नई दिल्ली। सोशल मीडिया का दुरूपयोग कर भ्रम फैलाने वाले अब टीवी चैनलों को भी अपना निशाना बना रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में IBN7 के कंटेंट के साथ छेड़छाड़ कर और चैनल के लोगो का दुरुपयोग कर सोशल मीडिया में दुष्प्रचार करने के मामले में नोएडा पुलिस ने राजस्थान के तपन मेघावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने आईटी एक्ट और कॉपीराइट एक्ट के तहत उस शख्स को इस मामले में आरोपी बनाया है। सोशल मीडिया में चैनल के नाम के दुरूपयोग की बात सामने आने के बाद आईबीएन7 ने इसकी शिकायत नोएडा पुलिस से की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फरीदाबाद चुनावी रैली को लेकर सात अक्टूबर को फेसबुक और ट्वीटर पर आईबीएन7 के नाम से भ्रामक खबर फैलाई गई। इसमें कहा गया कि मोदी की फरीदाबाद रैली में भीड़ नहीं जुटी। फेसबुक और ट्वीटर हैंडल से इस भ्रामक खबर को फैलाने के लिए आबीएन7 न्यूज चैनल के फर्जी स्क्रीन शॉट का सहारा लिया गया।
आईबीएन7 की तस्वीर से छेड़छाड़ कर गलत खबर सोशल साइट पर अपलोड करने वाला तपन मेघावत नाम का शख्स सोशल साइट पर खुद को नेशनल कांग्रेस ब्रिगेड के यूथ सेल का नेशनल को-ऑर्डिनेटर बताता है और वो राजस्थान का रहने वाला है। एक जिम्मेदार चैनल होने के नाते सोशल मीडिया के इस दुरुपयोग और चैनल को बदनाम करने की साजिश के खिलाफ आईबीएन7 ने नोएडा पुलिस से शिकायत की।
शिकायत मिलने के बाद नोएडा के एसएसपी प्रीतिंदर सिंह ने इस मामले की जांच कराई और जांच में आईबीएन7 का आरोप सही पाया। पुलिस ने सोशल साइट पर आईबीएन7 के खिलाफ भ्रामक खबर अपलोड करने को लेकर राजस्थान के इस शख्स के खिलाफ 14 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज किया। उसके खिलाफ नोएडा के सेक्टर 20 थाने में 66 आईटी एक्ट और 62 कॉपीराइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसएसपी प्रीतिंदर सिंह ने इस मामले की जांच नोएडा पुलिस के क्राइम ब्रांच की साइबर सेल को सौंपी। इस मामले में ट्वीटर और फेसबुक से ईमेल के जरिए जानकारी मांगी है कि ये भ्रामक खबर और फेक तस्वीर किस आईपी अड्रेस से और कहां से सोशल साइट्स पर अपलोड की गई। बहरहाल, नोएडा पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और पुलिस की ये कोशिश है कि वो जल्द से जल्द आरोपियों तक पहुंच जाए। (साभार- आईबीएनलाइव डाट इन)