmental websites.
आज़म खान के खिलाफ जनता को भड़काने के आरोप में रामपुर कोतवाली में अमिताभ ठाकुर और नतून ठाकुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज
Amitabh Thakur : नूतन और मुझ पर कैबिनेट मंत्री आज़म खान के खिलाफ लोगों को भड़काने के आरोप में रामपुर के कोतवाली थाने में मुक़दमा अ०स० 57/2016 धारा 153ए आईपीसी दर्ज हुआ है. पक्का बाग़ निवासी सोनू कठेरिया द्वारा कल (14 मार्च को) थाने को दिए गए प्रार्थनापत्र के अनुसार रविवार (13 मार्च) सुबह करीब 10 बजे हम दोनों ने स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता दानिश खान के साथ मंत्री आज़म खान के खिलाफ धर्म और जाति के नाम पर भड़काया.
जंगलराज के खिलाफ सीएम अखिलेश यादव के आवास के सामने धरने पर बैठ गया एक आईपीएस आफिसर, देखें तस्वीरें
उत्तर प्रदेश के निलंबित आईपीएस अमिताभ ठाकुर प्रदेश ने प्रदेश सरकार पर जंगलराज, मनमानी और अन्याय का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आवास के सामने वाली सड़क पर धरने पर बैठ गए. अमिताभ ठाकुर ने अपने निलंबन के आठ महीने के बाद भी खुद को नौकरी पर बहाल न किए जाने और बुजुर्ग को थप्पड़ मारने वाले पुलिस अफसर को मात्र आठ दिनों बाद ही बहाल किए जाने को लेकर सरकार की पक्षपाती मंशा पर सवाल खड़ा किया. इसी अन्याय के खिलाफ वह धरने पर बैठे. धरने पर बैठने की घोषणा वह पहले ही कर चुके थे.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर बन रही शार्ट फिल्म का प्रोमो और पोस्टर रिलीज
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह की फोन धमकी पर डार्क लाइट फिल्म्स द्वारा बनायी जा रही शॉर्ट-फिल्म “अमिताभ: द स्ट्रगल कंटीन्यूज” का पहला पोस्टर और प्रोमो रिलीज़ किया गया. यह लगभग तीस मिनट की फिल्म होगी जिसमे अमिताभ की पत्नी नूतन ठाकुर द्वारा खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त के सामने दी गयी शिकायत के बाद की घटनाओं और इसकी पृष्ठभूमि में मुलायम सिंह द्वारा दी गयी धमकी और उसके बाद से अमिताभ और नूतन के साथ घट रही घटनाओं को सिनेमाई अंदाज़ में प्रस्तुत किया जाएगा.
भारत सरकार ने कोर्ट में कहा- अगर अफसरों को मौलिक अधिकार चाहिए तो पहले इस्तीफा दें
इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच में आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा आईएएस, आईपीएस अफसरों द्वारा सरकारी कार्य और नीतियों की आलोचना पर लगे प्रतिबन्ध को ख़त्म करने हेतु दायर याचिका में भारत सरकार ने कहा है कि यह रोक लोक शांति बनाए रखने के लिए लगाई गयी है. राजीव जैन, उपसचिव, डीओपीटी द्वारा दायर हलफनामे के अनुसार प्रत्येक सेवा संविदा में कुछ मौलिक अधिकारों का हनन होता है.
अमिताभ ठाकुर और संघ के खिलाफ अभद्र भाषा इस्तेमाल करने पर आजम खान के खिलाफ परिवाद दर्ज
Amitabh Thakur : आज़म खान पर परिवाद दर्ज.. मैंने मंत्री श्री आज़म खान द्वारा कल रामपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और मेरे लिए अत्यंत अभद्र भाषा और शब्दों का प्रयोग करने के सम्बन्ध में सीजेएम लखनऊ के समक्ष शिकायत दायर किया. सीजेएम श्री हितेंद्र हरि ने शिकायत को परिवाद के रूप में दर्ज करते हुए मेरा धारा 200 सीआरपीसी में बयान दर्ज करने के लिए 15 दिसंबर 2015 नियत किया. श्रीआज़म खान ने रामपुर में पत्रकार वार्ता में मेरे लिए प्रशासनिक अधिकारी के नाम पर कलंक जैसे शब्दों का प्रयोग किया था. साथ ही उन्होंने आरएसएस के लिए अत्यंत दूषित शब्दों का भी प्रयोग किया था. मैंने इन्हें धारा 500 आईपीसी में मानहानि और धारा 153, 153ए, 504, 505 आईपीसी के अधीन समाज में विद्वेष फ़ैलाने वाला अपराध बताते हुए कार्यवाही की प्रार्थना की है.
मुलायम से पंगा लेने वाले आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर भाजपा में शामिल होंगी
मैंने आज भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया है. राजनीति में आने के मेरे फैसले का मुख्य कारण है कि मैंने अपने सामाजिक कार्यों के दौरान यह अनुभव किया कि वृहत्तर स्तर पर समाज की सेवा कर पाने और अधिक प्रभाव के सामने अपनी बात रख पाने के लिए एक राजनैतिक पार्टी के मजबूत संबल की बहुत अधिक जरुरत है. भाजपा में शामिल होने के मुख्य कारण यह हैं कि इस पार्टी में वंशवाद नहीं है, इसमें सर्वाधिक आतंरिक प्रजातंत्र है, यह विभिन्न वगों में विभेद नहीं करता है, एक अखिल भारतीय पार्टी है और राष्ट्रीयता की भावना पर आधारित है. जल्द ही मैं औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता ग्रहण करुँगी.
मैंने अमिताभ ठाकुर को फोन पर समझाया था, मेरा आशय डराना या धमकाना नहीं था : मुलायम सिंह यादव
Amitabh Thakur : मेरे केस में श्री मुलायम सिंह का कथित बयान जो विवेचक श्री के एन तिवारी, थाना हजरतगंज ने कथित तौर पर 30 सितम्बर 2015 को उनके 05 विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास पर जा कर लिया था-
एक जनपक्षधर आईपीएस के सामने बौनी साबित हो गई देश के सबसे बड़े सूबे की पूर्ण बहुमत वाली सरकार
इसे कहते हैं जनपक्षधरता की ताकत. लोग कहते हैं कि अगर आप नियम कानून पर चलेंगे, ईमानदारी व सत्य की वकालत करेंगे, आम जन के हितों को देखकर काम करेंगे तो आजकल का भ्रष्ट सिस्टम आपको कहीं का नहीं छोड़ेगा. लेकिन बात जब अमिताभ ठाकुर जैसे आईपीएस की हो तो लगता है कि नहीं, अब भी लड़ने वाले लोग अकेले होकर भी पूरे सिस्टम को अपने सामने झुकने, बौना दिखने के लिए मजबूर कर सकते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार के भ्रष्ट मंत्रियों और भ्रष्ट नीतियों की पोल खोलने वाले जनपक्षधर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को यूपी की पूर्ण बहुमत वाली सपा सरकार लाख कोशिश करके भी अरेस्ट नहीं कर पा रही है.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर हजरतगंज थाने के सामने धरने पर बैठे, मुलायम के खिलाफ एफआईआर लिखने की मांग
यूपी में जंगलराज चरम पर है. सीएम अखिलेश के पिताजी मुलायम सिंह यादव एक आईपीएस अफसर को फोन पर धमकाते हैं तो उस अफसर ने थाने में धमकी के मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए अप्लीकेशन दिया. थाना पुलिस ने एफआईआर जब दर्ज नहीं किया तो आईपीएस अफसर कोर्ट जाता है और कोर्ट की तरफ से थाना पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए आदेशित किया जाता है. बावजूद इसके पुलिस प्रशासन चुप्पी साधे बैठे रहता है. इन हालात से दुखी आईपीएस अफसर थाने के सामने धरने पर बैठ जाता है.
मुलायम के खिलाफ एफआईआर दर्ज न होने से दुखी आईपीएस अमिताभ ठाकुर थाने के सामने धरने पर बैठेंगे
Amitabh Thakur : श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा 10 जुलाई 2015 को फोन पर धमकी देने के मामले में कोर्ट द्वारा 14 सितम्बर को समुचित धाराओं में एफआईआर दर्ज करने के आदेश के बाद भी लखनऊ पुलिस द्वारा अब तक उसका पालन नहीं किये जाने के प्रति अपना कष्ट प्रकट करने हेतु मैं 01 अक्टूबर से थाना हजरतगंज के सामने अनिश्चितकालीन रूप से बैठूँगा. I shall be sitting indefinitely before Hazratganj police station from 01 October to show my pain at non-registration of FIR against Sri Mulayam Singh Yadav for phone threat on 10 July, despite the Court order passed on 14 September to register an FIR under appropriate sections.
मुलायम का अंत भी अब करीब आ गया है, वह भी अमिताभ ठाकुर के हाथों : दयानंद पांडेय
Dayanand Pandey : एक समय कंस और रावण जैसों को भी लगता था कि उन का कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता। और वह अत्याचार पर अत्याचार करते जाते थे। लेकिन एक दिन उन का अंत हुआ। गोरी, गजनवी, चंगेज खां, बाबर, औरंगज़ेब आदि के हश्र भी हमारे सामने हैं। ब्रिटिश राज में तो एक समय सूरज भी नहीं डूबता था, पर एक दिन आया कि डूब गया। तो मुलायम सिंह यादव कौन सी चीज़ हैं? मुलायम सिंह यादव के पाप और कुकर्म का घड़ा भी अब भर जाने की राह पर है।
कैट ने दिया फैसला, ब्यूरोक्रेट्स की अभिव्यक्ति की आज़ादी पर प्रतिबन्ध आवश्यक
एक महत्वपूर्ण फैसले में केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) की लखनऊ बेंच ने आज आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के किसी भी सरकारी कार्य की आलोचना करने पर लगे प्रतिबन्ध को समाप्त किये जाने हेतु दायर याचिका को ख़ारिज कर दिया. नवनीत कुमार और ओपीएस मालिक की बेंच ने कहा कि राज्य के कर्मचारियों के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कुछ अपरिहार्य प्रतिबन्ध आवश्यक हैं और चूँकि अखिल भारतीय सेवा के अफसर सरकार में उच्च पदों पर तैनात रहते हैं, अतः उन पर यह प्रतिबन्ध और भी कड़ा होना चाहिए. उन्होंने कहा अनुशासन और नियंत्रित गवर्नेंस के लिए ये प्रतिबंध आवश्यक हैं.
अगर अमिताभ ठाकुर सभी आरोपों से बरी हो गए तो कहीं एनजीओ वाले शर्मा जी को हार्ट अटैक न आ जाय!
