नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी और एक पत्रकार के बीच ट्विटर पर जमकर बहसबाजी हुई। दरअसल यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब पत्रकार ने इकानामिक टाइम्स में छपी अपनी एक खबर में इस बात का दावा किया था कि एचआरडी मिनिस्टर ने 2015-16 के लिए नए एजुकेशन सेशन में पांच हजार से ज्यादा एडमिशन के लिए सिफारिश की है जो कि इस मंत्रालय के पिछले मंत्रियों के मुकाबले 4 गुना ज्यादा है।
इस आरोप के बाद स्मृति ईरानी ने पत्रकार के ऊपर एजेंडा चलाने का आरोप लगाया। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद जवाब में पत्रकार ने सोशल मीडिया ट्विटर पर मंत्री को टैग कर लिखा की मंत्रालय से शुक्रवार से इस स्टोरी पर प्रतिक्रिया मांगी जा रही थी लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन मंत्री के तौर पर वह उनका सम्मान करती है। जिसके बाद इस ट्वीट का जवाब देते हुए ईरानी ने लिखा कि 2 लाइन हमारी और बाकी लाइन एजेंडा वर्जन का। वैसे भी आप रिस्पेक्ट करो या नहीं कोई फर्क नहीं पड़ता।
इस पर एक अन्य पत्रकार ने कमेंट करते हुए लिखा कि यह सरकार किस स्तर पर जाकर खड़ी है, एक मंत्री की तरफ से ऐसी टिप्पणी आई है। स्मृति ने जवाब दिया कि सर, ऐसा लगता है कि मैंने फ्रीडम ऑफ स्पीच का राइट्स खो दिया है। क्या अपनी बात रखने का मेरा अधिकार आपकी मंजूरी का मोहताज है? एक अन्य जर्नलिस्ट के कमेंट ने किया अगर कोई खबर देता है और किसी मंत्री की थोड़ी भी आलोचना वाली होती है तो यह एजेंडा वाली खबर हो जाती है। इस पर स्मृति ने जवाब दिया कि आप जितनी चाहें आलोचना करें लेकिन झूठ मत बोलिए।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर इस रोचक जंग को लेकर लोगों में खूब चर्चाएं हैं. ये पूरा मामला इकॉनोमिक टाइम्स अखबार में छपी रिपोर्टर कि बाइलाइन स्टोरी को लेकर हुआ. जर्नलिस्ट अनुभूति विश्नोई ने अपनी खबर में दावा किया था कि एचआरडी मिनिस्टर ने 2015-16 के लिए नए एजुकेशन सेशन में पांच हजार से ज्यादा एडमिशन के लिए सिफारिश की है. यह सिफारिश सेंट्रल स्कूल के लिए की गई थी. एचआरडी मिनिस्टर ने रिपोर्ट के जवाब में संबंधित जर्नलिस्ट के ट्विटर पर लिखा कि मैं आपके एजेंडे को समझती हूं और आपके सोर्सेस झूठ पर बेस्ड हैं.
अपने ट्वीट में ईरानी ने नाराजगी जताते हुए इकानामिक टाइम्स की रिपोर्टर अनुभूति की उस खबर को झुठला दिया, जिसमें दावा किया गया है कि मंत्री ने केंद्रीय विद्यालय में मौजूदा शैक्षणिक सत्र के दौरान पांच हजार से अधिक दाखिले की सिफारिश की है. इस स्टोरी के बाद मानव संसाधन विकास मंत्री ने पत्रकार के ऊपर एजेंडा चलाने का आरोप लगाया जिसके जवाब में पत्रकार ने सोशल मीडिया ट्विटर पर मंत्री को टैग कर लिखा की मंत्रालय से शुक्रवार से इस स्टोरी पर प्रतिक्रिया मांगी लेकिन नहीं मिली, लेकिन मंत्री के तौर परवह उनका सम्मान करती है.
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Anubhuti Vishnoi @anubhutivishnoi
A record setting 5100 admissions recommended by #SmritiIrani in Kendriya Vidyalayas this year.last known high-1200 http://ecoti.ms/7ZHt7b
Smriti Z Irani @smritiirani
@anubhutivishnoi I recognise ur source based agenda n have made public my contempt for it.
Anubhuti Vishnoi @anubhutivishnoi
@smritiirani utmost respect as minister for you ma’am.Have been requesting your ministry’s view & version since Friday but none came.
Smriti Z Irani @smritiirani
@anubhutivishnoi 2 line humari aur baaki ka version aapka. N by d way respect aap na bhi kare to koi farak nai padta.
Rajat Arora @RajatAroraET
What level has this government stooped to. Such a comment coming from a minister.
Smriti Z Irani @smritiirani
@RajatAroraET Sir it seems I have lost my right n freedom to express myself. Should my freedom of speech be subject to ur prior approval?
Ruhi Tewari @ruhitewari
So, anybody who does a story even mildly critical of @smritiirani does “agenda” driven reporting! @anubhutivishnoi
Smriti Z Irani @smritiirani
@ruhitewari criticise all u want, don’t lie