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रामेंद्र लखनऊ सहारा से पहुंचे हिंदुस्तान, राजीव भी दो माह से गैरहाजिर

राष्ट्रीय सहारा के लोकल रिपोर्टिंग इंचार्ज रामेंद्र सिंह ने दैनिक हिंदुस्तान ज्वॉइन कर लिया है। वहां भी उन्हें रिपोर्टिंग हैड का ही दायित्व सौंपा गया है। रामेंद्र सिंह पहले भी हिंदुस्तान में लोकल रिपोर्टिंग में रह चुके हैं। गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निजी सचिव के पी सिंह के सगे छोटे भाई हैं। उन्हीं के माध्यम से वह सहारा में भी आए थे। सहारा के बदलते हालात में उन्होंने फिर उसी माध्या से पाला बदला है। 

<p>राष्ट्रीय सहारा के लोकल रिपोर्टिंग इंचार्ज रामेंद्र सिंह ने दैनिक हिंदुस्तान ज्वॉइन कर लिया है। वहां भी उन्हें रिपोर्टिंग हैड का ही दायित्व सौंपा गया है। <span style="line-height: 1.6;">रामेंद्र सिंह पहले भी हिंदुस्तान में लोकल रिपोर्टिंग में रह चुके हैं।</span><span style="line-height: 1.6;"> </span><span style="line-height: 1.6;">गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निजी सचिव के पी सिंह के सगे छोटे भाई हैं। उन्हीं के माध्यम से वह सहारा में भी आए थे। सहारा के बदलते हालात में उन्होंने फिर उसी माध्या से पाला बदला है। </span></p>

राष्ट्रीय सहारा के लोकल रिपोर्टिंग इंचार्ज रामेंद्र सिंह ने दैनिक हिंदुस्तान ज्वॉइन कर लिया है। वहां भी उन्हें रिपोर्टिंग हैड का ही दायित्व सौंपा गया है। रामेंद्र सिंह पहले भी हिंदुस्तान में लोकल रिपोर्टिंग में रह चुके हैं। गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निजी सचिव के पी सिंह के सगे छोटे भाई हैं। उन्हीं के माध्यम से वह सहारा में भी आए थे। सहारा के बदलते हालात में उन्होंने फिर उसी माध्या से पाला बदला है। 

सहारा से रामेंद्र सिहं के नौकरी छोड़ जाने के बाद उनके स्थान पर सुनंदा डे को रिपोर्टिंग सेक्शन का इंजार्ज बना दिया गया है। राष्ट्रीय सहारा के स्थापना वर्ष 1992 से ही सुनंदा डे इस अखबार से जुड़ी हुई हैं। इससे पूर्व वह स्टेट ब्यूरो रिपोर्टिंग में थीं। इससे पहले भी वह लोकल रिपोर्टिंग की लंबे समय तक इंचार्ज रही हैं। बीच में संपादकों के बदलाव के दौरान लोकल इंचार्ज के पद से हटाकर ब्यूरो रिपोर्टिंग में भेज दिया गया था। 

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उधर, सहारा कानपुर में तैनात एवंं लखनऊ सहारा ब्यूरो रिपोर्टिंग से अटैच थे। वह भी दो माह से ड्यूटी नहीं आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये भी नौकरी छोड़ चुके हैं।

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