धार्मिक चैनल संस्कार के बारे में सूचना है कि एमडी पप्पु पित्ती ने चैनल छोड़ दिया है. पुराने एमडी पित्ती की लापरवाही और गलत कार्यप्रणाली के चलते चैनल धीरे-धीरे गर्त में चला गया था. चैनल बंद होने लगा और कर्मचारियों का वेतन भी करीब करीब रुक गया. तब चैनल के प्रमोटर स्वामी रामदेव ने ये चैनल सुरेश गोयल जो कि छत्तीसगढ़ में चैनल ibc24 के मालिक है एवं स्वामी रामदेव के अनन्य भक्त भी हैं, के हवाले कर दिया है.
सुरेश गोयल ने अपने विश्वस्त रविकांत मित्तल जो ज़ी न्यूज़, आजतक जैसे चैनल मे कार्यरत रहे हैं, को इसकी कमान दी है. उन्होंने नए सीओओ का पदभार संभाला है. बाबा रामदेव ने अपने विश्वसनीय एवं नजदीकी मनोज त्यागी को इस कार्य में रविकांत जी को सहयोग हेतु लगाया है. मनोज त्यागी को सन्तों के साथ कार्य करने का लम्बा अनुभव है. मनोज त्यागी वर्तमान में आस्था टीवी में GM मार्केटिंग एवं प्रोडक्शन के पद पर कार्यरत हैं. चैनल का ऑफिस मुंबई से delhi लाया गया है और यहां सेक्टर 2 नोएडा में नए सिरे से कामकाज का शुरुवात हो चुका है.
Comments on “संस्कार चैनल के एमडी पप्पु पित्ती हटाए गए, रविकांत मित्तल बने सीओओ”
महोदय,
भड़ास में संस्कार चैनल एवं संस्कार पत्रिका (जिसका आपने जिक्र नहीं किया है) के किसी भी कर्मचारी को पित्ती ग्रुप की तरफ से वेतन की समस्या नहीं रही है। मुंबई का यह एकमात्र संस्थान था, जो प्रत्येक माह की 1 तारीख को कर्मचारियों का वेतन दे देती थी। वास्तव में 1 अप्रैल 2015 को बाबा रामदेव ने मुंबई स्थित सहारा होटल में संस्कार चैनल एवं पत्रिका के कर्मचारियों से प्रत्यक्ष मिलते हुए बताया था कि आज से संस्कार चैनल का कार्यभर हमने ले लिया है।हम संस्कार पत्रिका नहीं निकालेंगे, मगर पत्रिका के लोगों को विकल्प के तौर पर काम मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने चैनल कर्मियों को भी आश्वासन दिया था कि वे सभी मुंबई में ही रहकर काम करेंगे, किसी को दिल्ली या हरिद्वार नहीं भेजा जायेगा। इन सबकी जिम्मेदारी उन्होंने सुरेश गोयल को सौंपी थी। 29 मई 2015 की सुबह एचआर सुश्री सायली कदम ने पत्रिका कर्मियों को सबल बाहर रोकते हुए कहा कि आज से आप लोगों का काम खत्म हो गया। 15 जून तक आपको दो माह का भुगतान कर दिया जाएगा। सर्वप्रथम तो यह कि जिस दिन यह सूचना दी गई , उसी दिन वेतन न देकर 15 जून तक क्यों टाला गया। नियमानुसार कंपनी बंद होने की स्थिति में तीन माह का वेतन, ग्रेच्युटी, शेष छुट्टियों का भूगतान और प्राविडेंट फंड दिये जाने का प्रावधान है। इस बात को मुंबई लेबर कमिश्नर ने भी स्वीकारा था। इस घटना के बाद मिस्टर गोयल अथवा बाबा रामदेव का कहीं अतापता नहीं था। बाबा रामदेव ने झूठा आश्वासन दिया था। अब ताजी खबर यह है कि मुंबई से संस्कार चैनल के सारे कर्मचारियोंं को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
भड़ास के प्रबंधक से अनुरोध है कि किसी भी खबर को प्रकाशित करने से पूर्व उसकी सच्चाइयों को भी जानने की कोशिश कर लेना चाहिए।
शिकायतकर्ता संस्कार पत्रिका के साथ लगभग दो साल से कार्यरत था।