कमल शुक्ला-
सरगुज़ा : किसी पत्नी के सामने उसके पति की पिटाई कोई दुष्ट व धूर्त व्यक्ति ही कर सकता है, पता नही कि सच्चाई क्या है पर प्रिया ने फोन कर मुझे बताया कि खुद सरगुजा एसपी तुकाराम काम्बले ने जितेंद्र जायसवाल पर हाथ उठाया है , साथ ही जितेंद्र की पत्रकारिता से खार खाये तमाम थानों के थानेदारों को बुलाकर उनसे निर्ममता से पिटवाया गया है।
मैं तमाम पत्रकार साथियों से निवेदन करता हूँ कि यह तुकाराम जिस जगह भी जाये वहां के पत्रकार व जनसंगठनों के साथी इसका संवैधानिक दायरे में रहकर विरोध करें, तब तक करें जब तक इन्हें अहसास न हो जाये कि इन्होंने नियम तोड़ा और किसी क्रांतिकारी पत्रकार को प्रताड़ित किया।
देखें वीडियो-
छत्तीसगढ़ के बेबाक़ पत्रकार जितेंद्र की पत्नी ये क्या कह रहीं हैं! https://youtu.be/gElliYEU-PM
अपराधियों से मिलीभगत, फर्जी प्रकरण; हिरासत में हत्या जैसे मामलों में पुलिस के खिलाफ लिख रहे हैं जितेंद्र जायसवाल की गिरफ्तारी सुनियोजित है।
पुलिस की मनमानी और जितेंद्र जायसवाल के ऊपर बनाए गए फर्जी प्रकरण को लेकर सरगुजा के पत्रकार तय करें कि किस दिन आंदोलन करना है और मैं प्रदेश भर के पत्रकारों का आव्हान करता हूं कि वह जरूर इस आंदोलन में पहुंचे क्योंकि योजनाबद्ध षड्यंत्र का शिकार जितेंद्र को बनाया गया है ।
सूचना यह भी मिल रही है कि थाने के भीतर उसकी निर्ममता से पिटाई की गई है उसकी पत्नी से मेरी बात हुई है, प्रिया जायसवाल का कहना है कि उसको स्वयं पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने कहा है कि अभी उसे उसके पति से मिलने नहीं दिया जाएगा अगर कल जिंदा रहेगा तो आकर मिल लेना। प्रिया जायसवाल का यह भी आरोप है कि उसके पति के साथ पिटाई केवल गांधी नगर थाने के पुलिस वालों ने नहीं किया है बल्कि स्वयं पुलिस अधीक्षक तुकाराम कामले और मुंडवा थाने में पदस्थ दिलबाग सिंह ने भी गांधीनगर थाने में घुसकर उसकी पिटाई की है जो जितेंद्र जायसवाल से व्यक्तिगत दुश्मनी रखता है।
बदनाम चिटफंड कंपनी कैनविज के संचालक के आवेदन पर पुलिस ने भारत सम्मान के सम्पादक जितेंद्र जायसवाल के खिलाफ तमाम गंभीर धाराएं लगायीं हैं। वैसे जितेंद्र जायसवाल पिछले कई महीनों से पुलिस के निशाने पर थे। जितेंद्र जायसवाल ने पुलिस के कुकर्म का लगातार भारत सम्मान में पर्दाफाश किया है। सरगुजा पुलिस वैसे भी अपराध और फर्जी गिरफ्तारी के मामले में देश में चर्चित है। पुलिस हिरासत में पंकज बैक की मौत का मामला भी अभी नहीं सुलझा है और पंकज बैंक का मामला सबसे ज्यादा भारत सम्मान ने ही आज तक जिंदा रखा है, उसको न्याय दिलाने की कोशिश में अभी तक भारत समान लगा हुआ था जिसमें पुलिस वाले साफ़ दोषी हैं, उसके बाद भी सरकार उनको बचाने के लिए लगी हुई है।
मैं प्रदेश भर के पत्रकारों से निवेदन करता हूँ कि “पत्रकार और अभिव्यक्ति” की स्वतंत्रता विरोधी इस सरकार के खिलाफ तमाम संघो व संगठनों क्लबों की सदस्यता व नियमों ( जो कि ज्यादातर सत्ता पक्षीय व चमचागिरी वाला है ) से बाहर निकल कर एक बड़ी लड़ाई के लिए तैयार हो जाएं ।
यह निवेदन केवल उन्ही के लिए है जो सच्चाई, ईमानदारी व निर्भीकता से सरकार, माफिया व व्यवस्था से सवाल करना जानते हैं, लिखना जानते हैं। चाटूकार व चापलूस को किसी भी सरकार से खतरा नही अतः उनकी हमे जरूरत भी नही।
इस बार आंदोलन अम्बिकापुर में होगा, इस आंदोलन में वही साथी भाग लें जिन्हें मार खाने व जेल जाने का डर नही।
सरगुजा के पत्रकारों पर लगातार दमन की कार्यवाही के लिए अकेले व और अकेले केवल टीएस सिंहदेव जवाबदार है, उन्हें तत्काल मंत्रिमंडल व कांग्रेस निकाला जाए।