Vinay Maurya : एक हैं सजय शर्मा जी…. मैं पहले ही स्पष्ट कर देना चाहूँगा की जिस लखनऊ के संजय शर्मा जी का मैं यहां उल्लेख कर रहा हूं और जिनके बारे में आगे लिख रहा हूं, वो एक एनजीओ संचालित करते हैं… लखनऊ से सांध्य दैनिक वाले संजय भैया तो अच्छे इंसान हैं मेरी नजर से…. मुझे लगा कि नाम से भ्रम न हो इसलिए स्पष्टीकरण दे रहा हूँ… अब आता हूं मूल मुद्दे पर. एनजीओ वाले संजय शर्मा को यादव सिंह घोटाला नहीं दीखता. उन्हें विनोद पण्डित की गाली नहीं सुनाई देती. उन्हें राममूर्ति का पत्रकार उत्पीड़न नहीं दीखता. उन्हें प्रदेश के अन्य अधिकारियों की बेहिसाब सम्पत्तियों का हिसाब नहीं मिलता. उन्हें सिर्फ अमिताभ और नूतन ठाकुर में ही सारा भरष्टाचार और बुराई नजर आती है.
हर माह सपा के शीर्ष तक जाते हैं अवैध खनन के 500 करोड़ रुपए : अमिताभ ठाकुर
निलंबित आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने एक मीडिया रिपोर्टर से विशेष बातचीत में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव की फोन पर धमकी सीधे तौर पर अवैध खनन के मामले से जुड़ी है और इस खनन में हर माह लगभग 500 करोड़ की कमाई ‘टॉप’ तक जाती है।
चंचल जी, आपके समाजवादी नेता ने जुझारू अमिताभ ठाकुर को सस्पेंड करवा दिया!
Dayanand Pandey : उत्तर प्रदेश की फासिस्ट सरकार ने आख़िर हमारे जुझारू और संघर्षशील मित्र अमिताभ ठाकुर को सस्पेंड कर दिया है। अब अमिताभ ठाकुर के विरोधियों की ईद अच्छी मनेगी। जातिवादी समाजवादी नेता ने सारा लोकतांत्रिक लोक लाज भस्म कर अमिताभ को सस्पेंड करवा दिया है अपने मुख्य मंत्री बेटे से रो गा कर। ईद मनाईये, दीवाली और होली मनाईये सरकार की इस फासिस्ट कार्रवाई पर और सेक्यूलरिज्म के खोखले गीत गाईए, और मस्त हो जाईए!
यूपी सरकार ने आईजी अमिताभ ठाकुर को सस्पेंड किया, पढ़ें सस्पेंसन लेटर
आज देर शाम उत्तर प्रदेश सरकार ने आईजी सिविल डिफेंस अमिताभ ठाकुर को सस्पेंड कर दिया. इस बाबत उत्तर प्रदेश शासन के गृह विभाग के मीडिया सेल की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी की गई है जो इस प्रकार है-
सुप्रीम कोर्ट स्वत: संज्ञान लेकर अमिताभ ठाकुर को राज्य की प्रताड़ना से बचाए
सर्वोच्च न्यायालय से गुहार. यूपी के आईजी अमिताभ ठाकुर के मामले में दखल दीजिए. सरकार की प्रताड़ना से बचायें, वरना सभी जनवादी और लोकतंत्र के नायक कालकोठरी में होंगे. अब जरा भी देरी न्यायिक प्रक्रिया का मजाक बना देगी. यूपी सरकार से भरोसा उठ रहा है. सुप्रीम कोर्ट से आस है. पूरा मामला देश के लोकतंत्र और कानूनी प्रक्रिया का माखौल उड़ाते साफ दिख रहा है. अब तो हर पत्रकार और अफसर को डर लगने लगा है कि जो यूपी सरकार के खिलाफ आवाज उठायेगा, वो फर्जी मुकदमे झेलेगा, जेल जायेगा. ये देश की सबसे बड़ी अदालत, अब जनता इंसाफ के लिए आप की तरफ टकटकी लगाये बैठी है. दखल दीजिए.
मुलायम-अमिताभ प्रकरण : दैनिक हिन्दुस्तान लखनऊ ने पहली खबर दबा दिया, दूसरी खिलाफ खबर छाप दिया!
अच्छा, इस हालत को क्या कहा-माना जाए कि एक खबर को दबा लिया गया है। इतना ही नहीं, इस असल खबर से जुड़ी एक दूसरी खबर उस खबर के खिलाफ छाप दी गयी। इतना भी होता तो बर्दाश्त कर लिया जाता। सम्पादक ने उससे जुड़ा एक साक्षात्कार छाप दिया है। सम्पादक है। यह कमाल किया है दैनिक हिन्दुस्तान के सम्पादक केके उपाध्याय ने। अरे जनाब, यह करने से पहले आप जरा इतना तो सोच लेते कि आप सम्पादन कर रहे हैं या तेल-चटाई का धन्धा खोले बैठे हैं।
वरिष्ठ पत्रकार कुमार सौवीर
आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने मुलायम यादव के खिलाफ धमकाने की लिखित कंप्लेन दी, पढ़ें पूरा लेटर
आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने आज लखनऊ के हजरतगंज थाने में सपा मुखिया मुलायम यादव के खिलाफ लिखित कंप्लेन दी है. इस कंप्लने में उन्होंने फोन पर धमकाने को लेकर विस्तार से सारी बाती बताई हैं. अमिताभ ठाकुर जब रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो उनके साथ मीडिया के भी काफी लोग थे. अमिताभ और मुलायम की बातचीत का टेप कल जारी होने के बाद से यूपी की राजधानी लखनऊ में हलचल तेज हो गई.
अमिताभ ठाकुर को जिस ‘जसराना वाली रामवीर की पार्टी’ की याद मुलायम ने दिलाई, आखिर वो मसला था क्या… विस्तार से पढ़ें
Himanshu Dwivedi : इमानदार आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को फोन पर धमकी से संबंधित ऑडियो टेप में मुलायम ‘जसराना वाली रामवीर की पार्टी’ का जिक्र करके कह रहा है कि “क्या वो भूल गए?” और अंत में कहता है कि अबकी बार उससे ज्यादा हो जाएगा! क्या है ये ‘जसराना वाली रामवीर की पार्टी’? दरअसल ये जिक्र था एक घटना का जब समाजवादी पार्टी की पिछली से पिछली सरकार के समय श्री अमिताभ ठाकुर फीरोजाबाद जिले में पुलिस कप्तान के रूप में तैनात थे! तब सीएम मुलायम सिंह यादव हुआ करते थे. फीरोजाबाद, इटावा, मैनपुरी यादव बेल्ट होने के कारण मुलायम परिवार का राजनीतिक गढ़ रही है और स्वाभाविक सी बात है कि इनकी दबंगई और गुंडागर्दी का केंद्र भी!
लखनऊ के अखबार दबा कर बैठ गए ‘मुलायम धमकी’ वाला टेप, कहीं कोई खबर नहीं
Yashwant Singh : लखनऊ के अखबार दबा के बैठ गए मुलायम धमकी वाली न्यूज़। सिर्फ nbt lucknow में सिंगल कॉलम खबर है। दैनिक जागरण अमर उजाला हिंदुस्तान समेत सैकड़ों छोटे बड़े अखबारों के नपुंसक संपादकों को लानत भेजिए। शेम शेम। ये धमकी वाला टेप किन न्यूज़ चैनलों पर चला, किनपे नहीं चला, कृपया अवगत कराइए। और हाँ, अगर आपने अब तक इस टेप को अपने fb वाल पर शेयर नहीं किया तो अब कर लीजिये। चैनल वाले अखबार वाले ये टेप दबा के बैठे हुवे हैं। लग रहा बारगेनिंग चल रही है या डील हो चुकी है। ऐसे में हमको आपको इस लिंक को फैलाना होगा ताकि खबर दब ना सके और बारगेनिंग फेल हो सके। लिंक ये है: https://www.youtube.com/watch?v=qks3tJxKNsI
मुलायम सिंह यादव के खिलाफ धमकाने संबंधी एफआईआर लिखाएंगे आईपीएस अमिताभ ठाकुर
Amitabh Thakur : मैं आज 11 बजे थाना हजरतगंज जा कर श्री मुलायम सिंह यादव द्वारा मुझे दी गयी धमकी के सम्बन्ध में एआईआर प्रस्तुत करूँगा. साथ ही वरिष्ठ अफसरों को अपनी और पत्नी नूतन की सुरक्षा के लिए भी प्रार्थना करूँगा. Today I shall be presenting an FIR before Hazratganj police station at 11 AM regarding Sri Mulayam Singh Yadav’s yesterday threat. I shall also be presenting my application to senior officers for my and wife Nutan’s security. यूपी के आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर के फेसबुक वॉल से.
आईपीएस को धमकाने वाला टेप सुनकर मुलायम के प्रति जो मन में थोड़ी बहुत इज्जत थी, वो भी खत्म हो गई….
Senior IPS officer Amitabh Thakur alleges Mulayam Singh Yadav threatened him on phone
एक समाजवादी पुरोधा का चरम पतन… सुनिए ये टेप जिसमें मुलायम सिंह यादव धमका रहे हैं आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को… अब तक हम लोग सोचा करते थे कि आखिर यूपी में जंगल राज का असली राज क्या है.. पर अब पता चला कि जब मुखिया ही एक आईपीएस को ऐसे सीधे धमका सकता है तो उनके चेले चमचे क्या करते होंगे… यही कारण है कि पूरे यूपी में आग लगी हुई है… बजाय आग बुझाने के, मुलायम सिंह यादव अब उन्हें धमका रहे हैं जो जनहित में सक्रिय रहते हुए सरकार की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश कर रहे हैं…
ये है वो टेप जिसमें मुलायम एक आईपीएस अफसर को ‘सुधर जाने’ की धमकी दे रहे हैं… (सुनें)
उत्तर प्रदेश में जंगलराज का आलम ये है कि अब खुद नेताजी यानि मुलायम सिंह यादव एक आईपीएस अफसर को धमका रहे हैं. अखिलेश यादव भले मुख्यमंत्री हों उत्तर प्रदेश के लेकिन असली राजा तो मुलायम सिंह यादव ही हैं. उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार, अनाचार और जंगल राज का जो आलम है, उसमें प्रदेश की जनता पूरी तरह से समाजवादी पार्टी के खिलाफ हो गई है. बजाय जनता के बीच छवि ठीक करने और कानून व्यवस्था सुधारने के, समाजवादी पार्टी के नेता उन एक्टिविस्ट अफसरों को धमका रहे हैं जो शासन की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश करने में लगे हैं.
