अमेरिकी राष्ट्रपति को गोदी मीडिया पसंद, वे प्रेस वालों को जनता का दुश्मन मानते हैं… अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप राग दरबारी मीडिया चाहते हैं। उन्हें अपनी या अपने सरकार की नीतियों की आलोचना बिल्कुल पसंद नहीं है। ट्रंप की नजर में प्रेस वाले जनता के दुश्मन हैं और उनकी आलोचनात्मक कवरेज फर्जी है।
ट्रंप ने अमेरिकी दैनिक ‘वाशिंगटन पोस्ट’ और ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ को फर्जी बताते हुए इन अखबारों को मंगाना बंद कर दिया है तथा अन्य संघीय एजेंसियों से भी ऐसा ही करने को कहा है। मीडिया में आयी खबर में यह जानकारी दी गयी। ट्रंप ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब कुछ दिन पहले उन्होंने ‘फॉक्स न्यूज’ के साथ साक्षात्कार में यही बात दोहरायी थी।
ट्रंप ने सोमवार को न्यूयॉर्क टाइम्स को एक फर्जी अखबार बताया और कहा कि हम लोग इसे किसी कीमत पर व्हाइट हाउस में नहीं मंगाना चाहते। हम लोग न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट को अब संभवत: नहीं मंगाएंगे।साक्षात्कार में न्यूयॉर्क टाइम्स ने ट्रंप के हवाले से लिखा है कि वे (दोनों अखबार) फर्जी हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार वेस्ट विंग में अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि दोनों अखबारों की प्रतियां अब व्हाइट हाउस में नहीं आयेंगी और प्रशासन अन्य संघीय एजेंसियों को कहने वाला है कि वे इन अखबारों को मंगाना बंद करें। खबर के अनुसार ट्रंप ने प्रेस वालों को जनता का दुश्मन’ और उनकी आलोचनात्मक कवरेज को फर्जी बताया।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टिफनी ग्रिशम ने एक बयान में कहा कि सभी संघीय एजेंसियों में अखबार को मंगाना बंद करने से हजारों करदाताओं के पैसे बचेंगे। बहरहाल न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट के अधिकारियों ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। व्हाइट हाउस प्रिंट पत्रकारिता का अहम उपभोक्ता है। वॉल स्ट्रीट जर्नल, यूएसए टुडे, द फाइनेंशियल टाइम्स और अन्य प्रकाशन हर सुबह 1600 पेनसिल्वेनिया एवेन्यू में दिया जाता है। ट्रंप सबसे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स’और वॉशिंगटन पोस्ट पढ़ना पसंद करते हैं।
इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए व्हाइट हाउस कॉरेसपांडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जोनाथन कार्ल ने बृहस्पतिवार को कहा कि मुझे कोई संदेह नहीं है कि न्यूयॉर्क टाइम्सऔरवॉशिंगटन पोस्ट के मेहनती रिपोर्टर इस बात की परवाह किये बगैर कि राष्ट्रपति उन्हें पढ़ते हैं या नहीं, वे निरंतर गुणवत्तापूर्ण पत्रकारिता करते रहते हैं।
ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने अखबार को मंगाना बंद किया हो। 1962 में जॉन एफ. केनेडी ने भीन्यूयॉर्क हेराल्ड ट्रिब्यून के खबरों के कवरेज के तरीके से तंग आकर अखबार को व्हाइट हाउस में मंगाना बंद कर दिया था।
नीतियों की आलोचना पर भड़क उठते हैं ट्रम्प
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प अपने आलोचकों को बिल्कुल भी नहीं पसंद करते। उनकी नीतियों के बारे में यदि कोई ज़बान खोलता है तो फिर वह उसके पीछे पड़ जाते हैं। हाल ही में उन्होंने एक ट्वीट किया है जिसपर उनकी कड़ी आलोचना की जा रही है। डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका की चार महिला सांसदों के बारे में बहुत ही आपत्तिजन टिप्पणी की है।
अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने इन डेमोक्रेटिक महिला सांसदों से कहा कि वे जिस देश से आईं है, वहीं वापस चली जाएं। ट्रंप ने कहा कि इन देशों की सरकारें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। यह महिलाएं वहीं जाकर सुझाव दें। बेहतर तो यह है कि वे अपने देश वापस चली जाएं। ट्रंप ने हाउस स्पीकर नैंसी पेलौसी को इन महिला सांसदों का सरदार बताया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा है कि इन सांसदों ने अमेरिका के बारे में बहुत सी भयानक बातें कही हैं, जिन्हें चुनौती देना बहुत ज़रूरी है। डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा कि इन सांसदों को अमेरिका की आलोचना करने के बजाए अपने देश के हाल ठीक करने चाहिए।
ट्रम्प ने हालांकि किसी महिला का नाम तो नहीं लिया पर माना जा रहा है कि उनका निशाना न्यूयॉर्क की “एलेक्जेंड्रिया ओकासियो कॉर्टेज”, मिनिसोटा की “इल्हान ओमर”, मिशिगन की “राशिदा तलीब” और मैसाच्यूसेट्स की “अयाना प्रेस्ली” हैं।
इन चारों महिला सांसदों ने मैक्सिको की सीमा पर मौजूद शरणार्थी हिरासत केंद्रों में हालात खराब होने का आरोप लगाते हुए ट्रंप प्रशासन की आलोचना की थी। ट्रंप ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि यह देखकर बहुत बुरा लगा कि डेमोक्रेट्स उन लोगों से चिपके हुए हैं जो हमारे देश के लिए बहुत बुरा बोलते हैं और इस्राईल से बहुत नफ़रत करते हैं।
वे लिखते हैं कि जब भी उनसे सामना होता है तो वह नैंसी पेलोसी सहित अपने विरोधियों को बुला लाते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी खराब भाषा और अमेरिका के बारे मे बोली गई उनकी भयानक बातों को बिना चुनौती दिए ऐसे ही जाने नहीं दिया जाएगा।
वास्तव में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नेन्सी प्लोसी ने ट्रम्प के ट्वीट की निंदा करते हुए कहा है कि ट्रम्प, अमरीका को गोरों के एकाधिकार में देना चाहत हैं। उन्होंने कहा कि जब ट्रम्प प्रतिनिधि सभा की चार महिलाओं से यह कह सकते हैं कि वे अपने देशों को वापस जाएं तो इससे यह पता चलता है कि अमरीका के बारे में ट्रम्प क्या चाहते हैं?
वरिष्ठ पत्रकार जेपी सिंह की रिपोर्ट.