नयी दिल्ली : ‘मंगल सूत्र’ की जरूरत पर सवाल उठाती एक बहस के प्रोमो दिखाने के लिए चेन्नई में एक तमिल टीवी चैनल के कार्यालय पर हमले का मामला शुक्रवार को संसद में उठा। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने यह मुद्दा उठाते हुए इस पर चिंता जाहिर की और आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे किसी कट्टरपंथी हिंदू संगठन का हाथ है।
उल्लेखनीय है कि दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार हमलावरों ने गुरुवार सुबह टीवी चैनल के कार्यालय पर दो टिफिन बम फेंके थे। पुलिस का कहना है कि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ।
लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने इस मुद्दे को उठाए जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह राज्य का विषय है, जबकि कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने वेणुगोपाल की बात का समर्थन करते हुए कहा कि हमले के पीछे दक्षिणपंथी संगठन का हाथ है। इसी दौरान अन्नाद्रमुक के पी वेणुगोपाल ने पार्टी सदस्यों के समर्थन के साथ इस मुद्दे को उठाए जाने का विरोध किया और कहा कि यह राज्य का मामला है। इसी के साथ उन्होंने सदन को बताया कि राज्य सरकार ने हमले के बाद तुरंत कार्रवाई की है।
उधर, राज्यसभा में शून्यकाल में भाकपा के डी राजा ने यह मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि दक्षिणपंथी कट्टरवादी ताकतें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला कर रही हैं। ऐसी ताकतें आक्रामक हो गयी हैं, जिसकी निंदा की जानी चाहिए। रोमिला थापर सहित कई जानेमाने इतिहासकारों ने भी इस मुददे पर चिंता जतायी है। राजा ने हालांकि इस मामले में राज्य सरकार के कदमों की सराहना करते हुए कहा कि उसने त्वरित कार्रवाई की है और छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।