मुलायम सिंह ने आईपीएस को कहा- सुधर जाओ, नहीं तो….!
आज 10 जुलाई 2015 को दिन में फोन नंबर 0522-2235477 से मुलायम सिंह यादव का फोन आईपीएस अमिताभ ठाकुर उनके मोबाइल नंबर नंबर 094155-34526 पर आया. वक्त था शाम चार बजकर 43 मिनट. कुल दो मिनट 10 सेकेंड बात हई. पूरी बातचीत का ट्रांसक्रिप्ट इस प्रकार है…
मुलायम सिंह यादव ने फोन कर आईपीएस अमिताभ ठाकुर को धमकाया!
एक बड़ी खबर लखनऊ से आ रही है. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर का आरोप है कि उन्हें मुलायम सिंह यादव ने फोन कर धमकाया और सुधर जाने की नसीहत दी. अमिताभ ने पूरी धमकी को रिकार्ड कर लिया है और जल्द ही इसे पब्लिक डोमेन में लाने जा रहे हैं. अमिताभ ठाकुर का कहना है कि उनके पास जो फोन आया तो कहा गया कि मुलायम सिंह यादव बात करेंगे. जब मुलायम सिंह यादव लाइन पर आए तो उन्होंने धमकाना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि पिछली बार से ज्यादा बुरी गत बनाउंगा. सुधर जाओ. अमिताभ ठाकुर ने इस तरह की धमकी को बेहद अलोकतांत्रिक बताते हुए पूरे मामले को जनता की अदालत में ले जाने का फैसला किया है.
लोकायुक्त ने यूपी के मंत्री गायत्री प्रजापति को दोषमुक्त करार दिया, नूतन ठाकुर को धमकी मिली
Amitabh Thakur : जय हिन्द नूतन ठाकुर… पत्नी नूतन ठाकुर को मंत्री श्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ अवैध खनन की शिकायत के बाद लोकायुक्त द्वारा फटकार लगाने पर कोटिश सैल्यूट. मेरी दृष्टि में अवैध खनन और उसके द्वारा अवैध संपत्ति अर्जित करने की शिकायत की “बड़ी गलती” पर उन्हें यह दंड मिलना ही चाहिए था क्योंकि सच्चाई तो यही है कि प्रदेश में कहीं अवैध खनन नहीं हो रहा है और यदि किसी को ऐसा होता दिख रहा है तो यह उस व्यक्ति का दृष्टि-दोष और भ्रम है. नूतन द्वारा इस लम्बी लड़ाई को बहुत ईमानदारी से लड़ने और उसके बदले फटकार और दंड की धमकी पाने की स्थिति ने व्यवस्था-विषयक बहुत सारी बातें बिना कहे स्वयं कह दीं और हमें अपने पथ पर अविचलित चलने की एक नयी उर्जा और प्रेरणा भी दी.
Asaram supporters zeroing on an IPS
IPS officer Amitabh Thakur, who is pursuing the murder case of Asaram follower Akhil Kumar Gupta in Muzaffarnagar, seems to have come in the target-zone of Asaram Bapu followers. Sri Thakur got a message on Facebook from a New Delhi swami that Asaram’s followers are eliciting information about him through a lady Police Circle Officer posted in Meerut. The message talked ofmany organizers of these Ashrams being criminal elements.
‘Holiday politics’ challenged in HC
IPS officer Amitabh Thakur and social activist Dr Nutan Thakur today filed a Petition in Allahabad High Court, Lucknow Bench as regards the ‘holiday politics’ being played by the Uttar Pradesh government for the last few years. The petition says that the State government declares ‘public holidays’ under section 25 of Negotiable Instruments Act but for the last few years such holidays are being declared in a completely arbitrary manner solely for political considerations.
IPS seeks end of colonial era ‘Guard of honour”
IPS officer Amitabh Thakur has sought end of the ceremonial Guard of honour being given to senior police and administrative officers and political persons. In his letter to Chief Secretary, he said that an IG and senior officers are given guard of honour by 1 SI, 2 Head Constables and 8 constables while others are given such honour by 1 Head constable and 4 constables.
यूपी के दो परम भ्रष्टाचारियों यादव और प्रजापति को गुस्सा क्यों आता है?
Amitabh Thakur : मेरी पत्नी नूतन ठाकुर ने पिछले दिनों कई गलत काम किये हैं लेकिन उनमे सबसे गलत काम निश्चित रूप से नॉएडा के भले शेर अभियंता और देश के पूर्व युवराज के जिले के खनन बाबा के खिलाफ शिकायतें हैं. ये दोनों ऐसे लोग हैं जिनके सम्बन्ध में बच्चा-बच्चा यह मानता है कि उन पर साक्षात् लक्ष्मी की कृपा है, साथ ही यह भी मान्यता है कि इन दोनों ने तंत्र का मन्त्र पूरी तरह समझ लिया है और ऊपर से नीचे तक सभी जगह इनके पत्ते फिट हैं, और जो व्यवस्था में फिट है, जाहिर है वह हिट है. इसीलिए यादव प्रजापति बंधू पूरी तरह और बुरी तरह हिट हैं, सुपरहिट. इस तरह हिट कि इनके लिए स्वयं व्यवस्था खड़ी हो जाती है यह कहते हुए कि ये भोले हैं और भले भी.
रामपुर में ‘नए नवाब’ का इशारा मिलते ही ‘चरस वाले बाबा’ नाम से कुख्यात एक सीनियर पुलिस अफसर जेल भेज देता है…
(आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर)
: एक आईपीएस अफसर की जुबानी, रामपुर में एक नेता के दहशत, आतंक और अत्याचार की कहानी : मैं और नूतन दो दिन के लिए रामपुर गए. वजह थी यह जानकारी कि वहां करीब 80 वाल्मीकि परिवार, जो लगभग 60 वर्षों से घर बना कर रह रहे थे, को जिला प्रशासन द्वारा अचानक उजाड़े जाने की बात कही जा रही है. हम 11 अप्रैल की शाम लगभग 5 बजे रामपुर पहुंचे और 12 को लगभग 12 बजे तक वहां रहे. इस दौरान हमने मौके को भलीभांति देखा और देखते ही यह बात समझ में आ गयी कि वाल्मीकि बस्ती के लोगों की बात पूरी तरह जायज़ है. कई दशकों से ये लोग पक्के मकान बना कर रह रहे हैं, पूरे के पूरे परिवार. उनके वोटर आईडी हैं, सभी सरकारी दस्तावेज़ हैं, नगर पालिका ने मकान नंबर दिए हैं.
Save us from these IAS officers : IPS Amitabh Thakur
Amitabh Thakur : Save us from these IAS officers… I have realized that a reasonable proportion of IAS officers have become so career oriented that they are willing to make any kind of compromise and keep quite against any wrong-doings, including that of their personal dignity and harassment, solely for their career gains, as was our personal experience once again, when my wife Nutan Thakur raised a sensitive and shocking matter related with a woman IAS officer, she along with her IAS husband, instead of standing for the cause, started pressurizing her to withdraw the complaint immediately, claiming that nothing of that sort has happened, when we have enough reason and facts to say that there was definite truth in the complaint. How will such IAS officers save the dignity of others if they cannot stand for their own cause?
सपा अध्यक्ष ने दरोगा की जीभ काट लेने की धमकी दी, आईपीएस अमिताभ ने की डीजीपी से जांच की मांग
वाराणसी : सपा सरकार के जमाने में जो न हो जाए, कम ही है. वाराणसी जिले के सिगरा थाने के लल्लापुर चौकी के दारोगा रामसरीख को पहले तो समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष राज कुमार जायसवाल ने फोन पर जीभ काटने की धमकी दी। इसके बाद एसएसपी ने कार्य की लापरवाही बरतने के आरोप में चौकी प्रभारी को लाइनहाजिर कर दिया। इस बीच सोशल मीडिया पर एक रिकॉर्ड आडियो वायरल हो गया। रिकार्ड में सुनाई दे रहा है कि सपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार जयसवाल दरोगा की जुबान काटने की धमकी दे रहे हैं। साथ ही कई एसओ के जिला कार्यालय में बैठे होने की बात कहते हुए बता रहे हैं कि कई दरोगा तुम्हारी शिकायत कर रहे हैं। तुम्हे लाइन में बैठा दूंगा।
पुलिस विभाग में “लीडरशिप” को कुत्सित प्रयास बताने पर आईपीएस का विरोध
लखनऊ पुलिस लाइन्स के मुख्य आरक्षी बिशन स्वरुप शर्मा ने अपने सेवा-सम्बन्धी मामले में एक शासनादेश की प्रति लगा कर अनुरोध किया कि उन्हें इस बात का अपार दुःख और कष्ट है कि शासनादेश जारी होने के 33 साल बाद भी इसका पूर्ण लाभ पुलिस कर्मचारियों को नहीं दिया गया. पुलिस विभाग के सीनियर अफसरों को श्री शर्मा की यह बात बहुत नागवार लगी कि “उसने विभाग के पुलिस कर्मचारियों की सहानुभूति प्राप्त करने का एक प्रयास किया है” और पुलिस विभाग के कर्मचारियों को लाभ दिलाने की सामूहिक बात लिखित रूप से प्रकट की है.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर बोले- आत्मरक्षार्थ गोली न मारता तो दरोगा की कचहरी परिसर में हत्या हो जाती (देखें गोली मारने का वीडियो)
लखनऊ : इलाहाबाद कचहरी गोलीकांड पर आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने डीजीपी को वीडियो समेत पूरा सौंपा है। घटनाक्रम की छानबीन के बाद उन्होंने बताया है कि वारदात के दौरान दारोगा शैलेन्द्र सिंह को आत्मरक्षा के लिए गोली चलानी पड़ी थी वरना उस दिन कचहरी परिसर में ही उनकी हत्या कर दी जाती। उन्होंने बताया कि चौकी नारीबारी, थाना शंकरगढ़ तथा अन्य स्थानों पर दारोगा के बारे में उन्होंने अपने स्तर से छानबीन की। उन्हें लगभग सभी पुलिसवालों ने बताया कि मौके पर ऐसे हालात बन गए थे कि दारोगा के पास आत्मरक्षा के लिए गोली चलाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा था, वरना उन्हें मार डाला जाता।
गुजरात दंगों में निष्पक्ष भूमिका निभाने वाले आईपीएस अफसर राहुल शर्मा को अंतत: इस्तीफा देने को मजबूर होना पड़ा
Amitabh Thakur : मैं अपने साथी और बैचमेट राहुल शर्मा (1992 बैच, गुजरात कैडर आईपीएस), जिन्होंने हाल में सेवा से इस्तीफा दे दिया को सलाम करता हूँ. राहुल को आईजी पद पर प्रोमोशन नहीं मिला, उन पर 2 विभागीय जांच थे, उन्हें एक प्रतिकूल एसीआर मिला था पर जिस तरह उन्होंने 2002 गुजरात दंगों में एसपी भावनगर के रूप में पूर्णतया निष्पक्ष और न्यायसंगत भूमिका निभायी थी.
