Shrikant Asthana : Paytm के मालिक शर्मा जी का आज इंटरव्यू पढ़ रहा था The Hindu (नाम पर मत जाइएगा) में। इसमें इन्होंने खुलासा किया कि इनका प्रचार का सालाना बजट 600 करोड़ रुपए का है। यानी 50 करोड़ रुपए महीना। यह आएगा कहां से आपने कभी सोचा भी नहीं होगा। यह आपसे ही वसूला जाएगा 4% transaction charge लगा कर।
अब देखिए पूंजीवाद की शातिर चाल इसी को कहते हैं आप अपने पैसे खर्च करने के लिए भी फीस देंगे और वह भी खुशी खुशी क्योंकि आपको कैशलेस का झुनझुना पकड़ा दिया गया है इसलिए। आप अगर यही पैसा अपने बैंक में रखते हैं बचत खाते में तो भी आपको 4% का ब्याज मिलता है लेकिन यहां आपको उल्टा इतना ही देना पड़ेगा।
आपके इस पैसों में से कम कम से किसी भी वक्त आधा पैसा इनके खाते में ही रहेगा क्योंकि आप और हम पूरे पैसे फौरन खर्च नहीं करने वाले हैं। अब अगर यह कुल जमा के आधे को भी फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा करते हैं (हर कंपनी करती है अपनी जरूरत से ज्यादा पैसों को कहीं न कहीं निवेश करके) तो इनको करीब 8% का ब्याज मिलेगा!!! अब सोचिए आप कि आपके पैसों से मौज कौन करेगा? यानी के 12% की आमदनी बिना किसी जोखिम और भारी निवेश किए हुए। इसको कहते हैं कि ‘हींग लगे न फिटकरी फिर भी रंग चोखा।
मेरठ के वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत अस्थाना की एफबी वॉल से.
देखें वीडियो :
मोदी का चमचा है पेटीएम का मालिक https://www.youtube.com/watch?v=KDLhoJFPen0
गरीबों की चिंता में दुबला हो रहा पेटीएम का मालिक 🙂 https://www.youtube.com/watch?v=9onjkNDtofQ