फिल्म प्रोड्यूसर एवं डायरेक्टर विशाल भारद्वाज द्वारा बनाई फिल्म हैदर के बहुचर्चित गाने बिस्मल में कश्मीर घाटी के प्राचीन मार्तंड मंदिर को गलत ढंग से पेश करने पर वबाल मच गया है। विरोध में मंगलवार को आल पार्टी माइग्रेंट कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्यों ने प्रेस क्लब के बाहर फिल्म प्रोड्यूसर एवं डायरेक्टर विशाल भारद्वाज, सेंसर बोर्ड और पुरातत्व विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कमेटी के सदस्यों ने फिल्म को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए फिल्म हैदर के पोस्टर, विशाल भारद्वाज, सेंसर बोर्ड और पुरातत्व विभाग के पोस्टर जलाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कमेटी के चेयरमैन विनोद पंडित ने बताया कि फिल्म हैदर के बिस्मल गाने में कश्मीर घाटी में स्थित मार्तंड मंदिर (सूर्य मंदिर) को शैतान की गुफा के तौर पर दर्शा कर पूरे हिंदू समुदाय ही नहीं, बल्कि हर समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में सिर्फ दो ही सूर्य मंदिर मौजूद हैं एक कोनार्क में और दूसरा कश्मीर घाटी में, जो हिंदू संस्कृति और इतिहास की तस्वीरों को अपने आप में समेटे हुए है। विनोद पंडित ने कहा कि हमारी डायरेक्टर विशाल भारद्वाज से मांग है कि वह इस फिल्म से गाने को हटाए।
उन्होंने कहा कि वह फिल्म डायरेक्टर विशाल भारद्वाज के साथ सेंसर बोर्ड और पुरातत्व विभाग को कानूनी नोटिस भेजकर कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे। प्रदर्शन के दौरान कमेटी के प्रवक्ता किंग भारती, पुरोहित सभा के प्रधान एमके योगी, चैरिटेबल ट्रस्ट के मार्तंड तीर्थ, रवि काचरू, अरुण कांदरू, सोमनाथ सर्राफ, योगिंद्र सिंह और अन्य कमेटी के सदस्य उपस्थित थे।