CAT reserves order in petition challenging IAS, IPS promotion guidelines
The Lucknow bench of Central Administrative Tribunal (CAT) today reserved its order in the petition filed by IPS officer Amitabh Thakur challenging the promotion guidelines for IAS, IPS and IFS officers. The bench consisting of Navneet Kumar and Jayati Chandra reserved its order after hearing petitioner’s counsel Dr Nutan Thakur and Government of India’s counsel Raj Singh.
ये है अखिलेश यादव की नाक तले काम कर रही लखनऊ पुलिस की हकीकत
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज डीआईजी लखनऊ आर के चतुर्वेदी को पत्र लिख कर लखनऊ पुलिस की हकीकत बताई है. पत्र में उन्होंने कहा है कि उनकी पत्नी डॉ नूतन ठाकुर ने स्वयं से सम्बंधित एक शिकायती पत्र थाना गोमतीनगर में भेजा पर थानाध्यक्ष और एसएसआई सहित सभी ने पत्र रिसीव करने तक से मना कर दिया. श्री ठाकुर ने इस सम्बन्ध में एसएसआई से फोन पर बात करना चाहा तो उन्होंने इससे भी मना कर दिया.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर लगातार निराधार आरोप लगा रहा लखनऊ का कथित सोशल एक्टिविस्ट संजय शर्मा
कंटेंट चोरी के आरोपों से घिरा लखनऊ का एक कथित सोशल एक्टिविस्ट संजय शर्मा लगातार अपने ब्लॉग पर मेरे पति अमिताभ ठाकुर को फ्रॉड, चोर, शातिर, छली, कूट रचना करने वाला और मुझे उनका समर्थन करने वाला बता कर लेख लिख रहा है जिसे अपने फेसबुक पर भी डाल रहा है और व्यक्तिगत आक्षेप वाली अनुचित टिप्पणी लिख रहा हैं. साथ ही वह तमाम मीडिया के साथियों को इनकी प्रतियाँ ईमेल कर रहा है जिस पर कई मीडिया के साथियों ने मुझसे भी स्थिति पूछा.
यूपी पुलिस के सीओ आशुतोष मिश्रा की कारस्तानी : पिच्चू मिश्रा की जगह धर्मेंद्र तिवारी को छह साल जेल कटवा दिया
04 सितम्बर 2009 को क़स्बा अनंतराम, थाना अजीतमल, जिला औरैया में महेंद्र कुमार की हत्या हुई जिसमे अनिल कुमार त्रिपाठी नामजद हुए और पिच्चू मिश्रा आरोपों के घेरे में आये. विवेचना के दौरान विवेचक सीओ अजीतमल आशुतोष मिश्रा ने जबरदस्ती पिच्चू मिश्रा की जगह धर्मेन्द्र कुमार तिवारी पुत्र चंद्रशेखर को पुच्ची मिश्रा बताते हुए 11 सितम्बर 2006 को गिरफ्तार कर इटावा जेल भेज दिया जबकि वे जानते थे कि यह पिच्चू मिश्रा नहीं है.
हाई कोर्ट का आदेश- सहारा क्यू शॉप के खिलाफ शिकायत की सेबी जांच करे
चिटफंडियों के खिलाफ देश में चल रहे अभियान में एक बड़ी सफलता उस वक्त मिली जब इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड (सेबी) को आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा सहारा क्यू शॉप अग्रिम तथा बॉण्ड जारी किये जाने के सम्बन्ध में दी गयी शिकायत की जांच के आदेश दिए हैं. जस्टिस राजीव शर्मा और जस्टिस राकेश श्रीवास्तव की बेंच ने कहा कि इन शिकायतों की जांच न्यायहित में आवश्यक है और उन्होंने सेबी को इन लोगों द्वारा प्रस्तुत प्रत्यावेदन को तीन माह में निस्तारित करने के आदेश दिए.
लखनऊ का कथित सामाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा कंटेंट चोर है!
: ‘यूपी के आईपीएस अमिताभ ठाकुर के पास खाने और दिखाने के दाँत अलग अलग’ संबंधी आरोपों का जवाब : मैंने एक सज्जन संजय शर्मा द्वारा लिखा “यूपी के आईपीएस अमिताभ ठाकुर के पास खाने और दिखाने के दाँत अलग-अलग” शीर्षक लेख पढ़ा जिसमे सब-टाइटल है-“पारदर्शिता की बात करने बालों को ही पारदर्शिता से परहेज”.
गौरी हत्याकांड : यूपी पुलिस पर गंभीर मानवाधिकार हनन का आरोप
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने कल अपने पति अमिताभ ठाकुर के साथ गौरी हत्याकांड के कथित घटनास्थल पर अभियुक्त की बहन डॉली से बातचीत के आधार पर उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग और यूपी के डीजीपी को अभियुक्त के परिवार वालों के मानवाधिकार उल्लंघन के सम्बन्ध में शिकायत की है. डॉली ने इन्हें बताया था कि पुलिस गिरफ़्तारी की रात 12 बजे और फिर 4 बजे सुबह बिना महिला पुलिस के आई थी और उन लोगों ने डॉली सहित महिलाओं से अभद्रता की थी.
यूपी के डीजी कमलेन्द्र प्रसाद के खिलाफ गवाही देंगे आईजी अमिताभ ठाकुर
आईजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर अपने ही डीजी कमलेन्द्र प्रसाद के खिलाफ मशहूर गीतकार संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद आत्महत्या मामले में पुलिस के सामने गवाही देंगे. उन्होंने आज प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पत्र लिख कर इस बात से अवगत कराया है. पत्र में उन्होंने यह कहा है कि श्री प्रसाद के साथ पिछले लगभग डेढ़ माह में काम करते हुए उन्होंने उनकी कार्यप्रणाली में वे सभी बातें देखीं जो संकल्प आनंद ने अपने सुसाइड नोट में कहा था.
मतंग सिंह को बचाने वाले पूर्व केन्द्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी की आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने सीवीसी में लिखित शिकायत की (पढ़ें पत्र)
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी द्वारा सारधा घोटाले के आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की गिरफ्तारी कथित रूप से रुकवाने के लिए सीबीआई पर दवाब बनाने की भूमिका के सम्बन्ध जांच करने हेतु केन्द्रीय सतर्कता आयोग में शिकायत भेजी है. उन्होंने कहा है कि इस गंभीर आरोप के सामने आने के बाद श्री गोस्वामी को पद से तत्काल हटाया जाना स्वागत योग्य है पर उन्हें तत्काल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मिल जाने से उनके संभावित दुराचरण के विषय में उचित दंड नहीं दिया जा सका है.
आसाराम केस के गवाह के पिता को हत्या में आसाराम की बेटी पर शक
आसाराम बापू मामले के गवाह अखिल कुमार गुप्ता की हत्या में उनके पिता नरेश गुप्ता को आसाराम की बेटी भारती पर शक है. श्री नरेश ने आज आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को फोन कर विस्तार से बताया कि उनके लड़के का केस किसी रंजिश का परिणाम नहीं है और यह हत्या 05 जनवरी 2015 को गुजरात हाई कोर्ट द्वारा आसाराम की जमानत याचिका ख़ारिज होने से सीधा जुड़ा है. श्री नरेश ने कहा कि आसाराम के परिवार में उनके अरबों की संपत्ति के लिए आपसी झगड़े की स्थिति है और उनकी बेटी भारती, जो जेल से बाहर हैं, द्वारा यह कांड कराये जाने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता.
महिला विरोधी मानसिकता के प्रदर्शन के लिए आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ कार्यवाही की मांग
सामाजिक संगठन तहरीर ने यूपी आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा कार्यालय में ”अकेली महिलाओं का प्रवेश रोकने” सम्बन्धी नोटिस लगाने को लोकसेवकों के आचरण के विरुद्ध बताते हुए मामले की जांच कर आईजी को दण्डित करने की मांग करने का मांग-पत्र सूबे के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी और महिला आयोग की अध्यक्ष को भेजा है. मांग-पत्र की प्रति लखनऊ के जिलाधिकारी, डीआईजी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी भेजी गयी है.
लोनी के फरार हत्यारोपी सपा नेता फेसबुक पर दिखते करते उद्घाटन
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने ग्राम निठौरा, थाना-लोनी गाजियाबाद निवासी ओमप्रकाश के भाई मनोज की 2006 में हुई हत्या में सीजेएम गाजियाबाद के बार-बार निर्देशों के बाद भी अभियुक्तों की गिरफ़्तारी नहीं होने के सम्बन्ध में डीजीपी यूपी को पत्र लिख कर कार्यवाही की मांग की है. श्री ठाकुर ने कहा है कि हाल में 15 अक्टूबर 2014 को लोनी थाने के उपनिरीक्षक प्रीतम सिंह ने ग्राम प्रधान फतियाबाद, निठौरा की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि अभियुक्तगण अब गांव में नहीं रह रहे हैं ग्राम प्रधान सत्तो देवी बैसोया ने अपने पत्र दिनांक 25 नवम्बर में साफ़ कहा है कि किसी ने उनके फर्जी हस्ताक्षर और मुहर लगा कर यह फर्जी प्रमाणपत्र दाखिल करवाया है.
संदर्भ- आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर की सरकारी घेराबंदी : …नहीं तो शेर खा जाएगा!
बचपन में एक कहानी सुनी थी। हांलाकि कहानी तो कहानी ही यानि मनघड़ंत होती है…मगर उससे कुछ सीख मिल जाए तो क्या बुराई है! कहानी कुछ यूं थी कि एक जंगल में चार भैंसे रहते थे। आपस में बेहद प्यार और मिलजुल कर रहते थे। वहीं एक शेर भी रहता था। जिसका मन उनका शिकार करने को हमेशा बना रहता था। लेकिन उनकी एकता के आगे उसकी कभी न चली। जब भी शेर हमला करता चारों मिलकर उसको खदड़े देते। तभी एक लोमड़ी से शेर की वार्तालाप हुई। लोमड़ी को भी शेर के शिकार में अपने पेट भरने के आसार नज़र आए और उसने शेर से कुछ वादा किया।
यूपी में महिला आयोग और मंत्री की सांठगांठ से आईपीएस अमिताभ ठाकुर पर एक और बलात्कार का आरोप!
