एबीपी न्यूज के पतन के कारण जी न्यूज नंबर तीन पर पहुंचा

साल 2017 के दूसरे हफ्ते की टीआरपी में जी न्यूज नंबर तीन पर पहुंच गया है. ऐसा एबीपी न्यूज चैनल की टीआरपी में भयंकर गिरावट के कारण हुआ है. न्यूज24 लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और यह चैनल अब इंडिया न्यूज के काफी नजदीक पहुंच चुका है. इंडिया न्यूज की टीआरपी में भी सुधार है.

आईबीएन7 का नाम बदला, अब ‘न्यूज18इंडिया’ कहा जाएगा

कई सालों से पिटा हुआ चैनल आईबीएन7 नाम बदलकर टीआरपी पाने के टोटके को आजमाने जा रहा है. अंबानी का यह चैनल अब ‘आईबीएन7’ की बजाय ‘न्यूज18इंडिया’ कहा जाएगा. ‘नेटवर्क 18’ ग्रुप के इस हिंदी न्यूज चैनल का नाम बदलने के साथ साथ टैगलाइन, लेआउट, लुक एंड फील सब बदल दिया गया है.

बिहार के जहानाबाद में आईबीएन7 संवाददाता पर प्राणघातक हमला

जिला युवा राजद अध्यक्ष धर्मपाल यादव पर हमले का आरोप

बिहार में नई सरकार के गठन के बाद यूं तो अपराध में बढ़ोतरी हुई ही, अब पत्रकारों की भी जान सुरक्षित नहीं दिख रही। बुधवार को जहानाबाद नगर थाना क्षेत्र के टेनीबिगहा गांव में आईबीएन-7 के जिला संवाददाता मुकेश कुमार पर जानलेवा हमला किया गया। गंभीर रूप से घायल मुकेश ने हमले का आरोप अपने गांव टेनीबिगहा के ही रहने जिला युवा राजद के अध्यक्ष धर्मपाल यादव और उसके एक करीबी अनिल यादव पर लगाते हुए नगर थाना में भादवि की धारा 307, 341 व 323 के तहत प्राथमिकी (32/16) दर्ज करायी है।

आईबीएन7 ने अमित शाह को उप राष्ट्रपति घोषित कर दिया!

हमारे हिंदी न्यूज चैनल जो न कर दिखाएं, वो कम है. आईबीएन7 न्यूज चैनल ने कल चैनल पर अमित शाह को उपराष्ट्रपति घोषित कर दिया. ऐसा चैनल की स्क्रीन पर चलने वाली पट्टी पर लिखाा हुआ आया जिसे एक सुधी दर्शक ने पकड़ लिया और मोबाइल से फोटो खींचकर भड़ास के पास भेज दिया. देखें आप भी उस तस्वीर को. नीचे की तस्वीर में बिलकुल नीचे लिखा हुआ है- ‘कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति अमित शाह भी पहुंचे’.

ओमी महाराज को करारा थप्पड़ अरसे बाद किसी टीवी बहस में हुआ कोई शानदार काम है

Samar Anarya : कल आईबीएन7 की बहस में ज्योतिषी दीपा शर्मा का हिंदू महासभा के ओमी महाराज को मारा करारा थप्पड़ अरसे में किसी टीवी बहस में हुआ कोई शानदार काम है। मने, बहस करिये मगर ये क्या कि कौन पति से कितने साल से अलग रह रहा है गिनने लगिये। Deepa Sharma beating Hindu Mahasabha’s Omi Maharaj for a sexist jibe on IBN7 is best thing to happen in TV debates in a long time. Best way to tell a MCP that living separately from husband is no argument in a debate over a god- womam or anything else but for a court case on the same separation/divorce.

आईबीएन7 के शो में मेहमानों के बीच हाथापाई

नेटवर्क18 के न्‍यूज चैनल आईबीएन7 के शो ‘आज का मुद्दा’ में रविवार को मेहमानों के बीच हाथापाई हो गई। दरअसल, राधे मां और उन पर लगने वाले आरोपों को लेकर एक गंभीर चर्चा हो रही थी। लाइव कार्यक्रम में दो मेहमानों ने मर्यादा तोड़ते हुए आपस में मारपीट करने लगे।

IBN7 पिछले साल सबसे तेजी से बढ़ने वाला खबरिया चैनल बना!

टीवी न्यूज चैनलों में गलाकाट प्रतियोगिता के बीच आईबीएन 7 लगातार अपनी स्थिति मजबूत बनाता जा रहा है। पिछले साल जुलाई में नए मैनेजमेंट ने कमान संभाली थी जिसके बाद हालात काफी बेहतर हुए हैं। आंकड़े गवाह हैं कि जुलाई 2015 में चैनेल 4 से 4.5 फीसदी की टीआरपी के साथ बुरी हालात में था जबकि पिछले मौजूदा दौर में आईबीएन7 की टीआरपी लगातार 6 फीसदी से ऊपर बनी हुई है। टीआरपी मीटर पर नजर डाले तो पिछले करीब एक साल में IBN-7 ने तकरीबन 40 फीसदी का उछाल दर्ज किया है जो अपने आप में बाजार में उसकी मजबूत होती स्थिति को बयान कर रहा है। यही नहीं पिछली जुलाई के आसपास IBN-7 न्यूज चैनेल्स की टीआरपी में 10वें नंबर पर हुआ करता था। टीआरपी मीटर में IBN 7 की हैसियत एनडीटीवी से भी कम हुआ करती थी जबकि मौजूदा दौर में IBN-7 सातवें नंबर पर लगातार जमा हुआ है।

उमेश उपाध्याय ने आईबीएन7 का सत्यानाश कर दिया, कइयों को इधर-उधर फेंका, देखें लिस्ट

मुकेश अम्बानी के चैनल टेक ओवर करने के बाद ibn7 की टीआरपी दूरदर्शन के आसपास है। जबसे उमेश उपाध्याय ने इस आईबीएन7 चैनल की कमान संभाली है, उसकी पूरी कोशिश चैनल को बर्बाद करने की है। अगर आशुतोष और राजदीप ने सैकड़ों की नौकरी खाकर पेट पे लात मारी तो देश के सबसे बड़े बिज़नेस ग्रुप के चैनल ने एक-एक करके पत्रकारों से रोज़ी लेने का काम शुरू किया है। उदाहरण देकर बात करते हैं। ब्रिज दुग्गल 1.75 लाख रुपये प्रति माह की तनख्वाह लेकर पूरे असाइनमेंट का कामकाज सँभालते थे। उमेश ने उनका तबादला रांची कर दिया। जब दुग्गल ने पूछा कि क्या आप रांची में पौने दो लाख का रिपोर्टर रखेंगे तो उन्हें बोला गया- हाँ, हम इस चाहते हैं।

आईबीएन7 के संपादक सुमित अवस्थी को दूसरे पत्रकार ने ‘Certified Modified journo’ करार दिया!

(वरिष्ठ पत्रकार और उद्यमी शीतल पी. सिंह)

शीतल पी. सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं. एक जमाने में चौथी दुनिया की लांचिंग टीम के हिस्सा थे. इंडिया टुडे में भी काम कर चुके हैं. अमर उजाला से अखबारी करियर शुरू करने से पहले शीतल सोशल और पोलिटिकल एक्टिविस्ट हुआ करते थे. देश समाज बदलने का जज्बा लिए ग्रासरूट लेवल यानि गरीबी के ग्राउंड जीरो पर काम किया करते थे. बाद में बिजनेस में आए और अपने उद्यम से आर्थिक रूप से समृद्ध हो गए. लेकिन इस भागमभाग में मीडिया कहीं पीछे छूट गया. अब फेसबुक और ट्विटर ने उन्हें फिर से लिखने कहने बोलने का माध्यम दे दिया है.

आशू के आंसू : उस दिन तो साढ़े तीन सौ घरों के चूल्हे बुझ जाने पर भी नहीं रोए थे आशुतोष

जब आईबीएन7 से साढ़े तीन सौ लोग निकाले गए थे और इनके घरों का चूल्हा अचानक ठंडा पड़ गया था तब मैनेजिंग एडिटर पद पर आसीन आशुतोष के आंसू तो छोड़िए, बोल तक नहीं फूटे थे. धरना प्रदर्शन सब हुआ लेकिन आशुतोष चुप रहे. आजकल वे अक्सर टीवी शोज में कहते रहते हैं कि मैं नौकरी छोड़कर राजनीति में आया… पर हम लोगों को पता है कि आशुतोष को निकाला जाना था… कारपोरेट में एक वाक्य होता है स्मूथ एक्जिट. यानि लात मार कर निकाले जाने से पहले सम्मानजनक तरीके से खुद छोड़ देने की प्रक्रिया. 

पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने बताई पंकज श्रीवास्तव टाइप क्रांतिकारियों की असलियत, आप भी पढ़ें….

(अभिषेक उपाध्याय)


Abhishek Upadhyay : बहुत शानदार काम किया। Well done Sumit Awasthi! Well done! सालों से सत्ता की चाटुकारिता करके नौकरी बचाने वाले नाकाबिल, अकर्मण्यों को आखिर रास्ता दिखा ही दिया। उस दिन की दोपहर मैं आईबीएन 7 के दफ्तर के बाहर ही था जब एक एक करके करीब 365 या उससे भी अधिक लोगों को आईबीएन नेटवर्क से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। चैनल के अंबानी के हाथों में चले जाने के बावजूद बेहद ही मोटी सैलरी लेकर चैनल का खूंटा पकड़कर जमे हुए उस वक्त के क्रांतिकारी मैनेजिंग एडिटर खुद अपने कर कमलों से इस काम को अंजाम दे रहे थे। एक एक को लिफाफे पकड़ाए जा रहे थे।

आईबीएन7 और ईटीवी वालों ने स्ट्रिंगरों को वेंडर बना डाला! (देखें फार्म)

अंबानी ने चैनल खरीद लिया तो जाहिर है वह एक तीर से कई निशाने साधेंगे. साध भी रहे हैं. मीडिया हाउस को मुनाफे की फैक्ट्री में तब्दील करेंगे. मीडिया हाउस के जरिए सत्ता की दलाली कर अपने दूसरे धंधों को चमकाएंगे. मीडिया हाउस के जरिए पूरे देश में रिलायंस विरोधी माहौल खत्म कराने और रिलायंस पक्षधर दलाली को तेज कराने का काम कराएंगे. इस कड़ी में वे नहीं चाहते कि जिले से लेकर ब्लाक स्तर के पत्रकार कभी कोई आवाज उठा दें या रिलायंस की पोल खोल दें या बागी बन जाएं. इसलिए रिलायंस वाले खूब विचार विमर्श करने के बाद स्ट्रिंगरों को वेंडर में तब्दील कर रहे हैं. यानि जिले स्तर का आईबीएन7 और ईटीवी का स्ट्रिंगर अब वेंडर कहलाएगा और इस बाबत दिए गए फार्मेट पर हस्ताक्षर कर अपने डिटेल कंपनी को सौंप देगा.

मित्ररंजन भाई, आपने पागुरप्रेमी पंकज परवेज का पुख्ता बचाव किया है

: पंकज परवेज का विलाप और किसी की जीत के जश्न का सवाल : किसी मित्ररंजन भाई ने अपने मित्र पंकज परवेज मामले पर जोरदार बचाव किया है। बचाव में घिसे हुए वामपंथी रेटॉरिक और शाप देने वाले अंदाज में परवेज भाई के चेहरे से नकाब खींचने वालों की लानत मलामत की गई है। लेकिन परवेज भाई की पवित्र और पाक क्षवि पर सवाल उठाने वाले लोगों को भाजपाई और संघी कहने का उनका अंदाज उस लिथड़ी हुई रजाई की तरह हो गया है जिसकी रुई की कई सालों से धुनाई नही की गई है। पार्टी और संगठन में असहमति और आलोचना पर संघी होने का ठप्पा लगा देने की रवायत बहुत पुरानी रही है। लेकिन दुर्वासा शैली में कोसने और गरियाने के बावजूद इस संगठन और पीछे की पार्टी का स्वास्थ्य दिनोंदिन खराब होता जा रहा है। लेकिन कॉमरेड लोग हैं कि मुट्ठी तानने / मारने में मशगूल हैं।

पंकज जी की बर्खास्तगी का उत्सव मनाने वाले भाइयों, गुजारिश है कि साथ में भाजपाई एजेंडों की जीत का जश्न भी मनाते जाइए!

: आईबीएन सेवन से पंकज श्रीवास्तव की बर्खास्तगी को लेकर मीडिया में चल रही बतकही के बीच :  ”बंद हैं तो और भी खोजेंगे हम, रास्ते हैं कम नहीं तादाद में” …ये पंक्तियाँ ही कहीं गूँज रही थीं पंकज भाई की बर्खास्तगी की खबर के बाद। … बनारस आने के बाद न जाने कितनी बार उनके साथ इन पंक्तियों को दुहराया होगा। …”हम लोग कोरस वाले थे दरअसल” .… इरफ़ान भाई के ब्लॉग पर आज उसी आवाज को फिर से सुनना बढ़िया लगा. कल प्रेस क्लब में थोड़ी देर के लिए मुलाकात भी हुई कई लोगों से.…

पंकज श्रीवास्तव की प्रेस कांफ्रेंस के लिए केजरीवाल ने जुटा दी मीडिया वालों की भीड़!

