बिहार में एक पत्रकार मारा गया तो जंगलराज, यूपी में चार महीने में तीन पत्रकार मारे गए तो कोई खास बात नहीं!

Sanjaya Kumar Singh : मैं पहले ही लिख चुका हूं कि झारखंड के चतरा में पत्रकार की हत्या हुई तो बात आई-गई हो गई। पर बिहार में हुई तो जंगलराज हो गया। उत्तर प्रदेश में चार महीने में तीन पत्रकारों की हत्या हुई। कोई खास बात नहीं। मध्य प्रदेश में पत्रकार संदीप कोठारी को जिन्दा जलाकर दफना दिया गया, छत्तीसगढ़ में भी पत्रकार की हत्या हुई और दिल्ली में भी हुई। फरीदाबाद में एक पत्रकार ने खुदकुशी की पर उसकी हत्या में एक पुलिस वाले को गिरफ्तार किया गया है।

यूपी के जंगलराज की नई कहानी : अमिताभ, जया और अभिषेक बच्चन को यूपी सरकार हर माह देगी डेढ़ लाख रुपये!

Surya Pratap Singh IAS : अमिताभ बच्चन, जया व अभिषेक को यूपी सरकार देगी 50,000 रुपये की पेंशन… यानि इस परिवार को हर महीने डेढ़ लाख रुपये… पेंशन के नाम पर…क्या मजाक है…. मुख्यमंत्री के गाँव ‘सैफई’ के प्रधान दर्शन सिंह यादव को भी इस वर्ष यश भारती पुरस्कार मिला है… उसके प्रभाव ने यह निर्णय करा दिया… सरकारी खजाने का मज़ाक बना कर रख दिया है.. लुटाओ, जितना लुटा सकते हो… चुनाव तक…

यूपी के डीजी कमलेन्द्र प्रसाद के खिलाफ गवाही देंगे आईजी अमिताभ ठाकुर

आईजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर अपने ही डीजी कमलेन्द्र प्रसाद के खिलाफ मशहूर गीतकार संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद आत्महत्या मामले में पुलिस के सामने गवाही देंगे. उन्होंने आज प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पत्र लिख कर इस बात से अवगत कराया है. पत्र में उन्होंने यह कहा है कि श्री प्रसाद के साथ पिछले लगभग डेढ़ माह में काम करते हुए उन्होंने उनकी कार्यप्रणाली में वे सभी बातें देखीं जो संकल्प आनंद ने अपने सुसाइड नोट में कहा था.

2017 का विधानसभा चुनाव जातिवादी राजनीति के सहारे नहीं जीता जा सकेगा, अखिलेश यादव को अहसास हो गया

अजय कुमार, लखनऊ

एक वर्ष और बीत गया। समाजवादी सरकार ने करीब पौने तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। 2014 सपा को काफी गहरे जख्म दे गया। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार ने धरती पुत्र मुलायम को हिला कर रख दिया। पार्टी पर अस्तित्व का संकट मंडराने लगा है। अगर जल्द अखिलेश सरकार ने अपना खोया हुआ विश्वास हासिल नहीं किया तो 2017 की लड़ाई उसके लिये मुश्किल हो सकती है। अखिलेश के पास समय काफी कम है। भले ही लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के पश्चात समाजवादी सरकार ने अपनी नीति बदली ली है, लेकिन संगठन वाले उन्हें अभी भी पूरी आजादी के साथ काम नहीं करने दे रहे हैं। सीएम अखिलेश यादव अब मोदी की तरह विकास की बात करने लगे हैं लेकिन पार्टी में यह बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। मुलायम अभी भी पुराने ढर्रे पर ही चल रहे हैं। निश्चित ही 2015 खत्म होते ही तमाम दलों के नेता चुनावी मोड में आ जायेंगे। भाजपा तो वैसे ही 2017 के विधान सभा चुनावों को लेकर काफी अधीर है, बसपा और कांग्रेस भी उम्मीद है कि समय के साफ रफ्तार पकड़ लेगी। फिलहाल तो यही कहा जा सकता है कि कांग्रेस ही नहीं सपा-बसपा भी 2014 में अर्श से फर्श पर आ गये।

भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही जोर-जोर से रोने लगी महिला अधिकारी

देवरिया : जिले के आपूर्ति विभाग में तैनात निरीक्षक श्रीमती मीरा राय भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर प्रदेश के प्रमुख सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग जितेन्द्र कुमार के सामने जोर जोर से रोने लगीं। प्रमुख सचिव उस दिन देवरिया जिले के दौर पर थे और जिला अधिकारी शरद कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक डा0 एस चनप्पा के साथ जिलाधिकारी के कार्यालय में बैठकर लोगों की फरियाद सुन रहे थे। उसी समय कुछ लोगों ने श्रीमती राय की शिकायत की। जब प्रमुख सचिव ने आपूर्ति निरीक्षक श्रीमती राय को तलब किया तो आते ही श्रीमती राय जोर जोर से रोने लगी तथा रो रो कर अपनी व्यथा सुनाने लगी। उनका रोना बन्द नहीं हो रहा था लेकिन जब डांट कर प्रमुख सचिव ने चुप कराया तो उनका रोना बन्द हुआ।

यूपी में जंगलराज : पुलिस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले को जान के लाले

मुंबई से अपने गाँव ओटिया, थाना शिवरतनगंज, जनपद अमेठी आये नफीस खान से आम का एक हरा पेड़ कटता नहीं देखा गया. उन्होंने 02 अक्टूबर 12 बजे एएसपी अमेठी मुन्ना लाल के सीयूजी नंबर 1977 पर इसकी सूचना दी और कोई कार्यवाही नहीं होने पर 03 तारीख को सुबह 10 बजे फिर से बताया. करीब 1.30 बजे पुलिस चौकी इन्होना, थाना शिवरतनगंज की पुलिस आई और ठेकेदार ताज मोहम्मद उर्फ़ तजऊ को पकड़ कर ले गयी. तजऊ चौकी इंचार्ज महेश चंद्रा को 15,000 रुपये दे कर छूटा और उसने पुलिस द्वारा बताये नफीस के फोन पर उसे भला-बुरा कहा.

यूपी में जंगलराज : एएसपी के सामने कोतवाल ने कैमरा बंद कराया और पत्रकार को बेइज्जत किया

सेवा,

माननीय मुख्यमंत्री जी
श्री अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश शासन (उ.प्र.)
पांच कालीदास मार्ग, लखनऊ

विषयः- कन्नौज सदर कोतवाली प्रभारी द्वारा पत्रकार से अभ्रदता करने के संबंध में

महोदय,

नूतन ठाकुर के धरने की सूचना मिलते ही लखनऊ पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्यवाही शुरू की

हमारे घर हुई चोरी में भारी पुलिस निष्क्रियता के विरुद्ध मेरे द्वारा डीजीपी कार्यालय के धरने की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग यकायक तेजी में आ गया. 15 अक्टूबर की रात हुई इस चोरी के बाद किसी पुलिस वाले ने मामले की सुध नहीं ली थी. घटना के दिन से ही मामले के विवेचक छुट्टी पर चले गए थे. पांच लाख से ऊपर की चोरी होने के बावजूद मामले में एसआर केस दर्ज नहीं किया गया था और एसएसपी लखनऊ सहित किसी भी वरिष्ठ पुलिस अफसर ने नियमानुसार घटनास्थल का निरीक्षण नहीं किया था.

यूपी में जंगलराज : मंत्री के बेटे ने कब्जायी तहसील की सरकारी जमीन, वकील गुस्से में

वीवीआईपी कहे जाने वाले अमेठी जिले में तहसील की सरकारी जमीन पर कब्ज़ा किये जाने का एक मामला प्रकाश में आया है. कब्ज़ा कोई और नहीं कर रहा बल्कि सरकार के एक कैबिनेट मंत्री के बेटे द्वारा किया जा रहा है. एक ओर जहाँ सूबे की सपा सरकार सूबे में नई नई योजनाये लाकर उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की कोशिश में जुटी है वहीं मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले एक कैबिनेट मंत्री ही खुद सरकार की इज्जत में बट्टा लगा रहे हैं. कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के बेटे पर बैनामे के कागजात में हेराफेरी करने व स्टाम्प चोरी करने के साथ ही तहसील की खाली पड़ी जमीन पर जबरन कब्ज़ा कर निर्माण करने का आरोप है.

यूपी में जंगलराज, यूपी में ‘चोरों’ की सरकार : अब आईपीएस भी सुरक्षित नहीं, अमिताभ ठाकुर के घर भीषण चोरी

उत्तर प्रदेश में जंगलराज का आलम ये हो गया है कि अब जनता तो जनता, अफसर तक सुरक्षित नहीं हैं. वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर आज सुबह जब गाजियाबाद से लखनऊ लौटे तो पता चला कि उनके घर में भीषण चोरी हो चुकी है. गोमती नगर स्थित उनके घर में चोरी की ये घटना कोई सामान्य नहीं है. जहां पर अमिताभ ठाकुर का घर है, वहां ढेर सारे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का घर है. मतलब वीआईपी इलाका है. इस इलाके में घुसने और चोरी करने की हिम्मत कोई सामान्य चोर कर ही नहीं सकता.

IPS officer Amitabh Thakur

यूपी में जंगलराज : मंत्री के रिश्तेदार की खबर छापने पर पत्रकार की पिटाई, एफआईआर लिखने से इंकार

तहसील सिकन्दरपुर, बलिया के पत्रकार संजीव कुमार सिंह को कबीना मंत्री रामगोविन्द चैधरी के चचेरे भाई रामबचन यादव और उसके ड्राईबर धर्मेन्द्र के बारे में खबर छापने की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. संजीव ने दुर्गा पुजा के दिन धर्मेन्द्र द्वारा सिकंदरपुर कस्बे में कथित छेड़छाड़ करने पर लोगों द्वारा की गयी पिटाई के बाद पुलिस द्वारा एकतरफा कार्यवाही किये जाने के सम्बन्ध में खबर लिखी थी. इस पर 08 अक्टूबर को रात करीब 07.30 बजे धर्मेन्द्र, छोटक सिंह तथा अन्य लोगों ने समाचार छपने के लिए संजीव को भला-बुरा कहा और लात-घूंसे से मारा.