Vimal Kumar : 32 साल के बाद प्रेस क्लब आफ इंडिया का सदस्य बन गया। प्रेस क्लब के लोग आश्चर्य कर रहे कि इतने साल बाद भला कोई पत्रकार मेंबर बनता है? अगले वर्ष पत्रकारिता से रिटायर हो जाऊंगा। शायद पहला पत्रकार हूँ जो नौकरी से रिटायर होने के एक साल पहले प्रेस क्लब का सदस्य बना हो।
इसी क्लब में नए लेखकों ने वरिष्ठों को दारू पिलाकर साहित्य में नाम कमाया। सम्पादकों को पिलाकर रचनाएं छपवाई। कला समीक्षकों ने भी दारू पी। चित्रकारों को स्थापित किया। चाहता तो iic का सदस्य बन सकता था। पर इतने पैसे नहीं थे। नेटवर्किंग करता। मैं शराब पीता नहीं। अब क्या बुढ़ापे में सम्पादकों को पिलाकर लेखक बनू! कुछ पुरस्कार झटकूँ!!
सोचता हूँ नए लेखकों को ही बीयर पिलाकर उनकी कवितायें सुनी जाए लेकिन कोई नया लेखक साथ में बैठने को तैयार नहीं। काश मैं भी किसी का गॉडफादर होता। अब लगता है बेकार ही बना।
यूएनआई में कार्यरत कवि और वरिष्ठ पत्रकार विमल कुमार की एफबी वॉल से.