अगर फिक्सिंग होती है तो हर कदम पर दिखने लगती है. नाकारापन और अकर्मण्यता के आरोपों में आईबीएन7 से निकाले गए पंकज श्रीवास्तव ने तयशुदा रणनीति के तहत अपने संपादक को एक मैसेज भेजा. उस मैसेज का स्क्रीनशाट लिया. उसे क्रांतिकारी भाषण के साथ फेसबुक पर लगा दिया. ‘आप’ वालों ने फेसबुक और ट्विटर पर पंकज को शहीद बताते हुए उनके मसले को वायरल करना शुरू किया. ‘आप’ नेता आशुतोष, जो कभी आईबीएन7 के मैनेजिंग एडिटर रह चुके हैं, ने पंकज के मसले को जोरशोर से सोशल मीडिया पर उठाया.

तब पंकज श्रीवास्तव की तनी हुई मुट्ठियां लाखों के पैकेज में विश्राम कर रही थीं!

(दयानंद पांडेय)


Dayanand Pandey : पत्रकारिता में गीदड़ों और रंगे सियारों की जैसे भरमार है। एक ढूंढो हज़ार मिलते हैं। जब लोगों की नौकरियां जाती हैं या ये खा जाते हैं तब तक तो ठीक रहता है। लोगों के पेट पर लात पड़ती रहती है और इन की कामरेडशिप जैसे रजाई में सो रही होती है। लेकिन प्रबंधन जब इन की ही पिछाड़ी पर जूता मारता है तो इन का राणा प्रताप जैसे जाग जाता है।

पेंदी रहित पंकज परवेज उर्फ पंकज श्रीवास्तव के विलाप के पीछे की कुछ कहानियां

साथ मिलेगा…भरपूर मिलेगा पंकज श्रीवास्तव उर्फ ‘पंकज परवेज’। आप बस जाकर मुट्ठी ताने रहिए मुट्ठीगंज में….सॉरी कर्नलगंज में। सुना है आप सीपीआई-एमएल (लिबरेशन) में होल टाइमर थे। कब थे ये तो नहीं पता लेकिन “लाल फरेरे तेरी कसम, इस जुल्म का बदला हम लेंगे”…। लेकिन परवेज भाई अभी तो कुछ ही महीनों पहले आपने फेसबुक पर अपना नाम बदल लिया था, पंकज श्रीवास्तव से ‘श्रीवास्तव’ हटाकर ‘परवेज’ रख लिया था। आज देख रहा हूं कि बर्खास्तगी विलाप में आप ‘परवेज’ नाम को हटाकर दोबारा ‘वास्तव में श्री’ हो गए हैं। खैर मजाक छोड़िए अब तो हम आपको परवेज भाई ही कहेंगे।

आशुतोष से फिक्सिंग के बाद ‘बागी’ बने पंकज श्रीवास्तव, 2017 में ‘आप’ के टिकट से यूपी में लड़ेंगे चुनाव!

एसोसिएट एडिटर पंकज श्रीवास्तव को नान-परफारमेंस में खुद की बर्खास्तगी का एहसास पहले से था. इसी कारण उन्होंने कभी आईबीएन7 के मैनेजिंग एडिटर रहे और आजकल ‘आप’ के खास नेता बने घूम रहे आशुतोष से संपर्क साधा. आशुतोष के जमाने में ही पंकज श्रीवास्तव की भर्ती हुई थी. आशुतोष और पंकज की डील हुई. इसी डील के तहत यह तय हुआ कि ऐन चरम चुनावी प्रक्रिया के बीच पंकज श्रीवास्तव अपने नए मैनेजिंग एडिटर सुमित अवस्थी को ‘आप’ और केजरीवाल को लेकर एक मैसेज करेंगे. सबको पता है कि टीवी में इस तरह के आंतरिक मैसेज का अंजाम क्या होता है. पंकज श्रीवास्तव को समय से पहले यानि चुनाव बाद तय बर्खास्तगी से पहले ही बर्खास्त कर दिया गया.