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने राज्य महिला आयोग को उनके और उनके पति आईपीएस अमिताभ ठाकुर के खिलाफ षडयंत्र करने का आरोप लगाते हुए इसकी गन्दी भूमिका की उच्चस्तरीय जांच कराने हेतु आज राज्यपाल की प्रमुख सचिव जुथिका पाटनकर से मुलाकात की. सुश्री पाटनकर ने इसमें न्यायसंगत कार्यवाही की बात कही. सुश्री ठाकुर के अनुसार एक ही दिन (14 जनवरी) को लगातार क्रम संख्या 1501 और 1502 पर दो शिकायतें राज्य महिला आयोग को मिलीं, एक में गाजियाबाद की एक महिला का आरोप है कि उन्होंने उसे नौकरी के बहाने लखनऊ बुला कर पति से रेप कराया, दूसरे में एटा की लड़की का कहना है कि डॉ ठाकुर एनजीओ के नाम पर लड़की सप्लाई करती हैं और उस औरत को जबरदस्ती अपने पति के पास तेल मालिश और दुराचार के लिए भेजा.
आईपीएस पर रेप का फर्जी आरोप लगाने वाली महिला का पति समाजवादी पार्टी का नेता निकला
: सीबीआई जांच की मांग : मेरे और मेरे पति अमिताभ ठाकुर पर गाज़ियाबाद की एक महिला द्वारा लगाए गए पूर्णतः फर्जी बलात्कार के आरोपों में आज हमें महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई. यह ज्ञात हुआ कि खुद को गरीब असहाय कहने वाली इस महिला के पति ‘वरिष्ठ’ सपा नेता हैं जो मोहल्ले में काम लायक रसूख और पहचान रखते हैं. इस तथ्य के सामने आने के बाद पूरे केस की वस्तुस्थिति देखते हुए मुझे पूर्ण विश्वास हो गया है कि यह षडयंत्र मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति द्वारा उनके खिलाफ चल रही जांच में डराने और फंसाने के लिए कराया गया है.
सामाजिक कार्यकर्ताओं को ये रसूखदार लोग कैसे फंसाते हैं, अब मुझे समझ में आ रहा है : अमिताभ ठाकुर
Amitabh Thakur : अब लगा रेप का आरोप… कल मुझे अपने ऊपर एक ऐसे आरोप की जानकारी हुई जिसकी मैंने कभी कल्पना तक नहीं की थी- रेप का आरोप. एक पत्रकार के जरिये हमें मालूम हुआ था कि गाज़ियाबाद की एक महिला ने राज्य महिला आयोग में आरोप लगाया कि गाज़ियाबाद में उन्हें हमसे किसी नेता ने मिलाया, मेरी पत्नी नूतन ने उसे नौकरी दिलाने के नाम पर लखनऊ बुलाया जहां हमारे गोमतीनगर आवास पर नूतन ने उस महिला से मुझे मिलाया और मैंने देर रात उसे कमरे में बुला कर बेइज्जती और बलात्कार किया. यह भी आरोप लगाया कि हम दोनों ने उसे धमकी दी है कि अगर यह बात कहीं बतायी गयी तो उन्हें जेल भिजवा दिया जाएगा.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर बलात्कारी!
यूपी के भ्रष्ट नेताओं, भ्रष्ट मंत्रियों, भ्रष्ट अफसरों की आंख के किरकिरी बने जनपक्षधर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को फंसाने की साजिशें जाने कब से चल रही हैं लेकिन अब इन साजिशों की गुणवत्ता थोड़ी उच्च होने लगी है. इनके मकान में चोरी कराने से लेकर इनकी पोस्टिंग रोकने, ट्रांसफर करते रहने, छुट्टी के आवेदन पर विचार न करने से लेकर हर कदम पर इनके लिए मुश्किलें व चुनौतियां खड़ी करने वाला उत्तर प्रदेश का भ्रष्ट सत्ता-सिस्टम अब इन्हें रेप के आरोपों में फंसाकर डिमोरलाइज करना चाहता है, नष्ट करना चाहता है. यह सब उन दिनों किया जा रहा है कि जिन दिनों अमिताभ ठाकुर और नूतन ठाकुर ने यूपी सरकार के एक भ्रष्ट मंत्री जो खनन का काम देखता है के अवैध खनन के कारनामों का लंबा चौड़ा कच्चा चिट्ठा मय प्रमाण लोकायुक्त को सौंप रखा है और पूरे प्रदेश में इसे लेकर हलचल मची हुई है.
आसाराम गवाह हत्याकांड में गवाही की दिशा में जांच हो : अमिताभ ठाकुर
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज आसाराम मामले के गवाह अखिल गुप्ता हत्या मामले में आईजी मेरठ ज़ोन आलोक शर्मा से आसाराम गवाही की दिशा में विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया है. मृतक के चचेरे भाई और मुकदमे के वादी आशीष गुप्ता से बात के आधार पर आईजी मेरठ को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि श्री आशीष ने साफ़ किया कि मामला लूटपाट या स्थानीय व्यक्तिगत रंजिश से कत्तई नहीं जुड़ा है क्योंकि एक तो श्री अखिल के पास से मोबाइल और पूरे पैसे बरामद हुए और दूसरे उनकी किसी से भी कोई रंजिश नहीं थी.
हाजी याकूब कुरैशी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर देंगे 20 हज़ार रुपये का इनाम
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने कोतवाली, मेरठ में हाजी याकूब कुरैशी के खिलाफ इंस्पेक्टर लाल सिंह द्वारा धारा 505 (1) (सी) आईपीसी में दर्ज मुकदमे में धारा 153ए आईपीसी बढाने का निवेदन किया है. डीजीपी यूपी को भेजे पत्र में श्री ठाकुर ने इन दोनों धाराओं की विधिक परिभाषा बताते हुए कहा है कि जब पुलिस यह मान रही है कि श्री कुरैशी का बयान व्यक्तियों के एक समुदाय को किसी दूसरे समुदाय के विरुद्ध अपराध करने के लिए उद्दीप्त करेगा तो स्वाभाविक तौर पर यह माना जाएगा कि इस बयान से धार्मिक समूहों में असौहार्द्र तथा वैमनस्य की भावनाएं बढेंगी तथा इससे लोक शांति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
बिल्डर एमबीएससी ग्रुप के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा 02 जनवरी को एसएसपी, लखनऊ यशस्वी यादव से मुलाकात कर मिर्जापुर, थाना गोसाईंगंज में एमबीएससी ग्रुप के लोगों के आपराधिक कृत्यों तथा उस गांव के पोसलाल पुत्र परीदीन की जमीन को जबरदस्ती खरीदने के प्रयास के बारे में दी गयी शिकायत पर थाना गोसाईंगंज में एफआईआर दर्ज हो गयी है. एफआईआर के अनुसार एमबीएससी ग्रुप ने बीएससी होम्स नाम से लगभग 170 लोगों से बुकिंग के नाम पर करोड़ो रूपये ले भी लिए हैं जबकि अभी उसके पास न तो आवश्यक जमीन है और न ही उसका नक्शा एलडीए से स्वीकृत है.
गायत्री प्रजापति धमकी के एफआईआर में लखनऊ पुलिस ने किया खेल
मुझे और मेरे पति पति आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को एक कथित टीवी पत्रकार द्वारा दी गयी धमकी में दी गयी शिकायत पर गोमतीनगर थाने में पूरी तरह गलत तरीके से एफआईआर दर्ज की गयी है. मेरे प्रार्थनापत्र के अनुसार मामला 506 आईपीसी तथा 66ए आईटी एक्ट 2000 का संज्ञेय अपराध बनता है लेकिन थानाध्यक्ष ने इसे सिर्फ धारा 507 आईपीसी के असंज्ञेय अपराध में दर्ज किया. आम तौर पर धमकी देने पर 506 आईपीसी का अपराध होता है जबकि 507 आईपीसी तब होता है जब कोई आदमी अपना नाम और पहचान छिपाने की सावधानी रख कर धमकी देता है.
कथित पत्रकार ने अमिताभ और नतून ठाकुर को मंत्री गायत्री प्रजापति संपत्ति मामले से दूर रहने की धमकी दी
कल (03 /01 / 2015-शनिवार) मुझे और मेरे पति पति आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को हमारे मोबाइल पर फोन नंबर 093890-25750 से स्वयं को एक टीवी चैनेल का पत्रकार बताने वाले एक व्यक्ति के कई बार फोन आये. उन्होंने मुझसे और मेरे पति से बहुत निकटता दिखाते हुए मुझे कई प्रकार से समझाया कि मैंने गायत्री प्रजापति की संपत्ति और कथित अवैध प्लोटिंग के बारे में लोकायुक्त को जो बातें कही हैं वे पूरी तरह गलत और निराधार हैं. उन्होंने मुझसे यह भी कहा कि खनन निदेशक भास्कर उपाध्याय बहुत ही अच्छे आदमी हैं और मुझे उनसे मिलना चाहिए.
अमिताभ और नूतन ठाकुर को जानबूझ कर सुरक्षा नहीं दे रही यूपी की अखिलेश सरकार
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने जीवन भय के कारण मांगी गयी सुरक्षा के आवेदन को लखनऊ जिला सुरक्षा समिति द्वारा अस्वीकृत किये जाने के खिलाफ प्रमुख सचिव गृह को अपील किया है. इन दोनों ने सामाजिक कार्यों में तमाम रसूखदार और ताकतवर लोगों की नाराजगी मोल लेने के कारण अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी थी जिसपर एसएसपी लखनऊ ने 27 दिसंबर के पत्र द्वारा उन्हें जिला सुरक्षा समिति की रिपोर्ट भेज कर बताया कि उनकी मांग कोई जीवन भय नहीं पाते हुए अस्वीकृत कर दी गयी है.
यह शिकायत साढ़े तीन माह में दिल्ली से चल कर तीन राज्यों से घूमते हुए फिर दिल्ली पहुंच गयी है
19 अगस्त 2014 को आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने इंदिरानगर, लखनऊ निवासी शुचिता श्रीवास्तव को फेसबुक के जरिये ठगने की शिकायत दिल्ली पुलिस कमिश्नर से की थी. शिकायत में कहा गया था कि सुश्री सुचिता को कथित सीरिया निवासी एलेग्जेंडर जिओर्जी ने भारत में अस्पताल खोलने के नाम पर संपर्क किया था और 19 अगस्त 2014 को उनके मोबाइल पर फोन आया कि एलेग्जेंडर दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो करोड़ सत्तर लाख नकद के साथ मौजूद हैं जिन्हें 1.30 लाख रुपये पेनल्टी पर छोड़ा जा सकता है. सुश्री शुचिता को यह रकम एचडीएफसी बैंक में श्री बालाजी ट्रेडिंग कंपनी के बैंक एकाउंट पर भेजने को कहा गया.
