अपनी नौकरी के लिए संघर्षरत शिक्षा मित्रों ने लगता है भाजपा वालों की कमजोर नस पकड़ ली है. तभी तो ये शिक्षा मित्र न्याय न मिलने पर मुसलमान बन जाने का ऐलान कर रहे हैं. इस वीडियो में साफ तौर पर शिक्षा मित्र कह रहे हैं कि अगर उन्हें उनका हक नहीं मिला तो वे मुसलमान बनकर ‘अल्ला हो अकबर’ कहेंगे-करेंगे. संबंधित वीडियो देखने सुनने के लिए नीचे क्लिक करें :
इस बीच स्वराज अभियान की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य और इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष लाल बहादुर सिंह ने प्रेस को जारी अपने बयान में पूरे उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्रों पर जारी दमन की कड़ी निंदा करते हुए योगी यरकार से इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। साथ ही शिक्षा मित्रों की नौकरी की रक्षा के लिए उचित वैधानिक कार्यवाही करने की मांग की है। शिक्षामित्रों के द्वारा आत्महत्या किए जाने पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए लाल बहादुर सिंह ने कहा कि यह भाजपा द्वारा शिक्षामित्रों को दिए धोखे से उपजी निराशा का परिणाम है।
लाल बहादुर सिंह ने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र जिसे लोक संकल्प पत्र कहा गया में प्रदेश के शिक्षामित्रों की रोजगार की समस्या 3 महीनों में न्यायोचित तरीके से सुलझायी जायेगी। परन्तु सरकार बनाने के बाद सुलझााने की कौन कहे उलटा सुप्रीम कोर्ट में सरकार के वकीलों ने पहले तो शिक्षामित्रों के विरूद्ध काम किया और बाद में लचर पैरवी की जिसके परिणामस्वरूप आए फैसले में शिक्षामित्रों की नियुक्ति को अवैध ठहराया गया है। बेरोजगारी के इस भयावह दौर में अध्यापक के पद पर कार्यरत शिक्षामित्रों की नौकरी जाने से उनमें गहरी निराशा पनपी है और वह आंदोलनरत है। ऐसी स्थिति में उनकी स्थिति पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर उचित वैधानिक कार्यवाही करने की जगह योगी सरकार बर्बर दमन पर उतर आयी है। कल गोरखपुर में गोरखनाथ आश्रम पर शांतिपूर्ण घरना पर पुूलिस द्वारा बर्बर दमन किया गया, महिला शिक्षामित्रोंको पुरूष पुलिसकर्मियों द्वारा सड़क पर घसीट कर पीटा गया इसी प्रकार प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार से शिक्षमित्रों पर दमन ढ़ाया गया है।