बरेली से खबर आ रही है कि मजीठिया क्रांतिकारियों के गुस्से व आक्रोश से हिन्दुस्तान प्रबंधन अनहोनी को लेकर डरा-सहमा है। यही वजह है कि मजीठिया वेज बोर्ड को लेकर वेतन-भत्तों व एरियर के केस की सुनवाई के दौरान हिन्दुस्तान बरेली की सहायक प्रबंधक (एचआर) सत्येंद्र अवस्थी कंपनी के दो निजी सुरक्षा गार्ड लेकर उपश्रमायुक्त कार्यालय पहुंचे।
दरअसल केसों की सुनवाई की पिछली तारीख पर हिन्दुस्तान बरेली के सहायक प्रबंधक (एचआर) को उपश्रमायुक्त कार्यालय के कैम्पस में मजीठिया क्रांतिकारियों ने घेर लिया था, सहायक प्रबंधक (एचआर) को पिटाई से बचने के लिए डीएलसी के कक्ष में छिपना पड़ा था। मजीठिया क्रांतिकारियों ने पीटने के लिए हाथ में जूता निकाल लिया था। मौके पर तमाम भीड़ इकट्ठा हो गई थी, उस समय सहायक प्रबंधक (एचआर) की काफी फजीहत हुई। बताते हैं कि सुनवाई के दौरान सहायक प्रबंधक (एचआर) के आँखे तरेरने से मजीठिया क्रांतिकारी भड़क गए थे और बाहर निकलते ही हिन्दुस्तान की ओर से पैरवी में आये सहायक प्रबंधक (एचआर) को पकड़ लिया।
सूत्र बताते हैं कि सहायक प्रबंधक (एचआर) ने यूनिट हेड को सारी स्थिति बताई और मजीठिया केसों की पैरवी में लेबर आफिस जाने से मना कर दिया। तब हिन्दुस्तान प्रबंधन ने सहायक प्रबंधक (एचआर) को कंपनी की ओर से सुरक्षा मुहैया कराने का निर्णय लिया। इसी के तहत हिन्दुस्तान के सहायक प्रबंधक (एचआर) जब मजीठिया केसों की सुनवाई में पैरवी को डीएलसी ऑफिस पहुंचे तो उनके साथ सुरक्षा में दो गार्ड भी थे।