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सुनंदा हत्याकांड : मीडिया के कुछ वरिष्ठ लोग कर रहे हैं संदिग्ध को बचाने की लायजनिंग!

कानाफूसी चौकाने वाली है. सुनंदा पुष्कर की हत्या के कथित संदिग्धों में से एक की लायजनिंग इंडियन मीडिया के बडे ‘शर्माज़’ ने शुरू कर दी है. इनमें से ‘एक शर्मा’ पहले कांग्रेसी नेता शशि थरूर को मोदी कैंप के नजदीक लाने की कोशिश कर चुके हैं. बताया गया है कि इन ‘शर्माज़’  का प्रयास कथित संदिग्ध को दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से बचाने और सत्ता पक्ष की रहमदिली और नरमदिली का फायदा दिलाने की है.

<p>कानाफूसी चौकाने वाली है. सुनंदा पुष्कर की हत्या के कथित संदिग्धों में से एक की लायजनिंग इंडियन मीडिया के बडे ‘शर्माज़’ ने शुरू कर दी है. इनमें से ‘एक शर्मा’ पहले कांग्रेसी नेता शशि थरूर को मोदी कैंप के नजदीक लाने की कोशिश कर चुके हैं. बताया गया है कि इन ‘शर्माज़’  का प्रयास कथित संदिग्ध को दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से बचाने और सत्ता पक्ष की रहमदिली और नरमदिली का फायदा दिलाने की है.</p>

कानाफूसी चौकाने वाली है. सुनंदा पुष्कर की हत्या के कथित संदिग्धों में से एक की लायजनिंग इंडियन मीडिया के बडे ‘शर्माज़’ ने शुरू कर दी है. इनमें से ‘एक शर्मा’ पहले कांग्रेसी नेता शशि थरूर को मोदी कैंप के नजदीक लाने की कोशिश कर चुके हैं. बताया गया है कि इन ‘शर्माज़’  का प्रयास कथित संदिग्ध को दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से बचाने और सत्ता पक्ष की रहमदिली और नरमदिली का फायदा दिलाने की है.

भारत की सत्ता और सरकार की धुरी से काफी नज़दीकी रखने वाले मीडिया के ‘शर्माज़’ ने कथित प्रथम दृष्टया संदिग्ध को नसीहत दी है कि एक्सट्रीम एडवर्स सिचुएशन्स (गंभीर विपरीत परिस्थितियों) में अपना आपा न खोयें. मीडिया से भागे नहीं और सभी सवालों का पूरी शालीनता से जबाब दे. इस बीच सुनंदा पुष्कर के भाई अशोक पुष्कर के ताजा बयान से सुनंदा पुष्कर के पति कांग्रेसी नेता शशि थरूर की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. अशोक पुष्कर ने टीवी चैनलों पर लाइव बोला है कि सुनंदा पुष्कर की हिफाजत की जिम्मेदारी शशि थरूर की ही थी. अशोक ने कहा है कि सुनंदा पुष्कर को खतरा उसी समय पैदा हो गया था जब उसने कहा था कि वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली है.

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सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय मौत पर अशोक पुष्कर चाहे जो कहें, उसकी जांच तो पुलिस करेगी लेकिन सवाल तो यह उठता है कि मीडिया के ‘शर्माज़’ को अपने संबंधों का उपयोग एक बहुचर्चित रहस्यमय मौत के कथित संदिग्ध को बचाने लिए करना चाहिए. बहरहाल खबर आगे की यह है कि सत्ता और सरकार ने अपने अनौपचारिक लायजनर ‘शर्माज़’ को दक्षिण को सुधारने में मदद के लिए आग्रह किया था. सत्ता सरकार के आग्रह पर अमल के आसार भी जगजाहिर हुए थे. कहा जा रहा है कि इस वक्त मौका भी है और दस्तूर भी. अगर ‘दक्षिण’ में मुकम्मल मदद का मसौदा परवान चढ़ जाता है तो सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय मौत के कथित प्रथम दृष्टया संदिग्ध को ‘कुछ चक्कर’ चला कर क्लीन चिट दिला दी जाएगी.

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