प्रयागराज में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वेलफेयर क्लब में दो फाड़ होने की खबर है. ताजा घटनाक्रम में प्रयागराज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वेलफेयर क्लब के तमाम सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। जिन सदस्यों ने इस्तीफा दिया है उन्होंने प्रयागराज के तमाम मीडिया ग्रुप में लिखा है कि संगठन के कुछ लोगों द्वारा अवैध तरीके से मूल संगठन के विपरीत समकक्ष संगठन बनाने और अवैध गतिविधियाँ चलाने से क्षुब्ध होकर इस्तीफा दिया है।
इस्तीफा देने वालों में द प्रिंट लाइन के संपादक शुशील तिवारी, APN न्यूज के ब्यूरो चीफ आलोक सिंह, एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार नितिन गुप्ता, न्यूज नेशन के ब्यूरो चीफ मानवेंद्र प्रताप सिंह, TV9 डिजिटल के सीनियर जर्नलिस्ट दिनेश सिंह, दैनिक भास्कर के ब्यूरो चीफ अमरीश शुक्ला, सहारा समय के वरिष्ठ कैमरामैन शिवेंद्र विक्रम, सहारा समय के वरिष्ठ पत्रकार सुनील बच्चन और सुधीर शुक्ला, दूरदर्शन के पत्रकार राजकुमार रॉकी, आज तक के पत्रकार आनंद राज, वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र राज, नवभारत टाइम्स डिजिटल के पत्रकार शिवपूजन सिंह, अमृत प्रभात/NIP डिजिटल टीवी के पत्रकार अशोक कुमार अवस्थी, हिंदी खबर के पत्रकार सौरव मिश्रा प्रमुख रूप से शामिल हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही इस इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब के चुनाव हुए हैं जिसपर भारत समाचार के धीरेंद्र द्विवेदी को अध्य्क्ष बनाया गया है। इससे पहले पिछले कई सालों से इस पद पर APN न्यूज़ चैनल के आलोक सिंह काबिज थे। वहीं इस क्लब के इतर एक और इलेक्ट्रॉनिक क्लब भी चल रहा है जो एक पुराने और सीनियर पत्रकार की देखरेख में चल रहा है। मतलब प्रयागराज में पिछले कई सालों से दो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब चल रहे हैं। यहीं नहीं वेलफेयर क्लब के लोग खुद को हर जगह सर्टिफाइड पत्रकार बताते हैं और दूसरे क्लब के लोगों को मेन स्ट्रीम का पत्रकार नहीं मानते हैं।
अब इस क्लब के दो फाड़ होने और क्लब के सामूहिक इस्तीफा देने से हड़कंप मच गया है। फिलहाल पिछले दिनों हुए चुनाव को लेकर बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने चुनाव कराया है उन्होंने इसे बिना सबकी सलाह मशवरा के कराया है, जिससे क्लब के कई सदस्यों के सुर बगावती हो गए हैं और अब इस्तीफे की जड़ टूट जाने से क्लब की नींव भी कमजोर होती नज़र आ रही है।
नोट : सूचना भड़ास को भेजे गये मेल पर आधारित है. इस बारे में किसी का पक्ष कोई सूचना अथवा जानकारी हमतक इस मेल [email protected] के जरिए पहुँचा सकते हैं.
Ramesh Singh
December 20, 2023 at 6:06 pm
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वेल्फेयर क्लब में भाटा और रंगा बिल्ला की जोड़ी है जो एक छत्र राज चला रही है। रंगा बिल्ला पहले मठ का PRO भी था लेकिन वहां से उसकी रोजी रोटी बंद हो गई और दफ्तर तो पहले ही छीन चुका है। भाटा का भी यही हाल है यानी उसके चैनल गंगा का संगम से पहले ही किनारा कर चुका है। कैमरा यूनिट तक नोएडा वापिस चला जा चुका है। इसलिए आजकल सिर्फ डिजिटल के भरोसे अपनी पत्रकारिता मजबूत करने में लगा हुआ है। वैसे इस क्लब में एक आटे की लोही भी है जो इसबार उच्च पद पर क्लब में काबिज हो गया है। पद की लालसा पाने वालों की लाइन लगी हुई है यहां।