हिंदुस्तान अखबार के नोएडा स्थित मुख्यालय से खबर आ रही है कि फीचर एडिटर नागेंद्र यादव रिटायर हो गए हैं. नागेंद्र हिंदुस्तान अखबार में गोरखपुर और बनारस संस्करणों के संपादक भी रह चुके हैं. नागेंद्र की जगह ज्ञानेश उपाध्याय ने फीचर एडिटर के बतौर ज्वाइन किया है. ज्ञानेश पत्रिका अखबार के रायपुर संस्करण में पदस्थ थे. ज्ञानेश के बाबत छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सोनी फेसबुक पर लिखते हैं-
ज्ञानेश जी की नई पारी हिन्दुस्तान में… पत्रिका से इन दिनों अच्छे और विचारवान लोगों के छोड़कर जाने का सिलसिला जारी है। फिलहाल पत्रिका छत्तीसगढ़ में पदस्थ रहे ज्ञानेश जी ने भी पत्रिका को अलविदा कह दिया है। उनके इस कदम में उनके चाहने वाले बेहद खुश हैं। अब वे अपनी नई पारी की शुरुआत दैनिक हिन्दुस्तान दिल्ली से कर रहे हैं। उन्हें फीचर एडीटर की जिम्मेदारी मिली हैं। यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि मुझे जिन अच्छे संपादकों के साथ काम करने का मौका मिला है उनमें से ज्ञानेश उपाध्याय जी भी हैं। पत्रिका रायपुर में उनके राज्य संपादक रहने के दौरान काफी कुछ नया सीखने को मिला। वे भले ही दिल्ली चले गए लेकिन उनसे संपादक और रिपोर्टर से इत्तर मेरा भाई जैसा संबंध हमेशा कायम रहने वाला हैं। उन्हें नई पारी के लिए खूब सारी बधाई और शुभकामनाएं.
One comment on “नागेंद्र यादव रिटायर, ज्ञानेश उपाध्याय बने फीचर एडिटर”
ज्ञानेश जी जैसे पत्रकारों को राजस्थान पत्रिका में रहना ही नहीं चाहिए था. इस समय राजस्थान पत्रिका समूह में जिनेश जैन, राजेश लाहोटी, आलोक मिश्रा, गोविंद ठाकरे जैसे मालिकों की जी हुजूरी करनी वाली पत्रकारों की जरूरत है. जिनेश जैन ने तो छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में ऐसे पत्रकारों की खेत तैयार की है, जो मालिकों की चाटुकारिता में महारत रखते हैं. जिनेश जैन की दो पक्के चाटुकार शैलेंद्र तिवारी और गोविंद ठाकरे हैं. इन लोगों ने अरुण चौहान. ज्ञानेश उपाध्याय जैसे पत्रकारों की ऐसी की तैसी करवा दी. राजस्थान पत्रिका के लिए वर्तमान सीनियर पत्रकारों की पीढ़ी जर्नी मट्ठा डाल रही है.