Yashwant Singh : ये गूगल भी ‘गोदी’ हो गया भइया. ये गूगल भी बिक गया भइया. अखबार वाले और टीवी वाले तो पहले से ही बिके हुए हैं. रही बात गोरमेंट की तो वो तो आने के पहले से बिकी हुई है, अडानी-अंबानी के हाथों.
सरकार के संरक्षण में चलने वाले बीजेपी आईटी सेल के साइबर योद्धाओं की निशानदेही पर गृह मंत्रालय के मार्फत गूगल के इंडिया हेडक्वार्टर में यूट्यूब चैनलों की लिस्ट धड़ाधड़ भेजी जा रही है और मोदी सरकार की गोदी में बैठकर पालूत बन चुके गूगल वाले सरकारी लिस्ट पर त्वरित कार्रवाई करते हुए फटाफट ग़ाज़ गिरा रहे हैं.
अगर आपका यूट्यूब चैनल मोदी सरकार के प्रति आलोचनात्मक रुख रखता है और आपके चैनल के वीडियोज काफी देखे जाते हैं तो सतर्क रहिए. अगला नंबर आपका हो सकता है.
नीचे तीन यूट्यूब चैनलों की कहानी है… मुझसे काफी लोगों ने संपर्क किया है जिनके यूट्यूब चैनल टर्मिनेट या सस्पेंड या बाधित किए गए हैं.
सबमें एक कामन चीज ये है कि सभी चैनल मोदी सरकार की नीतियों के प्रति पोलखोल का रुख रखते थे.
नीचे दी गई स्टोरी को पढ़िए. अब वक्त यह सोचने का है कि कैसे अपने वीडियोज को किसी दूसरे के हाथों में देने की जगह अपने ही प्लेटफार्म पर अपलोड और रन किया जाए.. भले विज्ञापन न मिले, लेकिन अपनी बात तो पहुंचे.
फिलहाल ये पढ़ें- मोदी सरकार की गोद में Google भी बैठ गया, पोल खोलने वाले YouTube चैनलों पर ग़ाज़!
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से.
इस पर आए ढेरों कमेंट्स में से कुछ प्रमुख यूं हैं…
Jitendra Narayan गूगल को भारत से मार भगाने की रणनीति बनाइए…हम सब आपके साथ है…!
Shweta R Rashmi अब तो लड़ाई लड़नी ही पड़ेगी क्योंकि पानी सिर के ऊपर से जा रहा है।
Ashok Anurag सच यही है कि सच कभी न बोलो
ख़ामोश रहो अपने लब न खोलो
ज़िन्दगी यूँ ही और यूँ भी चलती जाएगी
किसी के साथ भी किसी के बगैर भी
-अशोक अनुराग
यशवंत जी कहीं आपका फ़ेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया भी ब्लॉक न कर दें, मुझे शक़ है आप मॉनिटर किये जा रहे हैं
Anil Attri ये काम साइबर टीम करती है। निर्देश होता है टीमो को कि आज इसपर जिस्म करना है। गूगल पर दबाव की जरूरत ही नही , जिसके पास मात्र एक हजार it वालो को टीम हो वे देश के अलग अलग कोने से फेक id से भी यदि spam या report कर फेक बताएंगे यदि किसी चैनल के कई वीडियो पर हजारो स्पैम रिपोर्ट आई तो Youtube अपने आप उस चैनल को डिलीट कर देगा ।
Ashok Aggarwal असली मिडिया वाकई यशवन्त भाई तुम हो साला गुगल को भी हड़का दिया …वाह गजब नारद मुनि की जय हो…
Vivek Singh सबसे जरूरी है गूगल की मोनोपोली टूटे… कोई वैकल्पिक प्लेटफॉर्म बहुत जरूरी है… और विज्ञापन भी शुरू में भले न हो… एक टाइम बाद आएगा ही… गूगल हो या फेसबुक मोनोपोली की वजह से मनबढ़ हो गए हैं
Deepak Pandey आपके यहां पर गूगल एड भी नहीं दिख रहा है.. जबकि ऐसा खाली खाली कभी नहीं रहा..
Yashwant Singh विज्ञापन रोक दिया है गूगल ने. कल को टर्मिनेट भी कर सकता है. बिना वजह एक्शन कर रहा है क्योंकि सरकार से भरपूर माल लिए बैठा है.
Atul Tiwari Aakrosh गूगल तो वैसे भी व्यवसायिक है भैया.. जहां से दाम ज्यादा मिलेगा वही पूंछ हिलाएगा..
Aditya Dwivedi सही कह रहे हैं आप, गूगल भी पालतू हो गया हैं
Vikash Rishi ओह तो ये चक्कर है। भारत में गूगल भी सरकारी दबाव में है, आश्चर्य।
Singhasan Chauhan सरकार बुरी तरह से डरी हुई है और हिटलरशाही पर उतर आयी है.
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