शीतल पी सिंह-
न्यूयार्क टाइम्स ने कहा है कि उसके द्वारा दिल्ली सरकार के स्कूलों के बारे में प्रकाशित फ़्रंट पेज पर छपी रिपोर्ट पेड स्टोरी नहीं है। इंडिया टुडे के रिपोर्टर अंकित कुमार से बातचीत में न्यूयार्क टाइम्स के प्रवक्ता ने यह स्पष्ट किया ।
इसके पहले बीजेपी ने आधिकारिक रूप से आरोप लगाया था कि न्यूयार्क टाइम्स में फ़्रंट पेज पर छपी रिपोर्ट एक पेड न्यूज़/ विज्ञापन है ।
आज सुबह जब मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई ने छापा मारा तब से ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी के आई टी सेल इस मुद्दे पर आमने सामने आ गए थे । बाद में कांग्रेसी प्रोफ़ाइलों पर भी बीजेपी का यह आरोप फैल गया था कि न्यूयार्क टाइम्स में दिल्ली के स्कूलों के बारे में छपी खबर पेड न्यूज़ है । अब इसका आधिकारिक खंडन आ गया है ।
परितोष सिंह- सर, मैं अमरीका मे पढ़ा हूं। यकीन करिए वो लोग हमसे बहुत आगे हैं। अब दिल्ली स्कूल में ऐसा क्या हो गया कि NYT उससे इंप्रेस हो गया। मुझे भी paid ही लगता हैं।
पेड़ नही होगा तो और भी रास्ते हैं। मगर मुझे तो भरोसा नही होता कि NYT दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह इंटरेस्ट लेगा। ये मेरी लॉजिक है। बाकी सचाई तो ईश्वर ही जानता होगा।
शीतल पी सिंह- परितोष सिंह जी मैं अमरीका में नहीं पढ़ा हूँ लेकिन लगभग पैंतीस चालीस बरस से पत्रकारिता में हूँ । न्यूयार्क टाइम्स के दिल्ली स्थित प्रतिनिधि निजी मित्र हैं । दुनियाँ भर में मीडिया को coax किया जाता है , केजरीवाल की सरकार भी कर सकती है, यूपी की सरकार करने की कोशिश करती है, मोदीजी करते ही हैं (पब्लिक डोमेन में तथ्य हैं )। सवाल यह है कि बीजेपी प्रवक्ता के पास क्या तथ्य था कि उसने कहा यह पेड न्यूज़ है ? अब खंडन आ गया तो आप सब लोग लेकिन/ परन्तु/ मैं जानता हूँ टाइप सफ़ाई दे रहे हैं । दिल्ली के स्कूलों में क्या हो गया यह आप कह सकते हैं क्योंकि भक्त हैं । मेरे ड्राइवर का नाम आनंद बिस्ट है बीजेपी समर्थक है लेकिन दो बच्चे दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं +91 99102 30675, ये उसका नं है , पूछ लीजिए कि क्या क्या हो गया?
अमिताभ श्रीवास्तव-
न्यू यॉर्क टाइम्स ने साफ किया है कि दिल्ली की शिक्षा प्रणाली के बारे में उसकी रिपोर्ट निष्पक्ष, ज़मीनी रिपोर्टिंग के तहत तथ्यों पर आधारित है।
ग़ौरतलब है कि आज दिन भर मनीष सिसोदिया पर सीबीआई छापे की खबरों के बीच तमाम चैनलों पर बीजेपी के तमाम नेताओं के बयान चलते रहे कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की शिक्षा प्रणाली के बारे में न्यू यॉर्क टाइम्स में छपी खबर एक पेड न्यूज़ है, एडवर्टोरियल है।
पत्रकारिता की नैतिकता का बुनियादी तकाजा है कि कम से कम अब हमारे चैनलों को इतनी शर्म तो आनी चाहिए कि पलटकर बीजेपी वालो से पूछें कि आप झूठ क्यों फैला रहे थे।