इलाहाबाद में अस्सी साल के बुजुर्ग पत्रकार / प्रेस फोटोग्राफर वसीमुल हक़ इन दिनों काफी परेशान हैं। वह पिछले कई महीनों से गंभीर रूप से बीमार हैं। उन्हें दो महीने तक नली लगी हुई थी और दस दिन पहले उनके दो आपरेशन हुए हैं। उनका एक आपरेशन और होना है। वह पिछले दो हफ्ते से एक प्राइवेट अस्पताल (आलम हास्पिटल, नूरउल्ला रोड बैरियर तिराहा) में भर्ती हैं। उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और पास में अब फूटी कौड़ी भी नहीं बची है।
परिवार में पत्नी के अलावा कोई नहीं है। हाईकोर्ट के वकील बख्तियार यूसुफ़, प्रेस क्लब व कुछ अन्य लोगों के सहयोग से दो आपरेशन तो हो गए हैं। अस्पताल ने काफी रियायत भी कर दी है, फिर भी अभी पंद्रह हजार रूपये का बिल बकाया है। वसीमुल हक़ तकरीबन पचास सालों से मीडिया में हैं। वह चर्चित पत्रिका माया के फोटोग्राफर रहे। कई अखबारों में लेख लिखते रहे और इन दिनों साइकिल से चलकर एक उर्दू अखबार के लिए फोटोग्राफर का काम करते थे। पैसे न होने की वजह से एक आपरेशन न होने के बिना भी वह हास्पिटल से डिस्चार्ज नहीं हो पा रहे हैं। पैसों के अभाव में इलाज न करा पाने की वजह से इसी साल फरवरी महीने में उनके जवान बेटे की मौत हो चुकी है।
आप सभी से गुजारिश है कि कृपया इस मुश्किल वक्त में यथासंभव उनकी आर्थिक मदद करें। आपका पचास रूपये का योगदान भी उनके लिए बेहद अहम साबित होगा, क्योंकि पंद्रह हजार की उधारी चुकता करने के बाद उनका एक आपरेशन और होना है, साथ ही अभी वह अगले तीन महीनों तक साइकिल चलाने की हालत में नहीं रहेंगे तो उन्हें अपना व पत्नी का खर्च भी मैनेज करना होगा। वसीमुल हक़ फिलहाल अस्पताल में ही हैं और उनका मोबाइल नंबर 9839018555 है। वह करेली में पालकी गेस्ट हाउस के पास लाल कालोनी (लेबर कालोनी) में नगर निगम स्कूल के बगल में रहते हैं।