Connect with us

Hi, what are you looking for?

टीवी

समाचार प्लस चैनल में भारी उठापटक, किशोर मालवीय ने कहा अलविदा

समाचार प्लस न्यूज चैनल इन दिनों संकट के दौर से गुजर रहा है. यह न्यूज चैनल बड़े स्तर पर कई किस्म के बदलाव से गुजर रहा है. चैनल को उत्तराखंड और यूपी के सरकारों से विज्ञापन न मिलने के कारण आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. चैनल के चेहरे किशोर मालवीय ने कांट्रैक्ट अवधि पूरा होने के बाद मिले एक माह के एक्सटेंशन के समाप्त होते ही समाचार प्लस को अलविदा कह दिया है.

बताया जाता है कि किशोर मालवीय पर चैनल में छंटनी करने का दबाव था जिसके चलते उन्होंने चैनल से हट जाना उचित समझा. फिलहाल चैनल को आउटपुट हेड असित नाथ तिवारी और राजनीतिक संपादक सर्वेश कुमार सिंह नेतृत्व में संचालित किया जा रहा है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

खबर ये भी है कि चैनल के एक्जीक्यूटिव एडिटर प्रवीण साहनी भी कई महीने से आफिस नहीं आ रहे है. चर्चा है कि उन्होंने भी चैनल को अलविदा कह दिया है. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि प्रवीण साहनी को आफिसियली न कुछ कहा गया है और न ही उन्होंने इस्तीफा दिया है. बस, उन्होंने आफिस आना बंद कर दिया है.

चैनल के एडिटर इन चीफ और सीईओ उमेश कुमार की गिरफ्तारी के बाद से समाचार प्लस को लेकर किसिम किसिम की अफवाहें मार्केट में तैर रही हैं. उमेश कुमार इन दिनों अपनी बात चैनल पर रखने की जगह फेसबुक पर लाइव आकर कर रहे हैं. बताया जाता है कि चैैनल के मालिकाना हक में उमेश कुमार की लगभग बीस से पचीस परसेंट तक के बीच की हिस्सेदारी है. सूत्रों का कहना है कि प्रबंधन में शीर्ष स्तर पर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

सूत्रों का कहना है कि समाचार प्लस के मालिक शशांक बंसल चैनल को घाटे से बचाने के लिए विभिन्न तरीके अपना रहे हैं. कास्ट कटिंग के एजेंडे के तहत चैनल से दर्जनों लोगों की छंटनी की गई है जिनमें ज्यादातर गैर-संपादकीय विभागों के हैं. मार्केटिंग, एडमिनिस्ट्रेशन, टेक्निकल आदि विभागों से दर्जनों लोग हटाए गए हैं. चैनल डेन समेत कई प्रसारण प्लेटफार्म्स से गायब है. सिर्फ टाटा स्काई पर ही समाचार प्लस के दर्शन हो रहे हैं. आगे आने वाले दिनों में देश भर में फैले चैनल के ब्यूरो और रिपोर्टिंग टीम से लोगों को हटाया जा सकता है. इसको लेकर कर्मियों में खौफ है.

चैनल की तरफ से उमेश कुमार ने कहा है कि आर्थिक संकट से गुजर रहे चैनल को बचाने के लिए छंटनी जैसा सख्त निर्णय लेना पड़ रहा है. पर जिन जिन को चैनल से कार्यमुक्त किया गया है या किया जाएगा, उन्हें सारे बकाये के भुगतान के साथ-साथ एक महीने की अतिरिक्त सेलरी दी जाएगी. किसी का एक पैसा भी बकाया चैनल पर नहीं रहेगा.

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement