जयपुर : बहुत बड़े-बड़े दावों के साथ शुरू हुआ और फिर राजस्थान में नम्बर वन न्यूज चैनल बनने का दावा करने वाला ‘फर्स्ट इण्डिया’ न्यूज चैनल अब अर्श से फर्श की ओर जाने लगा है। इसकी शुरुआत हुई है राज्य के चार प्रमुख सम्भाग मुख्यालयों के स्वाभिमानी सम्भाग प्रमुखों के इस्तीफों के बाद से। इस चैनल के जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर और नागौर के ब्यूरो हैड्स ने चैनल प्रशासन के अपमानजनक प्रस्ताव को ठुकराते हुए जिल्लत से नौकरी करने की बजाय स्वाभिमान के रास्ते को अपनाते हुए चैनल प्रशासन के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
वैसे तो इस चैनल में आन्तरिक रूप से पिछले लम्बे समय से कई विवाद चल रहे हैं, जिसमें इनपुट, आउटपुट, एचआर, मार्केर्टिंग और प्रशासन के बीच खींच-तान भी शामिल है। इसी के चलते चैनल में कई बदलाव किए गए, लेकिन हर बदलाव उलटा ही पड़ा। खुद अर्श पर छा जाने के दावे करने वाला ये चैनल अब तेजी से फर्श की तरफ बढ़ रहा है। पिछले दिनों चैनल प्रशासन ने अचानक एक तुगलकी फरमान जारी कर सभी ब्यूरो हैड्स को जयपुर बुलाया और उनके सामने एक अपमानजनक प्रस्ताव रखा जिसका सभी ने विरोध किया लेकिन कुछ ने दबी जुबान से विरोध करके अपने भविष्य का ध्यान रखते हुए स्वीकार कर लिया। इस चैनल का जोधपुर का कार्यभार वरिष्ठ पत्रकार डॉ. मोईनुल हक, उदयपुर का वरिष्ठ पत्रकार मनु राव, नागौर का वरिष्ठ पत्रकार डॉ. के.आर.गोदारा और बीकानेर का वरिष्ठ पत्रकार अरविन्द व्यास देखते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इन चारों ब्यूरो हैड्स को प्रतिमाह 25 से 30 हजार रुपये तनख्वाह दी जाती है। चैनल प्रशासन ने इन सभी ब्यूरो हैड्स को जयपुर बुलाकर प्रस्ताव रखा कि अब उन्हें पद तो उनकी इच्छानुसार दिया जाएगा, लेकिन वेतन के रूप में 6 हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे और बाकी जितनी स्टोरी फाइल करेंगे, उसके अनुसार पैसा मिलेगा। चैनल प्रशासन ने यह भी कहा कि इस स्थिति में वो 40-50 हजार रुपये प्रतिमाह तक कमा सकते हैं, लेकिन इन चारों स्वाभिमानी पत्रकारों डॉ. मोईनुल हक, मनु राव, डॉ. केआर गोदारा और अरविन्द व्यास ने इस प्रस्ताव को ठुकराते हुए चैनल प्रशासन को अपने इस्तीफे सौंप दिए।
सूत्रों की मानें तो चैनल प्रशासन अब पुनः सुरक्षात्मक रवैये पर आ गया है और जैसे तैसे इन ब्यूरो हैड्स को मनाने में लगा हुआ है। इनके सामने प्रशासन ने जयपुर के विभिन्न विभागों के हैड बनने के प्रस्ताव भी रखे, जिसे इन्होंरे सिरे से खारिज कर दिया। चैनल के जयपुर मुख्यालय में भी कुछ इसी तरह की कॉस कटिंग के चलते वेतन लगभग आधे कर दिए गए हैं। जिससे कर्मचारियों में जबर्दस्त रोष व्याप्त है। कई कर्मचारियों ने यहां से काम छोड़ दिया है और कई अगली तनख्वाह मिलते ही छोड़ने की फिराक में है। इन्हीं हालात के चलते ये चैनल अब जल्दी ही अर्श से फर्श पर आ जाएगा।
puran
April 21, 2015 at 11:31 am
चारों ही मेरे वरिष्ठ साथियों ने जो निर्णय लिया हैं मै उनके इस निर्णय को सलाम करता हूॅ और चैनल प्रबंधन के अपमानजनक प्रस्ताव की निन्दा करता हूॅ……