यूपी में जंगलराज : MBSC ग्रुप के बिल्डर को अपनी जमीन औने-पौने दाम में नहीं बेचने पर जान के लाले
अमिताभ ठाकुर
(आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने अपनी जनपक्षधरता और जनसक्रियता से उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में एक क्रांति ला दी है. आमतौर पर यूपी पुलिस विभाग के अफसर सत्ता के दबाव और सत्ता के इशारे पर संचालित होते हैं. लेकिन अमिताभ ठाकुर किसी भी जेनुइन मामले को बिना भय उठाते हैं भले ही उससे सीधे सीधे सत्ता के आका लोग निशाने पर आते हों. ऐसे ही एक मामले में आज अमिताभ ठाकुर ने पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाने के लिए मुहिम शुरू की. पढ़िए इस नए प्रकरण की कहानी उन्हीं की जुबानी. -एडिटर, भड़ास4मीडिया)
आज मैंने एसएसपी, लखनऊ यशस्वी यादव से मुलाकात कर मिर्जापुर, थाना गोसाईंगंज में एमबीएससी ग्रुप के लोगों के आपराधिक कृत्यों तथा उस गांव के पोसलाल पुत्र परीदीन की जमीन को जबरदस्ती खरीदने के प्रयास के बारे में शिकायत दिया. एसएसपी ने एसओ गोसाईंगंज को तत्काल मामले में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए. शिकायत के अनुसार एमबीएससी ग्रुप ने बीएससी होम्स नाम से लगभग 170 लोगों से बुकिंग के नाम पर करोड़ो रूपये ले भी लिए हैं जबकि अभी उसके पास न तो आवश्यक जमीन है और न ही उसका नक्शा एलडीए से स्वीकृत है.
भय दिखाकर वसूली करने वाले इस फर्जी पत्रकार की शक्ल याद रखिए, ये न तो दैनिक जागरण में है और न के. न्यूज में
सेवा में,
प्रभारी, साइबर सेल,
हजरतगंज,
जनपद लखनऊ
विषय- कथित पत्रकार रणजीत सिंह राठौड़, जनपद लखनऊ विषयक
महोदय,
कृपया निवेदन है कि मुझे कतिपय विश्वस्त सूत्रों द्वारा यह बताया गया कि रणजीत सिंह राठौड़ नाम के एक व्यक्ति स्वयं को पत्रकार बता कर ना सिर्फ तमाम लोगों पर गलत-सही रौब दिखा रहा है बल्कि वह इसके जरिये कई सरकारी कर्मियों को भय दिखा कर उनसे वसूली भी कर रहा है. मुझे जब इस बारे में विश्वास हो गया कि ये शख्स फर्जी है, तो इस प्रकरण में कार्यवाही कराने के लिए आवेदन कर रहा हूं.
फर्जी पत्रकार ने अपने फेसबुक वॉल पर खुद की यही फोटो डाल रखी है
पत्रकार सचिन जैन ने 10,000 रुपये में एफआईआर कराने का जिम्मा लिया और दो घंटे में करा भी दिया!
कुलदीप कुमार (शिव कॉलोनी रादोंर, जिला यमुना नगर, हरियाणा) ने थाना चिलकाना (सहारनपुर) में एक कथित पत्रकार के माध्यम से की जाने वाली दलाली के सम्बन्ध में आइपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को शिकायत भेज कर मदद मांगी जिस पर श्री ठाकुर ने डीजीपी यूपी से जांच करा कर कार्यवाही की मांग की है. कुलदीप कुमार ने 10 अगस्त 2014 को थानाध्यक्ष चिलकाना को 800 ट्राली बिल्डिंग मटेरियल की चोरी की लिखित शिकायत दी ताकि एफआईआर दर्ज हो लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. 18 सितम्बर को उन्हें एक कथित पत्रकार सचिन जैन मिला जिसने 10,000 रुपये में एफआईआर कराने का जिम्मा लिया और 2 घंटे में एफआईआर संख्या 218/2014 धारा 379/506 आईपीसी दर्ज हो गया.
मायावती के दबाव में बनी डीएसपी धीरेन्द्र राय के खिलाफ रिपोर्ट : अमिताभ ठाकुर
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज डीएसपी धीरेन्द्र राय को पत्र भेज कर रिटायर्ड आईपीएस बद्री प्रसाद सिंह द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के दवाब के कारण उनके खिलाफ रिपोर्ट लिखने के बारे में बताया है. ठाकुर ने कहा है बद्री प्रसाद ने पूर्व डीजी बृजलाल के ऑफिस में स्वयं बताया था कि वे इस मामले में जांच अधिकारी थे. तत्कालीन डीजीपी करमवीर सिंह और प्रमुख सचिव गृह फ़तेह बहादुर सहित सभी पुलिस और गृह विभाग के सभी अफसर चाहते थे कि ठोकिया द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में धीरेन्द्र राय दण्डित नहीं हों क्योंकि उनकी कोई गलती नहीं थी.
उत्तराखंड डीजीपी की गड़बड़ियों की जांच यूपी के आईपीएस ने कैसे की?
उत्तराखंड के डीजीपी बीएस सिधू द्वारा देहरादून में खरीदे गए एक विवादित वन भूमि की यूपी के आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा अपनी पत्नी सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर के साथ वहां जा कर अपनी निजी हैसियत में जांच करना एक आदमी को इतना नागवार लगा कि उन्होंने इसकी वैधानिकता के सम्बन्ध में आरटीआई में कई सूचनाएँ मांग लीं.
वाह रे लखनऊ पुलिस! : जो लड़की को बचा रहा था उसे एएसपी पर फायरिंग का आरोपी बना दिया
हमने हजरतगंज, लखनऊ में एएसपी दुर्गेश कुमार पर हुए कथित फायरिंग मामले में अपने स्तर पर जांच की. हमने आरोपी पुलकित के घर जाकर उसके पिता राम सुमिरन शुक्ला, माँ सावित्री शुक्ला, भाई पीयूष शुक्ला तथा अन्य परिचितों से मुलाकात की. इन लोगों ने बताया कि घटना प्रोवोग शॉप के पास हुई जिसमें परिचित लड़की को छेड़े जाते देख पुलकित और साथियों ने बीच-बचाव किया.
डीआईजी गोरखपुर के लखनऊ स्थित घर पर कांस्टेबल सुसाइड मामले का सच क्या है…
हमने डीआईजी गोरखपुर के लखनऊ स्थित गोमतीनगर आवास पर कांस्टेबल अरुण कुमार की आत्महत्या के सम्बन्ध में अरुण कुमार के मामा बलराम चौधरी से बात की. उन्होंने हमें बताया कि वे पिछले करीब डेढ़ माह से लखनऊ में डीआईजी गोरखपुर के मकान पर रह रहे थे जिनसे वे अपने तीन मोबाइल नंबर 098076-89970, 091258-66210, तथा 073983-47607 से लगभग रोज बात करते थे. आरआई, गोरखपुर देवी दयाल ने बताया कि वे डीआईजी गोरखपुर कार्यालय से सम्बद्ध थे और दिनांक 23 नवम्बर को डाक लेकर लखनऊ गए थे. वहीँ इस बारे में डीआईजी रेंज कार्यालय ने बताया कि अक्टूबर 2014 में उनकी उस कार्यालय से सम्बद्धता समाप्त हो गयी थी.
हाई कोर्ट में भारत सरकार ने कहा- ‘सहारा इंडिया परिवार’ कोई कम्पनी नहीं है!
भारत सरकार सहारा इंडिया परिवार तथा सुब्रत राय द्वारा 17 मार्च 2013 को समाचारपत्रों में प्रकाशित पूरे पृष्ठ के विज्ञापन में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) और पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बीएन अग्रवाल के सम्बन्ध में की गयी आपत्तिजनक बातों की जांच नहीं कराएगा.
कर्मचारियों को सरकारी नीतियों की आलोचना का अधिकार देने पर लोक शांति को खतरा : भारत सरकार
केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट), लखनऊ बेंच में मेरे द्वारा आईएएस, आईपीएस अफसरों द्वारा सरकारी कार्य और नीतियों की आलोचना पर लगे प्रतिबन्ध को खत्म करने हेतु दायर याचिका में भारत सरकार ने कहा है कि यह रोक लोक शांति बनाए रखने के लिए लगाई गयी है. नवनीत मिश्रा, उपसचिव, डीओपीटी द्वारा दायर हलफनामे के अनुसार यदि सरकारी सेवकों को सरकार की किसी हालिया नीति अथवा कार्य की आलोचना का अधिकार दे दिया गया तो इससे सरकारी सेवा में कोई अनुशासन नहीं बचेगा.
बिहार कैडर के आईपीएस अमिताभ दास के समर्थन में मुखर हुए यूपी कैडर के आईपीएस अमिताभ ठाकुर
To,
Hon’ble Justice Bilal Nazki,
Chairman,
Bihar Human Rights Commission,
Patna
Subject- Regarding certain report about Sri Amitabh Kumar Das, IPS currently posted as SP, BHRC, Patna
Respected Sir,
काकोरी थाने में भू-माफिया के प्रभाव में पुलिस और राजस्वकर्मियों द्वारा खुली बेईमानी
दुबग्गा मछली मंडी के पीछे दिलदारनगर नंबर-दो, थाना काकोरी, लखनऊ में भू-माफिया द्वारा खुलेआम गरीब, अनपढ़ लोगों को ठगने और प्रशासन द्वारा मदद नहीं किये जाने का एक मामला अच्छन मियां पुत्र स्व० बाबू उर्फ़ रईसुद्दीन द्वारा हमें बताया गया. उन्होंने बताया कि तकिया पीरबाग़, थाना सआदतगंज के अफजाल अहमद ने मासिक किश्त के बदले उसे और कई लोगों को बेचेनामा पर छोटे-छोटे प्लाट दिए. ये लोग उन प्लाट पर काबिज हो गए. जैसे अंतिम किश्तों का समय आया, अफजाल गायब हो गया और उसने चुपके से उस जमीन को अपने ही आदमी याकूब को रजिस्ट्री कर दी. फिर राजस्व कर्मियों को मिला कर ख़ारिज-दाखिल करा लिया और पहले से काबिज लोगों को पुलिस और गुंडों के बल पर खाली करवाया.
