मध्य प्रदेश में जंगलराज है। यहां शिवराज चौहान के राज में पत्रकारों की जघन्य हत्याओं का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बुरी खबर मंदसौर से है जहां एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पिपलिया मंडी थाना क्षेत्र के पत्रकार कमलेश जैन को बुधवार रात 8:30 बजे मोटरसाइकिल सवार दो बदमाशों ने उनके ही ऑफिस में नजदीक से सीने में गोली मार दी। उन्हें तत्काल जिला चिकित्सालय लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार कमलेश जैन का कुछ दिनों पूर्व कुछ लोगों से विवाद हुआ था जिसके बाद उसकी शिकायत उन्होंने थाने में भी करवाई थी। हाल ही में उन्होंने अपनी जान के खतरे का हवाला देते हुए एक शिकायत पुलिस को की थी। आशंका जताई जा रही है कि इसी विवाद के चलते उन पर हमला हुआ। पुलिस का कहना है कि जल्द ही हत्यारों को पकड़ लिया जाएगा!।
मंदसौर के पिपलिया मंडी के नईदुनिया प्रतिनिधि कमलेश जैन एक सुलझे हुआ पत्रकार होने के साथ-साथ जिम्मेदार सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। कमलेश जैन की हत्या से पिपलिया मंडी में शोक की लहर छा गई । मंदसौर जिला पत्रकार जगत भी इस घटना को लेकर भारी रोष है। जिले में पत्रकार की हत्या का कदाचित यह पहला मामला है । प्रदेश में पत्रकारों की हत्या का सिलसिला अनवरत जारी है। कुल मिलाकर पत्रकारों की जान की सुरक्षा के लिए सरकार ने अभी तक कोई विशेष कदम नहीं उठाया है। यदि इस प्रकार से लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के पहरेदारों की हत्या कर उनको हतोत्साहित किया जाएगा तो आप सोचिये आम आदमी इन अपराधियो से किस कदर प्रताड़ित हो रहा होगा ? अस्पताल में कमलेश जैन के परिजनों और उनके मित्रों का रो रो कर बुरा हाल है। पूरा पत्रकार समाज शोक में डूबा हुआ है।