आईबीएन7 में कचरा हटाओ अभियान जारी, अबकी पंकज श्रीवास्तव हुए बर्खास्त

आईबीएन7 न्यूज चैनल में कचरा हटाओ अभियान जोरों से जारी है. कई सालों से लाखों रुपये की सेलरी लेकर कुंडली मारे बैठे पत्रकार पंकज श्रीवास्तव को प्रबंधन ने बर्खास्त कर दिया है. पंकज श्रीवास्तव को संजीव पालीवाल की टीम का प्रमुख सदस्य बताया जाता है. चैनल का प्रबंधन नए हाथों में आने के बाद पुरानी टीम के लोगों को परफार्म करने के लिए छह महीने का वक्त दिया गया लेकिन पुराने लोगों ने ऐसा कुछ भी नहीं किया जिससे चैनल की साख छवि रेटिंग सुधर सके. इस कारण सबसे पहले संजीव पालीवाल पर गाज गिराई गई. उसके बाद से ही कयास लगाया जा रहा था कि पंकज श्रीवास्तव भी जल्द नपेंगे. इस बारे में भड़ास ने पहले ही इशारों इशारों में संभावना जता दी थी.

संजीव पालीवाल की आईबीएन7 से छुट्टी, इनके मोटी सेलरी वाले नाकारा चेले भी जाएंगे

एक बड़ी खबर बीमार न्यूज चैनल आईबीएन7 से आ रही है. कई वर्षों से मोटी सेलरी वाले नाकारा पत्रकारों को संरक्षण देने वाले पत्रकार संजीव पालीवाल को कार्यमुक्त कर दिया गया है. संजीव पालीवाल के कार्यकाल के दौरान ही सैकड़ों कम सेलरी वाले प्रतिभाशाली पत्रकारों को बिना कारण नौकरी से हटा दिया गया और नाकारा मोटी सेलरी वालों को बचा लिया गया. इसी का नतीजा है कि चैनल लगातार डूबता गया और अब भी डूब रहा है. नए मैनेजमेंट ने संजीव पालीवाल को छह माह का समय दिया काम कर साबित करने के लिए लेकिन वह साबित नहीं कर पाए. इस कारण उन्हें चैनल से निकाल बाहर किया गया.

आरसी शुक्ला ने आजतक छोड़ा, बने आईबीएन7 के एक्जीक्यूटिव एडिटर

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के तेजतर्रार पत्रकार आरसी शुक्ला ने देश के नंबर वन चैनल आजतक से इस्तीफा दे दिया है। आजतक के मैनेजिंग एडिटर सुप्रिय प्रसाद के बेहद करीबी माने जाने वाले आरसी अब मुकेश अंबानी के चैनल आईबीएन-7 के एक्जीक्यूटिव एडिटर के तौर पर बहुत जल्द ही ज्वाइन करेंगे। पता ये भी चला है कि बतौर एक्जीक्यूटिव एडिटर आरसी चैनल के लुक एंड फील और कंटेट पर पूरी नजर रखेंगे। खबरों के मुताबिक आरसी शुक्ल बहुत मजबूत स्थिति में आईबीएन7 जा रहे हैं । माना जा रहा है उन्हें ढेर सारे अधिकार दिए जाने वाले हैं।

अमिताभ सिन्हा आजतक छोड़ आईबीएन7 पहुंचे, तुषार बनर्जी ने ‘बीबीसी’ और अभिषेक ने ‘खबर मंत्र’ छोड़ा

आजतक में कई वर्षों से कार्यरत पत्रकार अमिताभ सिन्हा ने दुखी मन से इस्तीफा दे दिया है. चर्चा है कि अमिताभ खुद की उपेक्षा से नाराज थे. पिछले तीन वर्षों से उनको प्रमोशन नहीं दिया गया था. वे भाजपा बीट कवर करते थे और नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू ले पाने में टीवी टुडे ग्रुप से अमिताभ सिन्हा ही सफल हो पाए थे. बताया जाता है कि नरेंद्र मोदी ने खुद इच्छा जताई थी कि वो अगर टीवी टुडे में किसी को इंटरव्यू देंगे तो वो अमिताभ सिन्हा होंगे.