यूपी में जंगलराज : पुलिस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले को जान के लाले
मुंबई से अपने गाँव ओटिया, थाना शिवरतनगंज, जनपद अमेठी आये नफीस खान से आम का एक हरा पेड़ कटता नहीं देखा गया. उन्होंने 02 अक्टूबर 12 बजे एएसपी अमेठी मुन्ना लाल के सीयूजी नंबर 1977 पर इसकी सूचना दी और कोई कार्यवाही नहीं होने पर 03 तारीख को सुबह 10 बजे फिर से बताया. करीब 1.30 बजे पुलिस चौकी इन्होना, थाना शिवरतनगंज की पुलिस आई और ठेकेदार ताज मोहम्मद उर्फ़ तजऊ को पकड़ कर ले गयी. तजऊ चौकी इंचार्ज महेश चंद्रा को 15,000 रुपये दे कर छूटा और उसने पुलिस द्वारा बताये नफीस के फोन पर उसे भला-बुरा कहा.
सावधान रहें इस फर्जी कंपनी से… किराये के तीन कमरे में चल रही कंपनी में 1555 लोगों को रोजगार देने की कवायद
इंदिरानगर, लखनऊ में तीन कमरे किराये पर ले कर 1555 व्यक्तियों को रोजगार देने का दावा करने वाली एक कंपनी का मामला सामने आया है. प्रा कृषि विपणन विकास लिमिटेड नाम की इस कंपनी ने जिला विपणन अधिकारी, खंड विपणन अधिकारी, केंद्र प्रभारी, कंप्यूटर ऑपरेटर जैसे पदनाम बना कर 4800 से 20900 रुपये वेतन के कुल 1555 पदों की भर्ती का विज्ञापन दिया है. विज्ञापन को यथासंभव सरकारी स्वरुप दिया गया है जिसमें पिछड़ी जाति, एससी/एसटी के लिए आरक्षण, आयु में छूट आदि की बात है.
नूतन ठाकुर के धरने की सूचना मिलते ही लखनऊ पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू की
हमारे घर हुई चोरी में भारी पुलिस निष्क्रियता के विरुद्ध मेरे द्वारा डीजीपी कार्यालय के धरने की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग यकायक तेजी में आ गया. 15 अक्टूबर की रात हुई इस चोरी के बाद किसी पुलिस वाले ने मामले की सुध नहीं ली थी. घटना के दिन से ही मामले के विवेचक छुट्टी पर चले गए थे. पांच लाख से ऊपर की चोरी होने के बावजूद मामले में एसआर केस दर्ज नहीं किया गया था और एसएसपी लखनऊ सहित किसी भी वरिष्ठ पुलिस अफसर ने नियमानुसार घटनास्थल का निरीक्षण नहीं किया था.
सीईओ और चीफ एडिटर बनने के बाद से बिजी चल रहे Prasoon Shukla को आज घेर कर पकड़ लिया गया
Yashwant Singh : न्यूज एक्सप्रेस के सीईओ और एडिटर इन चीफ बनने के बाद से कुछ ज्यादा बिजी चल रहे अपन के मित्र Prasoon Shukla को आज घेर कर पकड़ लिया गया. हुआ यूं कि मुझे जब बड़े भाई Amitabh Thakur जी और भाभी Nutan Thakur के गाजियाबाद में होने की सूचना मिली तो प्रसून की सहमति के बाद ‘हम चार लंच साथ-साथ’ का कार्यक्रम बन गया. बच्चों से मजदूरी कराने वाले अफसरों के खिलाफ जांच करने गाजियाबाद आए यूपी के चर्चित आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने एक रोज पहले यानि कल अपनी जांच रिपोर्ट में दोषी अफसरों को दंडित करने की संस्तुति की थी.
यूपी में जंगलराज, यूपी में ‘चोरों’ की सरकार : अब आईपीएस भी सुरक्षित नहीं, अमिताभ ठाकुर के घर भीषण चोरी
उत्तर प्रदेश में जंगलराज का आलम ये हो गया है कि अब जनता तो जनता, अफसर तक सुरक्षित नहीं हैं. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर आज सुबह जब गाजियाबाद से लखनऊ लौटे तो पता चला कि उनके घर में भीषण चोरी हो चुकी है. गोमती नगर स्थित उनके घर में चोरी की ये घटना कोई सामान्य नहीं है. जहां पर अमिताभ ठाकुर का घर है, वहां ढेर सारे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का घर है. मतलब वीआईपी इलाका है. इस इलाके में घुसने और चोरी करने की हिम्मत कोई सामान्य चोर कर ही नहीं सकता.
IPS officer Amitabh Thakur
आईजी से शिकायत का हुआ असर, चौकी इंचार्ज ने लौटाए घूस के रुपए लेकिन दो हज़ार काट के
अमेठी जिले के गाँव ओटिया, पुलिस चौकी इन्होना, थाना शिवरतनगंज में एक हरा पेड़ काटने के मामले में चौकी इंचार्ज महेश चंद्रा द्वारा ठेकेदार ताज मोहम्मद उर्फ़ तजऊ को पकड़ कर 15,000 रुपये वसूलने के मामले में आइपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा आईजी ज़ोन लखनऊ सुभाष चंद्रा को शिकायत करने के बाद 13,000 रुपये वापस हो गए हैं. चौकी इंचार्ज ने 2,000 रुपये इसलिए वापस नहीं किये क्योंकि यह हरा पेड़ काटने का पुलिस चौकी का अपना रेट है.
जब कैलाश सत्यार्थी को ग्रेट रोमन सर्कस के मालिक ने बुरी तरह मारा था
हर भारतीय की तरह मैं श्री कैलाश सत्यार्थी के नोबेल शांति पुरस्कार जीतने की ख़ुशी में फूला नहीं समा रहा हूँ और जून 2004 की करनैलगंज, गोंडा की उस घटना को याद कर रहा हूँ जब श्री सत्यार्थी को नेपाली सर्कस बालाओं को मुक्त करने के प्रयास में ग्रेट रोमन सर्कस के मालिक द्वारा बुरी तरह मारा-पीटा गया था.
अमेठी में हरा पेड़ काटने का रेट फिक्स है, 2000 रुपये पिकअप, 4000 रुपये ट्राली
अमेठी जिले के गाँव ओटिया, पुलिस चौकी इन्होना, थाना शिवरतनगंज के नफीस खान ने अपने गाँव में एक हरा पेड़ कटता देखा एएसपी अमेठी मुन्ना लाल को 03 अक्टूबर को सूचित किया जिसके बाद पुलिस ठेकेदार ताज मोहम्मद उर्फ़ तजऊ को पकड़ कर ले गयी, जो चौकी इंचार्ज महेश चंद्रा को 15,000 रुपये दे कर छूट गया.
आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने यूपी पुलिस के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे नफीस खान को सलाम कहा
Amitabh Thakur : नफीस खान को सलाम!.. यह पत्र मैंने अमेठी निवासी नफीस खान की सूचना के आधार पर आईजी ज़ोन लखनऊ को लिखा है. आपकी दृष्टि चाहूँगा, यह एक गंभीर प्रकरण है. इस देश को हज़ारों नफीस खान की जरूरत है…
एसपी अमेठी ने पेड़ कटान शिकायतकर्ता को हड़काया, पुलिस ने पैसा लेकर आरोपी को छोड़ा
मुंबई से अपने गाँव ओटिया, थाना शिवरतनगंज, जनपद अमेठी आये नफीस खान से आम का एक हरा पेड़ कटता नहीं देखा गया. उन्होंने 02 अक्टूबर 12 बजे एएसपी अमेठी मुन्ना लाल के सीयूजी नंबर 1977 पर इसकी सूचना दी और कोई कार्यवाही नहीं होने पर 03 तारीख को सुबह 10 बजे फिर से बताया.
एसजीपीजीआई लखनऊ के लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ न्यायिक युद्ध
Amitabh Thakur : शायद आपराधिक लापरवाही करने वाले डॉक्टरों से कानूनी लड़ाई आसान नहीं है. यह बात अपनी पत्नी ममता शुक्ला की मौत के मामले में न्याय पाने को संघर्षरत अलीगंज निवासी सुरेश चन्द्र शुक्ला हर कदम पर महसूस कर रहे हैं. हेपेटाइटिस-सी से पीड़ित सुश्री ममता की मौत एसजीपीजीआई, लखनऊ में हो रहे इलाज के दौरान हो गयी. श्री शुक्ला ने इसके लिए गैस्ट्रोइंटेरोलोजी विभाग के डॉ विवेक आनंद सारस्वत और डॉ श्रीजीथ वेणुगोपाल को दोषी बताया कि उन्होंने प्रयोग के तौर पर जानबूझ कर ट्रायल ड्रग थाइमोसीन अल्फा-1 इंजेक्शन दिया जिससे हड्डी का कैंसर होने की काफी सम्भावना रहती है और जो मात्र हेपेटाइटिस बी रोगियों के लिए अनुमन्य है.
एक करोड़ रुपये न दे पाने के कारण जिला जज का प्रमोशन हाईकोर्ट जज के लिए नहीं हो सका!
Amitabh Thakur : हाई कोर्ट जज नहीं बने एक सज्जन की गाथा… भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश आर एम लोढ़ा द्वारा कई बार कोलेजियम व्यवस्था की जबरदस्त वकालत की गयी थी. बहुधा न्यायपालिका के चोटी के लोगों द्वारा ऐसी बातें कही जाती हैं कि यदि न्यायपालिका की नियुक्ति में बाहरी हस्तक्षेप शुरू कर दिया गया तो बड़ा नुकसान हो जाएगा और न्यायपालिका की स्वतंत्रता खतरे में पड़ जायेगी. हम सब इस बात से सहमत हैं कि जजों के बारे में सबसे बेहतर जानने वाले जज ही होंगे और इस बात से भी मेरी सहमति है कि जजों की नियुक्ति प्रक्रिया में जजों की भी भूमिका होनी चाहिए. लेकिन साथ ही इस बात से मैं व्यक्तिगत रूप से गहरी नाइत्तेफाकी रखता हूँ कि यह नियुक्ति प्रक्रिया ढकी-छिपी हो जैसा मौजूदा समय में देखने को मिलता है.
एक करोड़ नहीं दिया तो हाई कोर्ट जज नहीं बने?
भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश आर एम लोढ़ा द्वारा कोलेजियम व्यवस्था की जबरदस्त वकालत करने के सन्दर्भ में आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने नए मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख कर न्यायिक नियुक्ति प्रक्रिया में अपेक्षित पारदर्शिता लाने का निवेदन किया है ताकि प्रत्येक व्यक्ति यह जान सके कि दूसरों की तुलना में किसी एक की नियुक्ति क्यों हुई है. कोलेजियम व्यवस्था के मौजूदा अपारदर्शी ढंग के खतरों को दर्शाने के लिए उन्होंने सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन जिला जज, भदोही का उदाहरण प्रस्तुत किया है जिनसे हाई कोर्ट में प्रोन्नति हेतु कोलेजियम के एक सदस्य द्वारा कथित रूप से एक करोड़ रुपये मांगे गए थे. यह घटना अक्टूबर 2011 से फ़रवरी 2012 के दौरान की थी.
भ्रष्टाचारी के यार हजार, सदाचारी अकेले खाए मार… (संदर्भ- डीजीपी सिद्धू, आईपीएस अमिताभ और देहरादून पत्रकार प्रकरण)
Yashwant Singh : पत्रकार अगर भ्रष्ट नेताओं और अफसरों की पैरवी न करें तो भला कैसे जूठन पाएंगे… मार्केट इकानामी ने मोरल वैल्यूज को धो-पोंछ-चाट कर रुपय्या को ही बप्पा मय्या बना डाला तो हर कोई नीति-नियम-नैतिकता छोड़कर दोनों हाथ से इसे उलीचने में जुटा है.. नेता, अफसर, कर्मचारी से लेकर अब तो जज तक रुपये की बहती गंगा में हाथ धो रहे हैं.. पैसे ले देकर पोस्टिंग होती है, पैसे ले देकर गलत सही काम किए कराए जाते हैं और पैसे ले देकर मुकदमें और फैसले लिखे किए जाते हैं, पैसे ले देकर गड़बड़झाले-घोटाले दबा दिए जाते हैं… इस ‘अखिल भारतीय पैसा परिघटना’ से पत्रकार दूर कैसे रह सकता है.. और, जब मीडिया मालिक लगभग सारी मलाई चाट जा रहे हों तो बेचारे पत्रकार तो जूठन पर ही जीवन चलाएंगे न…
आईएएस अफसर सदाकांत व संजीव शरण का तबादला और दो घंटे बाद तबादले का निरस्त होना….
Amitabh Thakur : बीती बात बिसारिये… आईएएस अफसर सदाकांत और संजीव शरण का तबादले और मुख्यमंत्री द्वारा काम करने पर तबादला निरस्त करने की कथित चेतावनी के दो घंटे के अन्दर ही इनका तबादला निरस्त हो जाने के प्रकरण में मैं अकादमिक फ्रंट पर यह अवश्य कहना चाहूँगा कि 28 जनवरी 2014 को आईएएस तथा आईपीएस कैडर संशोधन नियमावली के लागू हो जाने के बाद अब किसी भी आईएएस तथा आईपीएस अफसर का तबादला मात्र सिविल सेवा बोर्ड की संस्तुतियों पर ही किया जा सकता है और किसी अन्य प्राधिकारी, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों ना हो, को इसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है. ये नियम काफी सोच-विचार के बाद बनाए गए थे और इनसे किसी भी प्रकार का दुराव प्रशासनिक व्यवस्था में हानिकारक प्रभाव ही उत्पन्न करेगा. प्रशासन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के क्षेत्र में कार्य करने के नाते मैं चाहता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि बेहतर प्रशासन के लिए ये नियम पूरे देश में पूरी तरह से पालन किये जायेंगे और इनमे किसी स्तर पर मनमर्जी के दवाब में कोई शिथिलता नहीं बरती जायेगी.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर को सुप्रीम कोर्ट से राहत, पीआईएल करना कोई कदाचार नहीं
Amitabh Thakur : सुप्रीम कोर्ट ने विजय शंकर पाण्डेय बनाम भारत सरकार में स्पष्ट कर दिया है कि कुशासन की शिकायत सेवा नियमावली में कत्तई प्रतिबंधित नहीं है. उसने कहा है कि जनहित में दायर याचिकाएं आचरण नियमावली के खिलाफ नहीं हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि व्यक्तिगत अथवा सार्वजनिक मामलों में याचिका दायर करना हमारा संवैधानिक अधिकार है. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इसके ठीक उलटा मत दर्शाते हुए मेरे पीआईएल दायर करने को कदाचरण बताया था और सराकर की अनुमति के बाद ही पीआईएल दायर करने के आदेश दिए थे. देश की सबसे बड़ी अदालत द्वारा मेरे कदम को सही बताये जाने से मैं बहुत खुश हूँ.
भ्रष्ट डीजीपी सिद्धू के पैरोल पर हैं देहरादून के कई बड़े पत्रकार!
PHOTO Amitabh Thakur
पिछले सप्ताह उत्तराखंड के डीजीपी बीएस सिधू द्वारा ख़रीदे गए एक विवादित वन भूमि के मामले में इस प्रकरण को जानने-समझने और इस पर अपनी निजी हैसियत में अग्रिम कार्यवाही करने के लिए हम (मैं और पत्नी नूतन) देहरादून गये थे. मामले की कहानी लम्बी है और उसे मैं अलग से प्रस्तुत करूँगा. उस मामले में मेरे पास इतने दस्तावेज़ हैं जो मामले की सच्चाई को एकदम से साफ़ कह देते हैं. इन दस्तावेजों को देखते ही कोई भी समझ जाएगा कि यह “चोरी और सीनाजोरी” की एक अद्भुत दास्तान हैं जिसमे एक व्यक्ति ने अपने रसूख और ऊँचे पद का सीधा दुरुपयोग कर अपना व्यक्तिगत हित साधने और कर्तव्यशील लोगों को फंसाने और परेशान करने का कुकृत्य किया है.
पुरुष आयोग : हाई कोर्ट ने पूछा- अमिताभ ठाकुर कैसे महिला प्रताड़ना से पीड़ित हैं?
आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा पुरुषों की समस्याओं को विशेष रूप से देखने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पुरुष आयोग बनाये जाने हेतु दायर रिट याचिका में इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच ने उनसे कहा कि वे अदालत को बताएं वे किस प्रकार महिला उत्पीडन और प्रताड़ना से पीड़ित हैं ताकि मामले की अग्रिम सुनवाई हो सके. जस्टिस संजय मिश्रा और जस्टिस बी के श्रीवास्तव की बेंच ने मामले को सुनने के बाद यह आदेश दिया.
मैं अपनी भावनाएं-विचार व्यक्त करता रहूंगा, भले ही यश मिले या अपयश, मित्र मिलें या शत्रु, मान मिले या अपमान : अमिताभ ठाकुर
Amitabh Thakur: अमिताभ माफ़ी मांगो वर्ना! ….. मुझे डरना अच्छा लगता है क्योंकि टीवी वाले कहते हैं “डर के आगे जीत है”. मैंने “गाँधी और उनके सेक्स-प्रयोग” शीर्षक से जो नोट लिखा था वह मुझे जीवन के कई नए आयाम दिखा रहा है. मैंने अपने लेख में मूल रूप से गाँधी के दूसरी विवाहित/अविवाहित महिलाओं के साथ नंगे अथवा अन्यथा सार्वजनिक रूप से सोने के प्रयोग पर कड़ी टिप्पणी करते हुए उसे पूर्णतया गलत बताया और कहा कि यदि हर आदमी ऐसा करने लगे तो समाज की संरचना वहीँ समाप्त हो जाएगी. मैंने कहा कि गाँधी ऐसा मात्र अपने मजबूत सामाजिक और राजनैतिक रसूख के कारण कर पाए, यद्यपि उनके आश्रम में ये सभी नियम मात्र उनके लिए लागू होते थे, अन्य लोगों को इस प्रकार दूसरी महिलाओं के साथ सोने की छूट नहीं थी बल्कि उन्हें उलटे ब्रह्मचर्य और अलग-अलग सोने के आदेश थे जो उनके दोहरे व्यक्तित्व को प्रदर्शित करता है. मैंने कहा कि मैं उक्त कारणों से निजी स्तर पर गाँधी को अपना राष्ट्रपिता मानने से इनकार करता हूँ.
आईपीएस अफसर की फुफेरी बहन से अभद्रता करने वाले को नहीं पकड़ रही लखनऊ पुलिस
Amitabh Thakur : मनबढ़ अपराधी… महिलाओं को आगे आना ही होगा… मेरी रिश्तेदारी की बहन जो लखनऊ में इंजीनियरिंग की छात्र है, को पिछले तीन-चार दिनों से एक अनजाने फोन नंबर से कॉल आ रहा था. पहला कॉल 10 या 11 अगस्त को आया था. उसने महिला हेल्पलाइन (1090) पर 11 अगस्त लगभग 9-10 बजे सुबह फोन कर शिकायत दर्ज कराई लेकिन इसके बाद भी रात-दिन कॉल आते रहे जिन्हें वह लड़की उठा नहीं रही थी. कल 13 अगस्त शाम को उस व्यक्ति का एक मैसेज आया जिसमे कुछ इस प्रकार लिखा था कि ”तुम्हे काम्प्लेक्स पर देखा था, तुम मुंह बांधे थी, मुझे अच्छी लग रही थी वगैरह.” लड़की ने एक मैसेज कर पूछा कि आप कौन हैं और आपको किसने नंबर दिया है.
यूपी सरकार द्वारा अमिताभ ठाकुर को सामाजिक संस्था से सम्बद्ध होने से मनाही
अपने किस्म के एक अनूठे आदेश में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को एक सामाजिक संस्था से सम्बद्ध होने और उसकी गतिविधियों में भाग लेने से मना कर दिया है. प्रमुख सचिव गृह नीरज कुमार गुप्ता द्वारा दिए गए आदेश दिनांक 11 अगस्त 2014 के अनुसार अमिताभ ठाकुर को उक्त संस्था से सम्बद्ध होने की अनुमति प्रदान करने का औचित्य नहीं पाया गया.
इस IPS ने गर्लफ्रेंड का साथ ना छोड़ा, दो करोड़ दहेज से मुंह फेर लिया
Amitabh Thakur एक युवा आईपीएस अफसर की सोच ने हम सबका दिल जीत लिया : पिछले दिनों मेरी मुलाकात एक नए, अविवाहित आईपीएस अधिकारी से हुई. बातचीत के क्रम में उनसे पूछ बैठा- ‘शादी हो गयी?’ उत्तर मिला- ‘नहीं, अभी नहीं’. मैं यूँ ही आगे बढ़ा- ‘क्यों, कब तक शादी होनी है?’. उनका जवाब- ‘अभी …