Connect with us

Hi, what are you looking for?

वेब-सिनेमा

भव्य सेट और जोरदार एक्शन से भरी यह फिल्म ‘हॉरर’ नहीं है!

नाज़िया खान-

जब भी Sci-fi मूवीज़ की बात आती है, हमारे दिमाग़ में interstellar, matrix, martian, gravity, star trek या स्पेसशिप, एलियन्स आदि आते हैं। लमसम बजट, भव्य सेट्स, ज़ोरदार एक्शन और वीएफएक्स, सीजीआई, बड़ी स्टार कास्ट।

Advertisement. Scroll to continue reading.

लेकिन The Man From Earth में इनमें से कुछ नहीं है। यह मूवी इतनी सिम्पल है कि स्टेज पर प्ले की जा सकती है स्कूल कॉलेज से लेकर कहीं भी। लिटरली एक घर के एक कमरे में पूरी मूवी शूट हुई है। 12 एंग्री मेन या एक रुका हुआ फ़ैसला की तरह।

लेकिन यह इतनी इंगेजिंग है कि एक बार आप उनकी बातें सुनना शुरु करते हैं तो बहते ही चले जाते हैं फ्लो में। कहीं भी बोर नहीं होते, कुछ और नहीं सोचते और सबसे बड़ी बात, इस हद तक कन्विंस होते जाते हैं कि सब सच लगने लगता है। हालांकि धर्म के एंगल के कारण कुछ लोग इसे प्रोपोगंडा मूवी मानते हैं, पर यह क्रिएटिविटी के लेवल पर कमाल मूवी है।

सिर्फ़ और सिर्फ़ स्टोरी, डायलॉग्स और एक्टिंग के दम पर बहुत ही लो बजट में इतनी शानदार sci-fi मूवी बन सकती है, ये यूनिक एक्ज़ाम्पल है इस बात का। जेरोम ब्रिक्सबी जो स्टार ट्रेक सहित और भी sci-fi राइटिंग के लिये प्रसिद्ध हैं, उन्होंने इसका स्क्रीनप्ले 1960 में लिखना शुरू किया था और अपनी मृत्यु से ठीक पहले अप्रैल 1998 में पूरा किया। यह फ़िल्म 2007 में रिलीज़ हुई। यू ट्यूब पर भी उपलब्ध है, इसे इंग्लिश में ही देखियेगा।

Advertisement. Scroll to continue reading.

डेविड ली स्मिथ की एक्टिंग इतनी सधी हुई है, इतने भोले और सौम्य से लगे हैं, उनकी बातों की सच्चाई पर विश्वास होने लगता है।

आगे कुछ स्पॉइलर्स हैं-

Advertisement. Scroll to continue reading.

जॉन ओलडमेन एक कॉलेज में दस साल से इतिहास के शिक्षक हैं और जल्द ही प्रमोट होकर प्रोफेसर बनने वाले हैं। पर वे अचानक किसी को बिना कारण बताए इस्तीफा देकर शहर छोड़ने का फ़ैसला कर लेते हैं। वे विद्यार्थियों में ख़ासे लोकप्रिय हैं और उनके ज्ञान और पढ़ाने के तरीक़े का पूरा कॉलेज कायल है। इसलिये उनके साथी उन्हें अनौपचारिक विदाई देने उनके घर आते हैं, जहाँ वे पाते हैं कि जॉन ने अपने घर का सारा सामान दान कर दिया है और बहुत थोड़ा सा सामान अपनी गाड़ी में लोड कर रहे हैं। उस सामान में कुछ अनयुज़ुअल चीज़ें भी थीं, जैसे प्रागैतिहासिक कालीन पाषाण अस्त्र, धनुष, वॉन गॉग की ओरिजनल पेंटिंग आदि, जिनकी क़ीमत अकल्पनीय थी।

हालांकि वे यह कहकर टाल देते हैं कि ये सब डुप्लीकेट है, चोर बाज़ार टाइप जगहों से ख़रीदे हैं।

Advertisement. Scroll to continue reading.