देहरादून में आज तक और आईबीएन7 के रिपोर्टरों दिलीप सिंह राठौर व संजीव शर्मा पर मुकदमा दर्ज

देहरादून से एक बड़ी खबर आ रही है. दो न्यूज चैनलों के स्थानीय रिपोर्टरों पर मुकदमा दर्ज हो गया है. ये दो हैं आजतक के रिपोर्टर दिलीप राठौर और आईबीएन7 के रिपोर्टर संजीव शर्मा. आरोप है कि आज तक के रिपोर्टर ने बीते दिनों मीडिया सेंटर में एक-दूसरे व्यक्ति के साथ मार-पीट व गाली-गलोच कर दी थी.  बीच-बचाव करने आये दूसरे पत्रकारों को भी नहीं बख्शा. इस कारण कई लोग दिलीप से नाराज हो गए. पीड़ित विरेंदर सिंह द्वारा दी गई शिकायत पर धारा चौकी में पुलिस ने आजतक और आईबीएन7 के रिपोर्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.  

मुकेश अंबानी खरीदेंगे अंतरराष्ट्रीय बिजनेस अखबार ‘फायनेंशियल टाइम्स’!

मुकेश अंबानी ने ईटीवी, आईबीएन7, सीएनएन-आईबीएन समेत कई चैनलों-मीडिया कंपनियों को खरीदने के बाद अब अंतरराष्ट्रीय मीडिया का मोलभाव करना शुरू कर दिया है. ताजी सूचना के मुताबिक उनकी नजर अंतरराष्ट्रीय बिजनेस अखबार ‘फायनेंशियल टाइम्स’ पर है. भारत के साथ विदेशों में भी अपना मीडिया साम्राज्य फैलाने को लेकर लालयित अंबानी के एक प्रतिनिधि ने पियरसन समूह से संपर्क साधा है. अंतरराष्ट्रीय बिजनेस अखबार फायनेंशियल टाइम्स को प्रकाशित करने वाली कंपनी का नाम पियरसन समूह है. 

IBN7 के कंटेंट से छेड़छाड़ के आरोपी की पहचान, गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम सक्रिय

नई दिल्ली। सोशल मीडिया का दुरूपयोग कर भ्रम फैलाने वाले अब टीवी चैनलों को भी अपना निशाना बना रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में IBN7 के कंटेंट के साथ छेड़छाड़ कर और चैनल के लोगो का दुरुपयोग कर सोशल मीडिया में दुष्प्रचार करने के मामले में नोएडा पुलिस ने राजस्थान के तपन मेघावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने आईटी एक्ट और कॉपीराइट एक्ट के तहत उस शख्स को इस मामले में आरोपी बनाया है। सोशल मीडिया में चैनल के नाम के दुरूपयोग की बात सामने आने के बाद आईबीएन7 ने इसकी शिकायत नोएडा पुलिस से की थी।

परसों यानि 19 अक्टूबर से बदल जाएगा आईबीएन7, स्मिता शर्मा गईं हेडलाइंस टुडे

आईबीएन7 को परसों यानि 19 अक्टूबर को री-लांच किया जाएगा. आशुतोष और राजदीप सरदेसाई के जाने के बाद आईबीएन7 की कमान पूरी तरह रिलायंस के हाथों आ गई है. मुकेश अंबानी ने अपने आदमियों के हवाले चैनल को कर दिया है. उमेश उपाध्याय और सुमित अवस्थी चैनल को री-लांच करा रहे हैं. बदलाव के क्रम में आईबीएन7 अपनी नई टैग लाइन ‘हौसला है’ के साथ सामने आएगा. चैनल का कहना है कि एक नया और सकारात्मक दृष्टिकोण, रिपोर्टरों की समर्पित टीम, नए शो, तेज और स्पष्ट ग्राफिक्स कड़े मुकाबले वाले हिंदी न्यूज जैनर में आईबीएन7 को एक अलग और मजबूत मुकाम पर ले जाएंगे.

सुमित अवस्थी ने जी न्यूज से इस्तीफा दिया, आईबीएन7 का नया चैनल हेड बनने की चर्चा

खबर है कि जी न्यूज से सुमित अवस्थी ने रिजाइन कर दिया है. उनके आईबीएन7 का नया चैनल हेड बनने की चर्चा है. सुमित जी न्यूज में रेजीडेंट एडिटर के पद पर कार्यरत थे. उन्होंने जी न्यूज के साथ पारी की शुरुआत 2013 अक्टूबर में की थी. उसके पहले वह आजतक में हुआ करते थे और उससे भी पहले आईबीएन7 में. अब दुबारा उनके आईबीएन7 जाने की संभावना है.