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इंटरव्यू

मोदी-योगी किसी की नहीं सुनते : रामदत्त त्रिपाठी (देखें वीडियो)

रामदत्त त्रिपाठी से पहली बार मैं सन उन्नीस सौ नब्बे या इक्यानबे में मिला था. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पढाई के दौरान. एक छात्र आंदोलन में भागीदारी की थी मैंने, कामरेड लाल बहादुर सिंह के नेतृत्व में. इस आंदोलन को कवर करने रामदत्त जी आए थे, लखनऊ से इलाहाबाद.

उस जमाने में रोजाना बीबीसी के प्रसारण में खबरों के दरम्यान एक नाम जरूर आता था, लखनऊ या इलाहाबाद या अन्य किसी शहर-जगह से ‘बीबीसी संवाददाता रामदत्त त्रिपाठी की रिपोर्ट’.

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आप कांग्रेसी हों या भाजपाई या सपाई या बसपाई या आपाई या कोई और… रामदत्त जी को सुनना आपको अच्छा लगेगा… ये आंदोलन से उपजे पत्रकार हैं. बीबीसी में लंबे समय तक रहे.. इन्हें सुनना मुझे तो हमेशा अच्छा लगता रहा है.

रामदत्त जी कई खूबियों से भरे हैं. बीबीसी को अलविदा सिद्धांत की लड़ाई में कहा, 21 बरस तक सेवा करने के बाद. अब मीडिया स्वराज डाट काम संचालित कर रहे हैं. रामदत्त जी ने अपने नब्बे बरस के पिता के स्वास्थ्य का राज बताने से लेकर मोदी-योगी की कार्यशैली का विस्तार से वर्णन इस बातचीत में किया.

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देखें वीडियो… नीचे क्लिक करें-

-यशवंत, भड़ास4मीडिया

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भड़ास के पहले डिबेट शो का वीडियो देखें, कई रिकार्ड स्थापित हो गए!

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1 Comment

1 Comment

  1. Manoj Kumar

    May 13, 2020 at 11:29 am

    मोदी योगी किसी की नहीं सुनते, क्यों सुने उनकी जो सदैव उनके विरोधी रहे हों उन्हें सत्ता में आने से रोकने में जिन लोगों ने जीजान लगा दी थी उनकी क्यों सुनें मोदी योगी ? ये मि रामदत्त भी घोर मोदी योगी विरोधी हैं, आपके इस पोर्टल को स्थापित करते समय अगर कोई रामदत्त आपका विरोध करता, पोर्टल में अड़ंगे लगाता, सिर्फ इसलिए कि उसकी विचारधारा आपसे भिन्न है, तो पोर्टल स्थापित होने के बाद क्या आप उसकी सुनते? बी बी सी हो अथवा कोई बड़ा मीडिया संस्थान ज्यादा ऊंची उड़ान भरने वाले अपने पत्रकार के पर कतर देते हैं या बाहर का रास्ता दिखा देते हैं ऐसे तड़पते पत्रकार अपनी भड़ास और अपने संचित ज्ञान को यू ट्यूब चैनल अथवा पोर्टल के माध्यम से निकालने को मजबूर हो जाते हैं ।

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