वे सब उनसे पूछते हैं कि अगर वे किसी तरह की परेशानी या मुसीबत में हैं, जिसकी वजह से जमी-जमाई नौकरी और शहर छोड़ रहे हैं, तो उन्हें बेहिचक बताएं, वे यथासम्भव सहायता करेंगे।

अपने साथियों की ये कन्सर्न और चिंता जॉन के मन को छू जाती है। वे ज़िन्दगी में पहली बार फ़ैसला करते हैं कि अपने अस्तित्व का सच इन लोगों को बताकर जाएंगे।

Advertisement. Scroll to continue reading.

उनके साथियों में सब अपने-अपने क्षेत्र के महारथी थे। एक जीव-विज्ञानी, एक मानव-विज्ञानी, एक पुरातत्वविद, एक कला एवं धर्म शास्त्री, एक इतिहासकार और बाद में एक मनोविज्ञान चिकित्सक भी उनमें शामिल हो जाता है। महिला प्रोफेसर उनको कॉम्प्लिमेंट भी देती हैं कि जाने से पहले अपना ब्यूटी सीक्रेट शेयर करें, आप जब से आए हैं, पिछले दस साल में एक दिन भी उम्र नहीं बढ़ी है जबकि हम सब बूढ़े हो रहे हैं।

तब जॉन रहस्योद्घाटन करते हैं कि वे एक क्रोमैग्नन या गुफा-मानव हैं जो पिछले चौदह हज़ार सालों से जीवित हैं। पैंतीस की उम्र के बाद उनकी उम्र बढ़ना रुक गई थी। पहले उन्हें लगा कि उनके साथियों को कोई बीमारी लगी है, जिससे वे बूढ़े और बीमार होकर मरते जा रहे हैं, इससे वे डर गए, लेकिन फिर सबको एहसास हुआ कि सभी नेचुरल एजिंग की प्रोसेस से गुज़र रहे हैं उनको छोड़कर, तो सबको लगने लगा कि वे उनकी जीवनीय शक्ति खींच रहे हैं, उनकी उम्रें चुरा रहे हैं इसलिये जवान और स्वस्थ बने हुए हैं, लोग उनसे डरने लगे, उनको मारने को उद्यत हुए तब पहली बार उनको अपना क़बीला, अपनी ज़मीन छोड़ना पड़ी। तबसे अब तक वह पूरे विश्व का भ्रमण कर रहे हैं। जब भी लोग नोटिस करने लगते कि वे बूढ़े नहीं हो रहे, वे उस जगह को छोड़ देते हैं, कम से कम संसाधनों में जीते हैं, मिनिमम फर्नीचर रखते हैं पर एक फायर प्लेस ज़रूर होता है जो उनको अपनी गुफा में आग जलाकर रहने के दिनों की याद दिलाता है। वे एक जगह दस साल से ज़्यादा नहीं टिकते, हर विषय की ढेर डिग्रियां ले चुके हैं।

Advertisement. Scroll to continue reading.

आगे की पूरी कहानी उनके साथियों के अविश्वास, प्रश्नोत्तर, उनके कन्विनसिंग जवाबों और मानव मस्तिष्क और शरीर की सीमाओं के परीक्षण के बारे में है। बीच में कई रहस्योद्घाटन भी होते हैं। सेपियंस की तरह ही मानव सभ्यता के विकास, फैलाव, उन्नति, ह्रास, महाद्वीपों, राजशाही, धर्मों के उद्भव आदि पर विस्तृत चर्चा है।

यह मूवी मैं अब तक तीन बार देख चुकी हूँ। चौथी बार भी देखने की इच्छा है। sci-fi प्रेमियों ने देख ही रखी होगी। जिन्होंने नहीं देखी है, मस्ट वॉच है…

Advertisement. Scroll to continue reading.

(PS- ये हॉरर नहीं है।)

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement