कई अखबारों में वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके और इन दिनों न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा में कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार अनूप भटनागर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. वे किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं और कई वर्षों से डायलिसिस के जरिए जिंदा रहकर पत्रकारिता कर रहे हैं. हाल फिलहाल उनका किडनी ट्रांसप्लांट एम्स में किया गया लेकिन आपरेशन के बाद सेहत संबंधी कई समस्याएं सामने आ रही हैं. अनूप भटनागर अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य हैं. वे डायलसिसि के बावजूद पीटीआई में नौकरी करते रहे.
अनूप देश के वरिष्ठ लॉ रिपोर्टरों में से एक हैं. एक जमाने में वह आलोक मेहता के साथ नई दुनिया और नेशनल दुनिया में वरिष्ठ लॉ एडिटर के रूप में कार्यरत थे. वे सुप्रीम कोर्ट समेत न्याय और अदालत की सभी बड़ी खबरों का कवरेज करते कराते रहे हैं. आलोक मेहता ने जब देखा कि अनूप भटनागर को सेहत संबंधी दिक्कत है और किडनी ठीक रखने के लिए हर हफ्ते डायलिसिस पर जाना पड़ रहा है तो उन्होंने अनूप भटनागर से किनारा कर लिया. संकट की घड़ी में नौकरी से जबरन कार्यमुक्त किए जाने के झटके से अनूप टूटे नहीं. उन्होंने खुद को संभाला और अपने प्रयासों से कई मीडिया हाउसों के लिए काम जारी रखा. बाद में समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा के हिस्से हो गए.
इन दिनों प्रेस क्लब आफ इंडिया की तरफ से अनूप भटनागर की आर्थिक मदद के लिए एक अभियान चलाया गया है. पीटीआई के मीडियाकर्मियों ने भी मिलजुल कर करीब ढाई लाख रुपये अनूप भटनागर के लिए इकट्ठा कर दिया है. संकट की इस घड़ी में हर मीडियाकर्मी को कम या ज्यादा आर्थिक मदद अनूप भटनागर के लिए करने का प्रयास करना चाहिए. उपर वो अपील प्रकाशित है जो प्रेस क्लब आफ इंडिया की तरफ से सभी मीडियाकर्मियों के लिए जारी की गई है. अनूप भटनागर का मोबाइल नंबर 9810871279 है. प्रेस क्लब आफ इंडिया के महासचिव नदीम अहमद काजमी का मोबाइल नंबर 9560053626 है.
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह की रिपोर्ट.