सरगुजा के पत्रकारों पर दमन, गिरफ्तारी , फर्जी एफआईआर सरगुजा के राजा और विधायक स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के निर्देश पर होता है, अबकी बार सिंहदेव के बंगले पर देंगे गिरफ्तारी।
अच्छा हुआ छत्तीसगढ़ के भविष्य के लिए कि बाबा मुख्यमंत्री नही बना, उसके गुंडे और असमाजिक तत्वों के खिलाफ समाचार लिखने पर जितेंद्र को जेल भेजा जा रहा है।
पत्रकार जितेंद्र जायसवाल उर्फ़ कुमार जितेंद्र को आशंका थी गिरफ़्तारी की. देखिए सतह घंटा पहले लिखी उनकी आख़िरी पोस्ट-
यदि आप मुझे जेल में देखना चाहते हैं बेशक घर बैठे देख सकतें हैं – कुमार जितेन्द्र
सच्चाई दबाने की शाजिस शुरू…
अम्बकापुर – जैसे ही पुनः अम्बिकापुर सिटी कोतवाली में हुए पुलिस अभिरक्षा आदिवासी युवक पंकज बेक की मौत का मुख्य आरोपी विनीत दुबे एवं गैंग जो दरसल पुलिस की वर्दी में एक माफिया है के विरुद्ध भारत सम्मान में समाचार चला अवैध रूप से किए गए हराम की कमाई ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। कुन्नी रेप मामले में पहले से खुन्नस खाए हुए सरगुजा एसपी तुकाराम एवं माखन-रामबिलास मामले में झल्लाया हुआ गांधीनगर टीआई लालच देकर एक झूठे आवेदन की दरकार कर रहा था जो शायद पूरा होगा।
कैनविज कंपनी बरेली उत्तर प्रदेश से होकर छत्तीसगढ़ में अपना पांव जमा रही है विगत कई वर्षों से यहां के भोले भाले जनता ओं को झांसे में लेकर प्रोडक्ट बेस्ड कंपनी बता कर लोगों से कई करोड़ का लूट किया जा चुका है। जिसकी संपूर्ण जानकारी के लिए भारत सम्मान की टीम अंबिकापुर स्थित कैनविज कार्यालय जाकर कुछ सवालों के जवाब मांगती है पर वहां पर अपने आप को कैनविज का पदाधिकारी बताते हुए जितेंद्र सोनी के द्वारा यह आश्वस्त किया गया कि आपके सवालों का जवाब पूरी तरह मेरे पास नहीं है पूरी जानकारी जब तक हेड ऑफिस से नहीं मंगाई जाएगी तब तक मैं कोई जवाब नहीं दे सकता कुछ दिनों की मोहलत मांगते हुए बयान देने से इनकार कर दिया।
चूंकि मैं पत्रकार हूं इसलिए पूरे प्रदेश भर में घूमना होता है, कल दिनांक 07/04/2022 को रायपुर से आया आज दिनांक 08/04/2022 दोपहर लगभग 4:00 बजे थाना प्रभारी गांधीनगर के द्वारा फोन पर बताया गया कि आप के खिलाफ शिकायत जितेंद्र सोनी नामक व्यक्ति के द्वारा किया गया है, जिस शिकायत में कैनविज कार्यालय के काउंटर से लगभग ₹50,000 रूपये की लूट व लगभग ₹5,00,000 रूपए की मांग की गई है, आकार बयान दीजिए।
लगातार गुमनाम शिकायतें मुझे झूठा साबित करने के लिए पुलिस विभाग को सौंपी जा रही है, यदि समय रहते इस पर लगाम नहीं कसा गया तो ना जाने कितने बेकसूर पत्रकार जेल चले जाएंगे, यह लड़ाई व्यक्तिगत नहीं है। पुलिस वाकई में निष्पक्ष जांच कर आगे की कार्यवाही करती है तो बेशक मेरे ऊपर लगे हुए आरोप झूठे पाए जाएंगे।
अब ना जाने कौन सा षड्यंत्र सरगुजा पुलिस मुझे जेल भिजवाने के लिए कर रही है, इसका खुलासा हम जल्द करेंगे और सरगुजा व छत्तीसगढ़ के भोले भाले लोगों से यह अपील है कि कैनविज कंपनी में आप जितना भी धनराशि लगाएं होंगे उसकी सत्यापित प्रति कल दिनांक 09/04/2022 को थाना गांधीनगर के समक्ष प्रस्तुत होने की कृपा करें ताकि पूरी सच्चाई आपके सामने आ सके।
कैनविज कंपनी कार्यालय अंबिकापुर के खिलाफ ना जाने कितने शिकायत पेंडिंग है आज तक उसकी सुध नहीं ली गई है पर सरगुजा व छत्तीसगढ़ के भोले भाले जनता को अतिरिक्त कमाई का प्रलोभन देकर लूटा जा रहा है जिसका हम विरोध आज भी कर रहे हैं और आने वाले समय में इस तरह की कंपनियां यदि छत्तीसगढ़ को लूटना चाहेगी तब भी विरोध करेंगे।
यदि सच्चाई के राह में चलने का यह ईनाम है, तो सहस्र स्वीकार है।
आपका कुमार जितेन्द्र
भारत सम्मान, न्यूज समूह, अम्बिकापुर, छत्तीसगढ़
मोबाईल नम्बर – 09424262547