Yashwant Singh : एक गालीबाज भक्त का माफीनामा देखिए…. वैसे, भक्त भी मनुष्य ही होते हैं। अगर वे क्षमा दिल से मांग लेते हैं तो उन्हें माफ कर देना चाहिए। मैंने माफ किया शिवा! वैसे भी, जिन शब्दों को तुम गाली मानकर मुझे कहे हो, उन शब्दों के प्रतीक रीयल जीवों से मैं बेहद प्यार करता हूँ।
मैं सूअर, कुत्ता के रूप में नहीं जन्मा, इसमें मेरा कोई रोल / वश नहीं था। जो सूअर, कुत्ता के रूप में जन्में हैं उन्हें मैं खुद से अलग नहीं मानता। बात दरअसल सोच / नजरिया की होती है। मुझे आप जैसे मंदबुद्धि, वाचाल, अहंकारी भक्तों से भी सुहानभूति है। उम्मीद करूँगा कि आप भक्त से मनुष्य बनने की यात्रा शुरू कर सकने की क्षमता हासिल कर सकेंगे।
और हां, मुझे मुस्लिम व कांग्रेसी मान कर गाली दिये जाने लायक समझते हों तो ध्यान रखिए, आप को भी वाइस वर्सा हिन्दू और संघी मानकर गरियाने योग्य समझा जाएगा। जबकि मुस्लिम व कांग्रेसी होने और हिन्दू व संघी होने में कोई झगड़ा नहीं है। ये लोकतांत्रिक देश है। सबको अपने मन की पार्टी और धर्म चुनने का हक़ है। इसके लिए आप गाली नहीं दे सकते।
उम्मीद है आपके कुंठित ‘भक्त’ दिमाग में भारतीय लोकतंत्र की आत्मा देर सबेर ज़रूर प्रवेश करेगी।
नोट- भक्त की सुरक्षा के लिए उनका मोबाइल नंबर माफीनामें में से निकाल दिया गया है ताकि प्रतिशोध में दूसरे लोग न उसे गरियाएं….
जय जय
यशवन्त
भड़ास फाउंडर और एडिटर यशवंत की उपरोक्त एफबी स्टेटस पर आए ढेरों कमेंट्स में से कुछ प्रमुख यूं हैं….
Dev Sachin : किस बात पर गाली दी थी ?
Yashwant Singh : उसने ये मान लिया कि मैं मुस्लिम हूं और कांग्रेसी हूं, इसलिए मोदी के खिलाफ खबरें छापता हूं, इसलिए कुत्ता, कमीना और सूअर की औलाद कहे जाने योग्य हूं…. भक्त को ये नहीं पता है कि मीडिया का मतलब हमेशा सत्ता की कमियों के खिलाफ खुलकर लिखना बोलना होता है… पर आजकल जबसे आईटी सेल वाले भक्त खुद को पत्रकार मानने लगे हैं तबसे पत्रकारिता के कुएं में भांग घुल गई है… वे सेलरीजीवी भक्त ये मानते हैं कि पत्रकारिता मतलब छप्पन इंची का तेल लगाना… और, जो ये न करे वह खांग्रेसी है, मुस्लिम है, राष्ट्रद्रोही है आदि आदि…. 🙂
अजीत कुमार पाण्डेय : क्या भइया, दिल से माफ किया और शब्दों से लतिया दिया, भक्त को उसकी भक्ति पे ही संदेह हो रहा होगा! बहुत सुन्दर।
मनीष कुमार सोनी : काश औरों पर इसका पॉजिटिव असर पड़े। बहुत बढ़िया।
Pramod Patel : सभी को समझना होगा कि ऐसा व्यक्तिगत व्यवहार किसी भी के साथ ना करें क्योंकि हर व्यक्ति हमारे यशवंत सिंह सर जी..नहीं हो सकता उन का बहुत बडा़ दिल और बहुत ही ज्ञान शील हैं जिन्होंने भक्त को क्षमा कर दिया…… सलाम करते हैं सर जी को….
Satyendra PS : एक से बढ़कर एक C2So4 मिल जाते हैं आपको।
Mahendra K. Singh : हम लोग तो केवल इसका मौखिक प्रयोग करते थे Satyendra PS जी, आपने बाक़ायदा इसका रासायनिक formula बना डाला! हाहाहाहा
Nadeem Qureshi : Jai ho, maaf kro age badho
Ram Dayal Rajpurohit : माफ तो किया पर करते करते ही लपेट लिया… वाह क्या जोर का झटका दिया है।
Rajdeep Choudhary : एक एक करके एक दिन सबको समझ आ जाएगा…
Neelu Sharma : शानदार उत्तर और सार्थक संवाद