केंद्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ विकास के खोखले दावों की पोल खुलने से बौखला गए हैं। आरोप है कि वे पत्रकारों को अपने गुंडों से धमकी दिलवाने लगे हैं। तथ्यों की पड़ताल करने वाली एक खबर से वे इतना आगबबूला हो गए कि उनके लोग सम्बंधित पत्रकार को उठा कर ले गए और दूर जंगल में ले जाकर छोड़ दिया।
ताज़ा मामला जयपुर ग्रामीण के रोज़दा गाँव का है। पिछले दिनों यहाँ भाजपा ने पोस्टर लगवा दिए, जिनमें क्षेत्र में पिछले पांच सालों में अनेक विकास कार्यों का दावा किया गया था। पोस्टरों पर राठौड़ के साथ पीएम का चित्र भी था।
पोस्टर सामने आने के बाद ग्रामीणों ने दावों की सच्चाई पर सवाल उठाया। पोस्टरों में दावा किया गया था कि गांव के सरकारी स्कूल में सांसद निधि से सात लाख खर्च करके एक हाल का निर्माण कराया गया है, जबकि सच्चाई यह है कि ऐसा कोई काम नहीं कराया गया है।
सरपंच जयराम कुमावत ने एक टीवी चैनल को बताया कि हॉल की एक ईंट भी नहीं रखी गई है। यह सारा दवा झूठा है। तथ्यों की पड़ताल करने वाली मीडिया की टीम को पता चला कि स्कूल के चारों ओर बाउंड्री वाल बनाने के लिए फण्ड स्वीकृत जरूर हुआ था, लेकिन फरवरी २०१९ में आदेश निरस्त हो गया था। पोस्टरों में यह दावा भी था कि क्षेत्र में पेयजल, शिक्षा और बिजली के जुडी योजनाओं पर १.४६ करोड़ की राशि खर्च की गई है, जबकि जमीनी हक़ीक़त कुछ और है।
यह खबर सामने आने के बाद राज्यवर्द्धन बौखला गए। उनके समर्थकों ने सम्बंधित पत्रकार को उठा लिया और दूर जंगल में ले जाकर छोड़ा। पत्रकार को भविष्य में ऐसी कोई खबर नहीं करने की धमकी भी दी। पत्रकार ने हालाँकि इसे लेकर कोई मामला दर्ज नहीं कराया है। वह दहशत में जरूर है।