नई दिल्ली। तेलांगना के सीएम के. चंद्रशेखर राव द्वारा मीडिया को दी गयी धमकी की निंदा करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि मीडिया की स्वतन्त्रता का हनन नहीं होने दिया जाएगा। जावडेकर ने कहा कि मीडिया की स्वतंत्रता को दबाने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी।
एडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की कड़ी आलोचना की है। गिल्ड ने मुख्यमंत्री और तेलंगाना सरकार से लोकतंत्र की मजबूती के लिए अत्यधिक सहिष्णुता बरतने की अपील की है और साथ ही उन्हें मीडिया के खिलाफ अनुचित कार्रवाई से बचने की सलाह भी दी है। एडीटर्स गिल्ड ने गुヒवार को एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री का बयान उनकी असहिष्णुता को दर्शाता है, जो कि लोकतंत्र के खिलाफ है। गिल्ड ने प्रदेश सरकार द्वारा दो समाचार चैनलों के प्रसारण पर रोक लगाने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सार्वजनिक जीवन में बढ़ती असहिष्णुता का ही परिचायक है। गिल्ड ने तेलंगाना के पत्रकारों से अपील की है कि वे निर्भिक होकर पत्रकारिता करें और कर्तव्यों का निर्वहन करें।
भारतीय प्रेस परिषद के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मार्कंडेय काटजू ने भी चंद्रशेखर राव की कथित टिप्पणियों को ‘‘अत्यधिक आपत्तिजनक और लोकतंत्र में पूर्ण रूप से अस्वीकार्य’’ करार दिया। काटजू ने यह भी कहा कि मीडिया को भी आपत्तीजनक कार्यक्रमों और टिप्पणियां करने से बचना चाहिए। काटजू ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला टीवी चैनल डीटीएच के जरिए अपने टीवी पर इसके लिए बार-बार माफी मांग चुका है और तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष तथा विधायकों को पत्र लिखकर भी उसने माफी मांगी है।
गौरतलब है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पिछले दिनों कथित तौर पर कहा था कि यदि कोई तेलंगाना के आत्मसम्मान या विधानसभा या यहां की संस्कृति का अपमान करने की कोशिश करेगा तो हम उसकी गर्दन मरोड़ देंगे। सावधान हो जाओ, वरना हम तुम्हें जमीन के 10 किलोमीटर अंदर दफना देंगे।