कोई इतना कामर्शियल कैसे हो सकता है… पूरा देश पुलवामा की घटना पर रो रहा है… वहीं हिसार दैनिक भास्कर परिशिष्ट निकल कर कमाई में लगा है…
हालांकि फ्रंट पेज पर भास्कर समूह हर एक शहीद के परजिन को 1-1 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान कर रहा है…
पर सवाल है कि क्या परिशिष्ट निकालते हुए लोगों से पैसा लेकर वह शहीदों की मदद कर रहा है? भास्कर की कॉपी आपके ध्यानयार्थ पेश है…
उधर, लखनऊ से खबर है कि हिंदुस्तान और दैनिक जागरण ने फ्रंट पेज को विज्ञापन से भर दिया है जबकि राष्ट्रीय सहारा ने शहीदों को पूरा फ्रंट पेज समर्पित करते हुए उन्हें नमन किया है. कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के बाद शहीद हुए जवानों को जहाँ देश के मीडिया हाउसेज श्रदांजलि देने के साथ इस घटना की लगातार कवरेज आम जनता तक पहुँचा रहे हैं वहीं कुछ ऐसे बैनर भी हैं जो कि अपने रोजाना के व्यापार में लग कर विज्ञापन को ही प्राथमिकता दे रहे हैं… एक दैनिक अखबार जिसकी हालत पहले से खराब थी, उसने अपनी निष्पक्षता के साथ देश प्रेम का परिचय दिया और ऐड को फ्रंट पेज पर न लगाते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी… यहाँ बात हो रही है सहारा समूह के दैनिक अखबार राष्ट्रीय सहारा की.. खुद देखें और फैसला करे कि कौन देश को प्राथमिकता देता है और कौन ऐड को…
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
One comment on “पुलवामा के शहीदों पर भास्कर परिशिष्ट निकाल कमाई में जुटा!”
Bhaisahab aisa hi udaipur me bhi hua he