Yashwant Singh : जबरदस्त है JD फ़िल्म। मीडिया का नंगापन देखना हो तो इसे ज़रूर देखें। Shailendra Pandey ने अपनी पहली ही फ़िल्म में कमाल कर दिया है। फिल्म की पब्लिसिटी न हो पाने से दर्शक कम आए पहले दिन लेकिन जो भी गया, पूरा देख कर ही निकला। फ़िल्म का डिजिटल पार्टनर भड़ास4मीडिया है। ऐसी पोलखोल वाली फिल्म से भड़ास का जुड़ना सबको अच्छा लगा। एनसीआर समेत कई शहरों में फ़िल्म को थियेटर में रिलीज करा ले जाना एक नए और कम बजट वाले फिल्मकार शैलेन्द्र के लिए उपलब्धि है। फिल्म में मजीठिया वेज बोर्ड का भी जिक्र है, जो एक साहस भरा काम है।
किस शहर में और किस टाइम पर देख सकते हैं फिल्म JD, उसका विववरण…
फ़िल्म कमाई भले न ठीकठाक कर पाए लेकिन पत्रकारिता के असली चेहरे को उजागर करने वाली सबसे जोरदार फिल्म के बतौर सिनेमा के इतिहास में याद रखी जाएगी। कैमरे का कमाल पूरी फिल्म में दिखता रहता है। लखनऊ प्रेस क्लब से लेकर दिल्ली, कानपुर, मुंबई के चिर परिचित लोकेशन्स हम जैसे भटकने वाले पत्रकारों को बरबस सारी पुरानी यादें ताज़ा कराते हैं। अगर आप मीडिया की दुनिया को समझना चाहते हैं तो ये फिल्म मस्ट वॉच की कैटगरी में आती है। गाने शानदार हैं। फ़िल्म को तहलका मैग्ज़ीन और तरुण तेजपाल कांड को ध्यान में रखकर देखेंगे तो बहुत कुछ समझ में आ जाएगा। एक बार फिर से शानदार फ़िल्म के लिए शैलेन्द्र पांडे और उनकी पूरी टीम को बधाई।
टाइम्स आफ इंडिया अखबार ने जेडी फिल्म को न देखने की सलाह दी है। ऐसा क्यों? इसका खुलासा कर रहे हैं यशवंत सिंह. नीचे दिए वीडियो को क्लिक करें :
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से.