यशवंत सिंह-
मैंने मर्दों की तरफ़ से पत्रकार अणुशक्ति सिंह से इसलिए माफ़ी माँगी क्योंकि हम पुरुष किसी स्त्री को तथ्य-डेटा के साथ भी बोलने देने के लिए तैयार नहीं हैं, तेज़ाब की धमकी देने लगते हैं, चरित्र हत्या में जुट जाते हैं!
वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी सिंह बिल्कुल सच लिखते हैं-
”एक महिला ने जिस्मानी सच्चाइयों पर नुक़्ता क्या लगाया कि चारों तरफ़ मर्दवादी मवाद जगह जगह से बह निकला है। बड़ा ग़लीज़ मंज़र है । रंग बिरंगे पौरुष आहत होकर मोर बने नाच रहे हैं ! जबकि अभी एक ने ही ज़रा सा मुँह खोला है !”
मुझे लगा पुरुषों की तरफ़ से किसी को ज़रूर माफ़ी माँग लेनी चाहिए! फिर सोचने लगा, मैं ही क्यों नहीं सॉरी बोल सकता हूँ!
सुनें इंटरव्यू का तीसरा और आख़िरी पार्ट जिसमें मैंने माफ़ी माँगी है, नीचे दिए यूट्यूब लिंक पर क्लिक करें-
इसके पहले के दोनों पार्ट देखें-
पार्ट 1
पार्ट 2