दो सप्ताह पूर्व मेरठ स्थित जाग्रति विहार के अमन हॉस्पिटल में आधा दर्जन युवकों द्वारा लॉ की छात्रा से हैवानियत के मामले की खबर हिन्दुस्तान समाचार पत्र के लिए बड़ी नहीं थी। खबर को मैनेज करने वाले छायाकार राहुल राणा को प्रबन्ध तंत्र ने अपनी फजीयत से बचने के लिए जहां बाहर का रास्ता दिखा दिया है, वही क्राईम रिपोर्टर सलीम के खिलाफ जांच बैठा दी है। मेरठ के अमन हॉस्पिटल में छः दरिंदों द्वारा लॉ की छात्रा के साथ हैवानियत की थी सूचना पर हिन्दुस्तान समाचार पत्र का क्राईम रिपोर्टर सलीम अपने साथी छायाकार राहुल राणा के साथ मौके पर पहुंचा।
आरोप है कि हॉस्पिटल के मालिक समेत सभी आरोपियों ने समाचार नहीं छापने के नाम पर लाखों रुपये की नगदी दी। अगले दिन उक्त हैवानियत का समाचार अन्य अखबारों की सुर्खिया बना था, पर मामला मैनेज हो जाने के कारण हिंदुस्तान अखबार में खबर दबा दी गई। यह मामला दिल्ली में बैठे प्रधान सम्पादक शशि शेखर तक पहुंचा तो उन्होने स्थानीय सम्पादक सूर्यकान्त दिवेदी की जमकर क्लास लेते हुए समाचार प्रकाशित नहीं करने का कारण पूछा। इस पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। मामले की जांच कराई गई तो खबर मैनेज करने का मामला सही निकला। इसके बाद छायाकार राहुल राणा की छुट्टी कर दी गई जबकि क्राईम रिपोर्टर सलीम के खिलाफ जांच चल रही है। चर्चा है कि सलीम स्थानीय सम्पादक सूर्यकान्त दिवेदी के काफी नजदीकी हैं इसलिए उनकी कुर्सी बचाने की पुरजोर कोशिश की जा रही है।
मेरठ के मवाना से पत्रकार संदीप नागर की रिपोर्ट.
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लखनऊ कार्यालय का भी यही हाल हैं