उत्तर प्रदेश में मान्यता में खेल को लेकर जो खुलासा किया गया है, वह पूर्ण सच नहीं है. अधूरी जानकारी है. सूची में किसी को आपत्ति नहीं हो सकती, लेकिन अधूरी जानकारी घातक होती है. मैं भी लखनऊ का एक पत्रकार हूँ. मुझे भी इस बात की टीस है कि आखिर सही और ईमानदार पत्रकारों की पूछ क्यों नहीं हो रही है. आखिर क्या वजह है लखनऊ में दलाली और भोकाल के सहारे ही क्यों पत्रकारिता की जा रही है. इसी सदर्भ में मैं लिख रहा हूँ कि आखिर अधूरी सूची क्यों जारी की गयी है. यहाँ मैं साफ़ कर दूँ की सच कड़वा होता है. बहुतों को बुरा लगेगा, लेकिन ये ज़रूरी है. यह इसलिए भी ज़रूरी कि कहीं चंद नामों को जारी करने के पीछे कोई साजिश तो नहीं है.
१- श्रेय शुक्ल- एपीएन न्यूज़ चैनल के बाद लाइव इंडिया गए. लेकिन वहां से भी बाहर। फिलहाल कहीं नहीं हैं.
२- फरमान अब्बास मंजुल- एपीएन न्यूज़ चैनल के बाद लाइव इंडिया गए. लेकिन वहां से भी बाहर। फिलहाल कहीं नहीं हैं.
३ – वासिंद्र मिश्रा – दिल्ली तबादला
४- अशुितोष श्रीवास्तव – a2z न्यूज़ चैनल – अस्तित्व में नहीं
५- अलोक पाण्डेय – ज़ी न्यूज़ – हट चुके हैं.
६- अश्वनी मिश्रा- के न्यूज़- हट चुके हैं
७- अभिलाष भट्ट – खोज इंडिया – अस्तित्व में नहीं
८- आशीष कुमार सिंह – खोज इंडिया – अस्तित्व में नहीं
९- प्रदीप कुमार गौड़ – खोज इंडिया – अस्तित्व में नहीं
१०- धीरेन्द्र बहादुर सिंह – खोज इंडिया – अस्तित्व में नहीं
११- योगेश मिश्रा- न्यूज़ एक्सप्रेस- चैनल बंद
१२- अनुराग शुक्ल- न्यूज़ एक्सप्रेस- चैनल बंद
१३- आलोक श्रीवास्तव- न्यूज़ एक्सप्रेस- चैनल बंद
१४-महीप कुमार सिंह- न्यूज़ एक्सप्रेस- चैनल बंद
१५- आकाश शेखर वर्मा- टोटल टीवी- उत्तर प्रदेश में नहीं दिख रहा है.
१६- मनोज मिश्रा- टोटल टीवी- उत्तर प्रदेश में नहीं दिख रहा है.
१७-जीतेन्द्र कुमार दुबे-टीवी100-उत्तर प्रदेश में नहीं दिख रहा है.
१८- संजय कुमार सिंह- महुआ- चैनल बंद
१९- रवि श्रीवास्तव- महुआ- चैनल बंद
२०-प्रकाश शर्मा- रफ़्तार टाइम्स न्यूज़- चैनल बंद
२१- पृथ्वी राज अरोड़ा- रफ़्तार टाइम्स न्यूज़- चैनल बंद
२२- राघवेन्द्र सिंह- लाइव इंडिया- चैनल बंद
२३- मिथिलेश- लाइव इंडिया- चैनल बंद
२४- गिरीश चन्द्र- लाइव इंडिया- चैनल बंद
२५- मनोज द्धिवेदी- श्री न्यूज़ं- चैनल बंद
२६- अल्विना काज़िम- श्री न्यूज़- चैनल बंद
२७- प्रशांत द्धिवेदी- श्री न्यूज़- चैनल बंद
२८- पंकज वर्मा- श्री न्यूज़- चैनल बंद
२९- गोविन्द पंत राजू- श्री न्यूज़- चैनल बंद
३०- विशाल सिंह रघुवंशी- श्री न्यूज़- चैनल बंद
३१- पंकज निगम– श्री न्यूज़- चैनल बंद
३४-आशीष दिक्षित- चर्दिकला टाइम टीवी- चैनल दिख नहीं रहा
३५- सर्वेन्द्र सिंह– चर्दिकला टाइम टीवी- चैनल दिख नहीं रहा
३६- विजय कांत दिक्षित- आइबीसी२४- चैनल दिख नहीं रहा
३७ -रजत किशोर मिश्रा- सुदर्शन टीवी- चैनल दिख नहीं रहा
३८ – सत्य नारायण दुबे- सुदर्शन टीवी- चैनल दिख नहीं रहा
प्रेषक
rajeev kumar
rajeevkumarrajeev007@gmail.com
मूल खबर:
Comments on “यूपी में मान्यता में खेल : अधूरी जानकारी मत दीजिए, ये है पूर्ण लिस्ट”
माननीय सुदर्शन सभी ड़ीटीएच पर है , कृपया सही जानकारी दिया करे।।
श्री राजीव कुमार कृपया किसी विषय पर लिखने के पहले जानकारी कर लिया करें
सुदर्शन न्यूज़
Videocon d2h चैनल न. 322
DishTV चैनल न.581
Reliance BigTV चैनल न.428
पर दीखता है
Yashwant भाई मै उम्मीद करता हु की आप इस तथ्य पर ध्यान देंगे और इस भ्रामक एवं झूटी खबर को संशोधित करेंगे
dear rajiv ji pahle kuch likhne se pahle ye jaroor dekh liya kijiye ki kaun sa channel nahi aaraha hai kyunki aapki jankari k liye bata du ki total tv channel delhi ncr channel hai aur sath hi airtel dth par 286 par uplabdh hai kripaya apna likha sudhar le aapki jimmedari hai ki ise sahi kare
राजीव जी पूरी जानकारी के साथ अपनी बात कहिये… स्वागत है …. लाइव इंडिया चैनल कहा बंद है …. आप कैसे कह दिए कि चैनल बंद है ….
महोदय ,
आपकी लिस्ट काबिले तारीफ है लेकिन क्या सिर्फ केबल नेटवर्क पर ही दिखना ….मान्यता के लिए सेट पैरामीटर है |
यदि ऐसा है तो आप सही है वर्ना माफ़ी तो बनती है | 😉
हे यमराज के वाहन… मूर्खाधिपति राजीव जी…
उपमाये तो आपके लायक और भी है लेकिन अभी इतनी काफी है| सबसे पहले तो जितनी मेहनत तो आपने लिस्ट को बनाने में की होगी अगर उसकी आधी भी टीवी खोल के चैनल पलटने में लगाते तो तो सही लिस्ट बना पाते… खैर अगर आपके अंदर इतना दिमाग ही होता तो फिर बात ही क्या थी… आपको किसी ने झुनझुना पकडाया और आप बजाने लगे…. अब अपना सामान्य ज्ञान सही कर लीजिये .चाहे वो टोटल टीवी हो, सुदर्शन न्यूज़ हो, श्री न्यूज़ हो, या लाइव इंडिया हो सभी चैनल लगभग सभी प्रमुख DTH और लोकल केबल्स पर आ रहे है… और सभी चैनलों के स्टाफ राज्य मुख्यालय पर काम कर रहे है| मुझे तो लगता है कि आपका दर्द यह रहा होगा कि बिना कुछ करे धरे मान्यता की चाह आप पाले बैठे होगे… और वो पूरी नहीं हुई होगी| राजीव जी… सार्थक मेहनत करिए सार्थक … निरर्थक मेहनत समय बर्बाद करना है| लगता तो नहीं लेकिन फिर भी उम्मीद रहेगी कि आप अपनी इस बेवकूफी के लिए क्षमा याचना करेगे…